प्लेन हाईजेक पर पहले भी बन चुकी हैं कई वेब सीरीज
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
IC 814 The Kandahar Hijack: प्लेन हाईजेक में एक और सीरीज फिल्म निर्माताओं ने बना दी है। इस सीरीज में विजय वर्मा, नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, दीया मिर्जा और कुमुद मिश्रा जैसे दिग्गज दिखाई देगें। मेकर्स ने वेब सीरीज ‘IC 814: द कंधार हाईजैक’ का टीजर भी रिलीज कर दिया है। इसके साथ ही सीरीज के रिलीज डेट की भी घोषणा कर दी गई है।
विजय वर्मा से होती है टीजर की शुरुआत
अनुभव सिन्हा के डायरेक्शन में बनी इस सीरीज के करीब 1 मिनट के इस टीजर को देखकर साल 1999 में हुए कंधार हाईजैक की यादें ताजा हो जाती हैं। टीजर की शुरुआत विजय वर्मा से होती है जो कि पायलट के रोल में हैं और उड़ान भरने से पहले अपने यात्रियों से मंगलमय यात्रा की कामना करते हैं। इसके बाद हमें विमान के अंदर हंसते-खेलते यात्रियों के चेहरे दिखते हैं और फिर दिखता है खौफ का साया। दहशतगर्द विमान को अपने कब्जे में लेते हैं, तो भारत में सरकारी तंत्र हिल जाता है। टीजर में हमें मंत्री के किरदार में पंकज कपूर, सुरक्षा एजेंसी के चीफ के रूप में नीसरुद्दीन शाह और मंत्रालय के अफसर के तौर पर कुमुद मिश्रा की भी झलक दिखती है। सीरीज की घोषणा OTT प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स ने इसी साल फरवरी में किया था।
कब और कहां रिलीज होगी ‘IC 814: द कंधार हाईजैक’
‘IC 814: द कंधार हाईजैक’ की स्टारकास्ट काफी दमदार है। इसमें दिव्येंदु भट्टाचार्य, पूजा गोर, कंवलजीत सिंह, मनोज पाहवा, पत्रलेखा, यशपाल शर्मा और आदित्य श्रीवास्तव भी प्रमुख भूमिकाओं में हैं। सीरीज की कहानी विमान में और विमान से बाहर क्या हुआ, इसके इर्द-गिर्द घूमती है। मेकर्स ने टीजर के साथ ही इस सीरीज के रिलीज डेट का भी ऐलान किया है। यह सीरीज 29 August 2024 से OTT प्लेटफॉर्म Netflix पर स्ट्रीम की जाएगी।
क्या थी इस हाईजेक की असली कहानी
जानकारी के लिए बता दें कि विमान आईसी-814 का 24 दिसंबर, 1999 को काठमांडू से उड़ान भरने के 40 मिनट बाद पांच आतंकवादियों ने अपहरण कर लिया था। इस विमान को सात दिनों तक बंधक बनाकर रखा गया था। विमान को लेकर काठमांडू से अमृतसर और फिर लाहौर ले गए। लाहौर में इसमें फिर से ईंधन भरा गया और यह दुबई के लिए रवाना किया गया। दुबई से यह विमान तालिबान के नियंत्रण वाले कंधार पहुंचा, जहां 31 दिसंबर को सभी यात्रियों को रिहा कर दिया गया। लेकिन इसके बदले हमारे देश को जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर जैसे 3 खतरनाक आंतकी को रिहा करना पड़ा। तब तत्कालीन विदेश मंत्री जसवंत सिंह इन तीनों के साथ कंधार गए, जहां उन्हें अफगान तालिबान के हवाले कर दिया गया।