Bad Cop Review: 1995 में एक फिल्म आई थी करण-अर्जुन जिसने न सिर्फ मोटा – पैसा छापा था बल्कि लोगों के दिलों में जगह भी बनाई थी। उसमें एक डायलॉग था ‘मेरे करण – अर्जुन आएंगे’ तो भाईया करण – अर्जुन लौट आए हैं। और जबरदस्त तरीके से लौटे हैं। क्राइम थ्रिलर और एक्शन से भरपूर सीरीज बैड कॉप को डिज्नी+होस्टार पर स्ट्रीम कर दिया है। गुलशन देवैया का डबल रोल और अनुराग कश्यप की निगेटिव रोल में एक्टिंग आपको हैरान करेगी। 90 के दशक की कहानी और उसमें 2024 का तड़का आपको कुर्सी से उठने नहीं देगा।
क्या है कहानी?
सीरीज की शुरूआत एक होटल से होती है। जहां अर्जुन अपनी गर्लफ्रेंड कीकी (ऐश्वर्या सुष्मिता) के साथ एक आदमी को ठगने का काम करते हैं। और वहां से भागते हुए एक फेमस जर्नलिस्ट का मर्डर होते देखता है और जब वहां से भागता है पत्रकार उसे पकड़ लेता है जिससे उसका डीएन छूट जाता है। दूसरी तरफ उसका जुड़वा भाई इंस्पेक्टर करण थाने में अपनी सीनियर यानी अपनी पत्नी देविका (हरलीन सेठी) से बहस करते हुए दिखते हैं।
अब एक जंगल का सीन आता है जहां एक हाथी को मारते हुए दिखाया जाता है जिसे देखकर ऐसा लगता है तस्करी पर बेस्ड कहानी होगी। लेकिन, रूको जरा कहानी में अब इंट्री होती है सीरीज के विलेन यानी डॉन कज्बे (अनुराग कश्यप) की। वह जेल पहुंचता है और वहां अपने लड़के से मिलता है। सीरीज में मात्र 2 ही एपिसोड आए हैं लेकिन एक के बाद एक अलग-अलग सीन देखकर आपका भी सिर घूम जाएगा। लेकिन, सीरीज का सस्पेंस आपको कहीं जाने नहीं देगा।
कहानी में आगे अर्जुन अपने भाई करण के पास मदद के लिए जाता है जहां कुछ लोग उस हमला कर देते हैं और दोनों को गोली लग जाती है। करण मर जाता है और अर्जुन करण की जगह आ जाता है। अब सीरीज में आगे क्या होगा ये तो देखने से ही पता चलेगा। इसमें आपको कॉमेडी, रोमांस की झलक भी दिखेगी।
गुलशन देवैया ने करण और अर्जुन दोनों किरदारों में जान डाल दी है। अनुराग कश्यप पर्दे पर विलन बनने में इतने एक्सपर्ट हो गए हैं कि उन्हें ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं लगती। हरलीन सेठी और ऐश्वर्या सुष्मिता ने भी अपने – अपने किरदारों पर जान फूंकी है। एक बार फिर सौरभ सचदेव ने अभिनय से दिल जीत लिया। बैड कॉप को आदित्य दत्त ने डॉयरेक्ट किया है। इसकी राइटिंग में थोड़ा और अच्छा करके सीरीज में जान फूंकी जा सकती थी।