₹10 लाख की FD या ₹5,000 की SIP, किससे मिलेगा ज्यादा मुनाफा
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
FD vs SIP: क्या आप अपनी मेहनत की कमाई को ऐसी जगह निवेश करना चाहते हैं जहां आप अपने भविष्य को लेकर सुरक्षित महसूस कर सकें और अमीर भी बन सके। स्वाभाविक है आपके दिमाग में भी दो विकल्प कौंध रहे होंगे। फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP, तो अब सवाल उठता है कि ₹1 करोड़ का फंड बनाने के लिए कौन सा विकल्प ज़्यादा प्रभावी है। FD या SIP?
आइए आपको इस आर्टिकल में विस्तार से बताते हैं कि इन दोनों निवेश विकल्पों के कौन से फीचर्स आपको आर्थिक रूप से मजबूत बना सकते हैं!
फिक्स्ड डिपॉजिट (FD): सुरक्षा और निश्चितता का बेजोड़ विकल्प!
Fixed deposit फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) भारत में निवेश का सबसे सुरक्षित और पारंपरिक तरीका है। यह उन निवेशकों के लिए बेहतर है जो सुरक्षित व निश्चित रिटर्न चाहते हैं।
FD देता है पूंजी की गारंटी और स्थिर ब्याज!
अगर ध्यान दें तो FD में आप एक निश्चित अवधि के लिए एकमुश्त पैसा जमा करते हैं, और आपको पहले से तय ब्याज दर मिलती है।
पूंजी की पूरी सुरक्षा: FD में आपका मूलधन और उस पर मिलने वाला ब्याज दोनों सिक्योर रहता है।
निश्चित रिटर्न: निवेश के समय ही निवेशक को पता होता है कि मैच्योरिटी पर कितनी रकम मिलेगी। FD पर ब्याज दरें आमतौर पर 5.5% से 7.5% प्रति वर्ष तक होती हैं।
समय अवधि: FD में आप अपनी जरूरत के हिसाब से अलग-अलग अवधि के लिए निवेश कर सकते हैं।
₹10 लाख की FD से ₹1 करोड़ का सफ़र: धीमी पर निश्चित ग्रोथ!
अब यहां सवाल उठता है कि यदि आप ₹1 करोड़ का फंड बनाने के लिए FD करते हैं तो कितना समय लगेगा।

- निवेश राशि: ₹10 लाख (एकमुश्त)
- ब्याज दर: 7% वार्षिक
- समय: ₹10 लाख को ₹1 करोड़ बनने में लगभग 35-36 साल लग जाएंगे।
- कुल निवेशित राशि: ₹10 लाख
- कुल ब्याज: लगभग ₹90 लाख
इससे स्पष्ट है कि FD, भले ही सुरक्षित हो, लेकिन 1 करोड़ सरीखा भारी भरकम फंड बनाने के लिए लंबा समय लगेगा।
सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP)
SIP म्यूचुअल फंड में आप हर महीने एक छोटी राशि का निवेश करते हैं। यह खास तौर पर इक्विटी (शेयर बाजार) से जुड़े म्यूचुअल फंड के लिए बेहद लोकप्रिय है।
SIP की मुख्य खासियतें: मार्केट से जुड़ी ग्रोथ और कम निवेश!
SIP की सबसे बड़ी ताकत इसकी कंपाउंडिंग पॉवर है। यह बाजार के उतार-चढ़ाव में भी बेहतर रिटर्न देती है।
- हाई रिटर्न की संभावना: SIP में इक्विटी म्यूचुअल फंड से आमतौर पर 12% से 15% या उससे अधिक का औसत वार्षिक रिटर्न मिलने की उम्मीद होती है। अगर इसकी तुलना एफडी से करें तो यह काफी बेहतर है।
- चक्रवृद्धि का जादू: आपके निवेश और उस पर मिले रिटर्न पर भी रिटर्न मिलता है, जिससे आपका पैसा समय के साथ लगातार बढ़ता है।
- बाजार जोखिम कम: एसआईपी बाजार से जुड़ा है, ‘रूपी कॉस्ट एवरेजिंग’ बाजार के उतार-चढ़ाव में आपकी प्रति यूनिट औसत लागत को कम करने में मदद करता है, जिससे लंबी अवधि में निवेश का जोखिम कम हो जाता है।
- छोटे निवेश से शुरुआत: आप छोटे निवेश ₹500 या ₹1,000 प्रति माह से भी SIP शुरू कर सकते हैं।
₹5,000 की मासिक SIP से कब बनेंगे ₹1 करोड़
- मासिक SIP: ₹5,000
- अनुमानित वार्षिक रिटर्न: 12%
- समय: ₹5,000 की मासिक SIP से ₹1 करोड़ का फंड बनाने में लगभग 24-25 साल लगेंगे।
- कुल निवेशित राशि: ₹5,000 x 24×12 (लगभग 288 महीने) = ₹14,40,000 (लगभग ₹15 लाख)
- कुल ब्याज: लगभग ₹85 लाख
इससे स्पष्ट है कि SIP के जरिए आप FD की तुलना में कम कुल निवेश (₹15 लाख बनाम ₹10 लाख) करके और काफी कम समय में (24-25 साल बनाम 35-36 साल) ₹1 करोड़ का फंड बना सकते हैं।
FD calculator vs Fixed deposit calculator
अगर आप का लक्ष्य पूंजी की सुरक्षा है तो फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) बेहतर विकल्प है। परन्तु, यदि आपका लक्ष्य लंबी अवधि में अच्छा प्राफिट और पैसा बनाना है, उच्च रिटर्न प्राप्त करना है, तो सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) FD की तुलना में कहीं अधिक बेहतर है।
हालांकि, हमेशा याद रखें कि म्यूचुअल फंड बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह अनिवार्य रूप से लें।
Q&A
Q: FD और SIP में से कौन सा निवेश आपको ‘अमीर‘ बना सकता है?
A: SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) में FD (फिक्स्ड डिपॉजिट) की तुलना में आपको ‘अमीर’ बनाने की अधिक क्षमता होती है, खासकर लंबी अवधि में, क्योंकि यह बाजार से जुड़े उच्च रिटर्न और कंपाउंडिंग की शक्ति का लाभ उठाता है।
Q: ₹10 लाख की FD से ₹1 करोड़ बनाने में कितना समय लगता है?
A: 7% वार्षिक ब्याज दर पर ₹10 लाख की FD को ₹1 करोड़ बनने में लगभग 35-36 साल लग सकते हैं।
Q: ₹5,000 की मासिक SIP से ₹1 करोड़ बनाने में कितना समय लगता है?
A: 12% वार्षिक रिटर्न पर ₹5,000 की मासिक SIP से ₹1 करोड़ का फंड बनाने में लगभग 24-25 साल लग सकते हैं।
Q: FD और SIP में मुख्य अंतर क्या है? A: FD सुरक्षा और निश्चित रिटर्न देता है लेकिन रिटर्न दरें कम होती हैं। SIP बाजार से जुड़ा होता है, इसमें जोखिम होता है लेकिन लंबी अवधि में उच्च रिटर्न और कंपाउंडिंग के जरिए बड़ी संपत्ति बनाने की क्षमता होती है।
- 2025 Range Rover Sport review: V 8 रोड का बादशाह, शाही लुक और EV पावर
- Norton Superbike इंडिया के रास्ते पर! पीएम मोदी और UK PM Starmer की तस्वीर से मिले संकेत
- Apple iPhone Fold: डिजाइन, कीमत और लांच से जुड़ी जानकारियां हुई लीक!
- Renault Triber Facelift: आपकी फैमिली की पसंदीदा 7-सीटर MPV अब और भी स्मार्ट और सुरक्षित, ADAS और 6 एयरबैग्स के साथ!
- Honda CB125 Hornet भारत में लॉन्च — Hero Xtreme 125R और TVS Raider को सीधी टक्कर!