How to Make Money on Facebook
How to Make Money on Facebook

सिर्फ दोस्ती नहीं, अब कमाई का प्लेटफार्म है Facebook

दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।

How to Make Money on Facebook: अगर आप अभी भी सोचते हैं कि कंटेंट क्रिएट करके सिर्फ YouTube पर ही डॉलर्स कमाए जा सकते हैं, तो यह Facebook Page Monetization गाइड आपके लिए है। एक वक्त था जब Facebook सिर्फ दोस्तों से जुड़ने का माध्यम था, लेकिन आज यह हाई-क्वालिटी कंटेंट क्रिएटर्स के लिए एक जबरदस्त मोनेटाइजेशन स्ट्रीम बन चुका है।

प्रॉब्लम यह है कि अभी भी कई क्रिएटर्स के पास Facebook से कमाई की सही और संपूर्ण जानकारी नहीं है। AI के इस दौर में, डिजिटल मार्केटिंग और कंटेंट क्रिएशन का गेम पूरी तरह बदल गया है। खासकर, हालिया Facebook अपडेट्स (जैसा कि 2025 में चर्चा में आए, जिसमें रील्स मोनेटाइजेशन को प्राथमिकता दी गई है) ने इस प्लेटफार्म पर कमाई को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है।

यह गाइड आपको SEO Optimized और यूजर फ्रेंडली तरीके से बताएगी कि कैसे आप स्टेप-बाय-स्टेप अपने Facebook कंटेंट को मोनेटाइज करके YouTube के साथ एक और मजबूत कमाई का जरिया शुरू कर सकते हैं।

1. Facebook Monetization की नींव: प्रोफाइल बनाम पेज/प्रोफेशनल मोड

Facebook से कमाई करने के लिए सबसे पहली और जरूरी बात यह है कि आपकी प्रोफाइल मोनेटाइज नहीं होगी। इसके लिए आपको दो में से एक रास्ता चुनना होगा:

  1. एक Facebook पेज (Facebook Page) बनाना।
  2. अपनी मौजूदा Facebook प्रोफाइल को प्रोफेशनल मोड (Professional Mode) में बदलना।

मोनेटाइजेशन के लिए आपकी प्रोफ़ाइल या पेज का पब्लिक (Public) होना अनिवार्य है।

स्टेप-बाय-स्टेप: प्रोफेशनल मोड एक्टिवेट करें

अगर आप अपनी मौजूदा प्रोफाइल को ही मोनेटाइज करना चाहते हैं, तो यह तरीका सबसे आसान है:

  1. अपनी Facebook प्रोफ़ाइल पर जाएं।
  2. प्रोफ़ाइल पिक्चर के नीचे मौजूद तीन डॉट्स (…) पर क्लिक करें।
  3. यहां आपको टर्न ऑन प्रोफेशनल मोड‘ (Turn On Professional Mode) का विकल्प मिलेगा, इसे चुनें।
  4. प्रोफेशनल मोड ऑन होते ही आपकी प्रोफाइल एक पेज की तरह काम करने लगेगी। आपको प्रोफेशनल डैशबोर्ड (Professional Dashboard) मिलेगा, जहां से आप अपनी कंटेंट इनसाइट्स और मोनेटाइजेशन स्टेटस को ट्रैक कर सकते हैं।

मुख्य अंतर

एक बार प्रोफेशनल मोड ऑन होने पर, आपकी प्रोफ़ाइल मोनेटाइजेशन के लिए एलिजिबल हो जाती है और आपको कंटेंट इनसाइट्स (Insights) देखने को मिलती हैं।

2. Facebook Monetization एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को समझें

Facebook पर कई तरह के मोनेटाइजेशन टूल उपलब्ध हैं, और हर टूल का अपना एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया होता है। आपको मेटा बिज़नेस सूट (Meta Business Suite) के ‘मोनेटाइजेशन’ सेक्शन में जाकर अपनी प्रगति ट्रैक करनी होगी।

2.1. स्टार्स (Stars)

यह सबसे बेसिक मोनेटाइजेशन टूल है, जहां आपके फॉलोअर्स आपके कंटेंट की प्रशंसा में आपको स्टार्स भेजते हैं, जो पैसे में बदलते हैं।

क्राइटेरियाआवश्यकता
फॉलोअर्स500 फॉलोअर्स 30 लगातार दिनों के भीतर (Consecutive Days)।
रेवेन्यू शेयरFacebook स्टार्स की कमाई का एक बड़ा हिस्सा (लगभग 90%) अपने पास रखता है, और क्रिएटर्स को केवल एक छोटा हिस्सा (लगभग $0.01 प्रति स्टार) मिलता है। यह कमाई का एक नॉमिनल जरिया है।

2.2. सब्सक्रिप्शन (Subscriptions)

यहां आपके दर्शक आपके एक्सक्लूसिव कंटेंट को देखने के लिए मंथली फीस देकर आपको सब्सक्राइब करते हैं।

क्राइटेरिया (इनमें से कोई एक पूरा करें)आवश्यकता
फॉलोअर्स10,000 फॉलोअर्स
रिटर्निंग व्यूअर्स250 रिटर्निंग व्यूअर्स (सप्ताह-दर-सप्ताह आपके कंटेंट पर लौट रहे दर्शक)
एंगेजमेंट/व्यू मिनट्स50,000 पोस्ट एंगेजमेंट (Post Engagements) या 180,000 मिनट व्यूड (Minutes Viewed) आपके सभी कंटेंट पर।

नोट: आमतौर पर, Facebook को 10,000 फॉलोअर्स के साथ व्यू मिनट्स या एंगेजमेंट क्राइटेरिया में से किसी एक को पूरा करने की आवश्यकता होती है।

2.3. इन-स्ट्रीम विज्ञापन (In-Stream Ads – Content Monetization)

यह YouTube के ऐडसेंस की तरह है, जहां आपके वीडियो के बीच में विज्ञापन चलाए जाते हैं और आपको उनसे रेवेन्यू मिलता है। यह कमाई का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण जरिया है।

क्राइटेरियाआवश्यकता (लगभग)
वीडियो लेंथमिनिमम 3 मिनट की वीडियो।
व्यूअर्स की संख्या10,000 फॉलोअर्स या उससे अधिक।
व्यू मिनट्सपिछले 60 दिनों में आपकी 3 मिनट से लंबी वीडियो पर कुल 600,000 मिनट व्यूड (सभी कंटेंट पर मिलाकर) होने चाहिए। (ध्यान दें: 30,000 एक-मिनट व्यूज पहले का क्राइटेरिया था, 600,000 मिनट व्यूड नवीनतम है)।
स्थितिकई देशों में, खासकर भारत में, यह सुविधा अभी भी इनविटेशन ओनली‘ (Invitation Only) है। आपको ‘आई ऍम इंटरेस्टेड’ पर क्लिक करके Facebook को अपना इंटरेस्ट सबमिट करना होगा।

3. द न्यू एरा: रील्स मोनेटाइजेशन और AI से खतरा

Facebook Reels Monetization

Facebook पर कंटेंट क्रिएट करने की रणनीति 2025 के अपडेट्स के बाद काफी बदल गई है, जो शॉर्ट-फॉर्म वीडियो यानी रील्स (Reels) पर फोकस करती है।

3.1. लॉन्ग-फॉर्म बनाम शॉर्ट-फॉर्म

  • लॉन्ग-फॉर्म वीडियो (3+ मिनट): ये हमेशा से कमाई का मुख्य स्रोत रहे हैं क्योंकि इन पर इन-स्ट्रीम विज्ञापन चलते हैं। इनका रेवेन्यू (Revenue) आमतौर पर रील्स से ज्यादा होता है।
  • रील्स (शॉर्ट-फॉर्म): Facebook ने अब रील्स को भी मोनेटाइज करना शुरू कर दिया है। हालांकि इनका रेवेन्यू शेयर लॉन्ग-फॉर्म वीडियो की तुलना में काफी कम होता है। आप रील्स का उपयोग अपने लॉन्ग-फॉर्म कंटेंट को प्रमोट करने के लिए कर सकते हैं, ठीक वैसे ही जैसे YouTube क्रिएटर्स करते हैं।

3.2. AI कंटेंट पर Facebook की सख्ती

Facebook, AI-जनरेटेड कंटेंट (AI-Generated Content) को लेकर YouTube की तुलना में बहुत सख्त है।

  • यदि आप कोई फोटो या वीडियो AI से एडिट करके अपलोड करते हैं, तो Facebook उसे स्पष्ट रूप से ‘AI-जनरेटेड के रूप में टैग कर देता है।
  • टैग होने वाला AI कंटेंट मोनेटाइज नहीं होगा।

स्ट्रेटजी: ओरिजिनल (Original) और ह्यूमन-क्रिएटेड (Human-Created) कंटेंट को प्राथमिकता दें। AI का प्रयोग सिर्फ सीमित एक्सपेरिमेंट के लिए करें। Facebook पर सफल होने के लिए क्वालिटी और ओरिजिनैलिटी सर्वोपरि है।

4. वायरल सफलता के लिए कंटेंट रणनीति

Facebook पर सफल होने के लिए आपको बल्क कंटेंट (Bulk Content) की रणनीति अपनानी होगी। यह YouTube से अलग है, जहां आप सप्ताह में 1-2 वीडियो से भी चल सकते हैं।

  1. बल्क क्रिएशन: दिन में 2-4 वीडियो पोस्ट करने की आदत डालें। Facebook का एल्गोरिथम लगातार और अधिक कंटेंट अपलोड करने वाले क्रिएटर्स को प्राथमिकता देता है।
  2. टू द पॉइंट और यूनिक: आपका कंटेंट टू द पॉइंट (To the Point), इंगेजिंग (Engaging) और यूनिक (Unique) होना चाहिए। पहले 3-5 सेकंड में ही दर्शक को बांधे रखना जरूरी है।
  3. मिक्स एंड मैच: लॉन्ग-फॉर्म वीडियो (कमाई के लिए) और रील्स (रीच और प्रमोशन के लिए) का संतुलित मिश्रण बनाएं।

5. पेमेंट सेटअप: SWIFT कोड का महत्व

मोनेटाइजेशन के लिए एलिजिबल होने और इनविटेशन मिलने के बाद, आपको अपना पेमेंट मेथड सेटअप करना होगा।

  1. आप PayPal या अपना बैंक अकाउंट जोड़ सकते हैं।
  2. SWIFT कोड की आवश्यकता: अंतर्राष्ट्रीय भुगतान प्राप्त करने के लिए (जैसे कि Facebook से डॉलर्स), आपके बैंक अकाउंट का SWIFT (Society for Worldwide Interbank Financial Telecommunication) कोड होना अनिवार्य है।
  3. भुगतान में आसानी के लिए, अपने बैंक की ब्रांच से या इंटरनेट के माध्यम से यह सुनिश्चित करें कि आपके बैंक अकाउंट के लिए SWIFT कोड उपलब्ध है।

Facebook से कमाओ!

Facebook Page Monetization की यह A to Z गाइड स्पष्ट करती है कि यह सिर्फ एक वैकल्पिक प्लेटफॉर्म नहीं, बल्कि YouTube जितना ही महत्वपूर्ण मोनेटाइजेशन स्ट्रीम बन चुका है। अपनी प्रोफाइल को प्रोफेशनल मोड में कन्वर्ट करें, एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करें, हाई-क्वालिटी, ओरिजिनल कंटेंट बनाएं, और AI कंटेंट से दूरी बनाए रखें।

Facebook पर अपनी जर्नी आज ही शुरू करें और 2025 के अपडेट्स का पूरा लाभ उठाते हुए कंटेंट क्रिएटर के रूप में एक मजबूत वित्तीय भविष्य बनाएं।

Q&A: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

सवालजवाब
Q1. Facebook पर मोनेटाइजेशन के लिए क्या चाहिए?आपको अपनी प्रोफ़ाइल को प्रोफेशनल मोड में बदलना होगा या एक Facebook पेज बनाना होगा। इसके बाद, आपके कंटेंट मोनेटाइजेशन टूल के क्राइटेरिया (जैसे कि 10,000 फॉलोअर्स, व्यू मिनट्स) पूरे होने चाहिए।
Q2. क्या Facebook रील्स मोनेटाइज होते हैं?हाँ, रील्स (Short-form Videos) भी मोनेटाइज होते हैं, लेकिन उनका रेवेन्यू लॉन्ग-फॉर्म वीडियो की तुलना में काफी कम होता है।
Q3. क्या मैं AI कंटेंट से Facebook पर कमा सकता हूँ?Facebook AI कंटेंट को लेकर बहुत सख्त है और उसे टैग कर देता है। टैग किया गया AI कंटेंट आमतौर पर मोनेटाइज नहीं होता है। आपको ओरिजिनल और ह्यूमन-क्रिएटेड कंटेंट पर ध्यान देना चाहिए।
Q4. पेमेंट के लिए क्या SWIFT कोड जरूरी है?हाँ, अंतर्राष्ट्रीय भुगतान (International Payments) प्राप्त करने के लिए आपके बैंक अकाउंट के लिए SWIFT कोड का होना जरूरी है।
Q5. भारत में इन-स्ट्रीम ऐड मोनेटाइजेशन की स्थिति क्या है?भारत में यह सुविधा अभी भी अक्सर इनविटेशन ओनली होती है। आपको Facebook को अपनी रुचि (Interest) भेजनी होगी।
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