ABVP ने डीन कार्यालय पर फीस वृद्धि का विरोध जताया

छात्रों ने केवल लॉ सेंटर-2 (एलसी 2) का शुल्क बढ़ाने पर मांगा स्पष्टीकरण

कोरोना संक्रमण के मामले भले ही कम आनेे लगे हैं लेकिन इससे प्रभावित छात्रों को उबरने में लंबा समय लगेगा। इस बीच डीयू की लॉ फैकल्टी (du law faculty) ने लॉ सेंटर-2 की फीस बढ़ाई तो छात्रों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP)ने छात्रों के मुद्​दे पर विरोध प्रदर्शन किया। एबीवीपी ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय (delhi university) के विधि संकाय के तीन केंद्र हैं। लॉ सेंटर 1 (एलसी 1) और सीएलसी (सीएलसी) में फीस में वृद्धि नहीं हुई है, केवल लॉ सेंटर 2 फीस में वृद्धि हुई है। पिछले साल की फीस 3650 रुपये थी जिसे इस बार बढ़ाकर 4650 रुपये कर दिया गया है। इससे पूर्व अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा 23 सितंबर को फीस वृद्धि पर ज्ञापन दिया गया था।

डीयू प्रशासन ने बेशर्मी से जानकारी दी थी कि केंद्र में एक पुस्तकालय स्थापित किया गया है, इसलिए शुल्क बढ़ा दिया गया है। लेकिन जब छात्रों ने इस हास्यास्पद औचित्य के लिए आलोचना की, तो उन्होंने अपना रुख बदल दिया और कहा कि 1000 रुपये की वृद्धि केस मेट (पुस्तक सेट) के लिए थी, जो कि केवल चार सौ रुपये में बाहर से आसानी से उपलब्ध है। कई छात्र पहले ही खरीद चुके हैं। अलग-अलग छात्रों को अलग-अलग कारण बताए गए। वजह कुछ भी हो लेकिन अचानक से फीस क्यों बढ़ा दी गई है? इसमें कई तरह की गड़बड़ी नजर आ रही है। इसलिए विवि के इस फैसले के खिलाफ लॉ सेंटर-2 के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया।

किसने क्या कहा

एबीवीपी लॉ सेंटर 2 इकाई के सचिव सुदीप ने बताया कि जब उन्होंने विरोध किया और ज्ञापन सौंपा, तो डीन ने कहा कि वह इस घटनाक्रम से अनजान थीं और हाल ही में उन्हें पता चला। उन्होंने यह भी वादा किया कि शुल्क वृद्धि के निर्णय को वापस लेते हुए जल्द ही एक नई अधिसूचना जारी की जाएगी। उसने यह भी कहा कि कोई वृद्धि नहीं होगी और यह अन्य लॉ केंद्रों की फीस के अनुरूप होगा। फीस वृद्धि को लेकर अलग-अलग प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर अलग-अलग जवाब मिल रहे हैं।

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इंस्टीट्यूट में भी प्रदर्शन

ABVP सदस्यों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोर्ट्स साइंस में की गई फीस वृद्धि के विरुद्ध भी नारेबाजी की। इंस्टीट्यूट ने बिना कोई कारण बताए सभी कोर्स की फीस बढ़ा दी है। प्रदर्शन के बाद, प्रधानाचार्य ने स्टाफ काउंसिल की बैठक करने तथा बढ़ी हुई फ़ीस को वापस करने के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया।

IGI के छात्र सोनू चौधरी ने कहा

छात्र-हितों के लिए अभाविप द्वारा किया गया कार्य सराहनीय है। आज के प्रदर्शन के बाद जिस तरह प्रशासन ने अपनी गलती मानी और मुद्दे का यथाशीघ्र सम्भव निदान करने का आश्वासन दिया, उससे छात्र-शक्ति की एकता की ताकत को एक बार पुनः सिद्ध किया है।

अभाविप पश्चिमी विभाग के संगठन मंत्री विपिन उनियाल ने कहा

“प्रशासन द्वारा इस तरह अचानक फीस वृद्धि के निर्णय लिए जाना, न्यायोचित नहीं है। अभाविप इस दमनकारी रवैये के विरोध करती है। ऐसे फैसलों से, छात्रों पर आर्थिक एवं मानसिक दबाव पड़ता है। अगर अब भी प्रशासन कोई तर्कसंगत कार्यवाही नहीं करता, तो और बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

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