रामदेव ने विस्तार से बताई विधि, आप भी जरूर पढ़ें

दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।

Diwali 2024 laxmi Puja Vidhi: दिवाली के दिन लक्ष्मी पूजा और हवन का विशेष महत्त्व है। ऐसे में जब कई लोगों को हवन करने की पूरी विधि का पता नहीं होता, तो बाबा रामदेव ने हर चरण में निर्देश दिया गया है जिससे आप बिना किसी पंडित के दिवाली पर स्वयं हवन कर सकें।

 1. पूजा स्थल की तैयारी

* पूजा स्थल पर दो ओर शुभ और लाभ लिखें। इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

* लक्ष्मी माता की एक तस्वीर रखें और उसके सामने कुछ सिक्के, चांदी या सोना रखें।

* दीपक जलाएं और सुनिश्चित करें कि पूजा स्थल साफ़-सुथरा हो।

 2. हवन कुंड और सामग्री की व्यवस्था

हवन कुंड उपयोग करें, बाजार में गाय के गोबर से बनाई समिधा के साथ आता है। यह पर्यावरण के अनुकूल है और पेड़ों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण भी।

सामग्री में शामिल करें:

* गुग्गल – इसका धुआं वातावरण को शुद्ध करता है।

* गाय का घी – यह हवन को और प्रभावशाली बनाता है।

* कपूर या रुई का दीपक – हवन के आरम्भ के लिए।

* हवन सामग्री – पतंजलि की विशेष हवन सामग्री जो पाच वर्षों के प्रयास से बनाई गई है।

हवन कुंड के बीच में गाय के घी का दिया जलाकर रखें। एक दिया, रुई या कपूर का, इसमें घी डालकर जलाएं ताकि हवन का शुभारंभ हो सके।

 3. हवन प्रक्रिया और सामग्री का अर्पण

अब हवन आरम्भ करते हैं। हर सामग्री को एक विशेष तरीके से अर्पण करें और निम्न मंत्रों का जाप करें:

1. ओम अग्नये स्वाहा – सामग्री अर्पित करते हुए यह मंत्र बोलें।

2. ओम सोमाय स्वाहा – इससे वातावरण शुद्ध होता है।

3. ओम भूर भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् स्वाहा – यह मंत्र विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, और इसके बाद सामग्री अर्पण करें।

इन मंत्रों के साथ हवन सामग्री का एक-एक चम्मच हवन कुंड में डालें। हवन के लिए पतंजलि में उपलब्ध दुनिया का सबसे बड़ा चम्मच उपयोग कर सकते हैं, जो इसे विशेष बनाता है। आप अपनी सुविधा अनुसार छोटा चम्मच भी उपयोग कर सकते हैं।

 4. हवन कुंड को घर में घुमाएं

हवन के उपरांत हवन कुंड को पूरे घर में घुमाएँ ताकि हवन की पवित्र धूनी पूरे घर में फैल सके। इससे सारे दोष जैसे वास्तु दोष, कालसर्प दोष, पितृ दोष, रोग दोष समाप्त हो जाते हैं। यह धूनी घर में फैले बैक्टीरिया, वायरस और फंगस को नष्ट करती है।

 5. विशेष ध्यान रखने योग्य बातें

* हवन कुंड में घी और गुग्गल बराबर मात्रा में डालते रहें। इससे हवन की महक और धूनी बढ़ती है, जो आपके घर में सुख-समृद्धि और शांति लेकर आती है।

* सप्ताह में एक बार यह प्रक्रिया अवश्य करें ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे और हर प्रकार की विपत्तियाँ दूर हों।

 6. हवन के बाद की प्रक्रिया

हवन के उपरांत घर के प्रत्येक कोने में हवन कुंड को घुमाएँ और थोड़ा-थोड़ा गुग्गल और घी डालते रहें। यह आपके घर के वातावरण को स्वच्छ करता है और आपको रोगमुक्त रखता है।

इस प्रकार स्वयं हवन करके आप न केवल दिवाली को शुभ बना सकते हैं, बल्कि अपने घर में लक्ष्मी, सुख-शांति और स्वास्थ्य भी बनाए रख सकते हैं।

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