सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर नलिनी उर्फ नेल्ला (अनन्या पांडे) के इर्द गिर्द घूमती है कहानी
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
CTRL movie review: मोबाइल, इंटरनेट और सोशल मीडिया आज हमारी जिंदगी का एक बड़ा और अहम हिस्सा बन चुका है। यहां तक कि हम में से कई लोगों की जिंदगी भी इसी के इर्द-गिर्द घूमती है। उनमें से कुछ लोगों के जीवन पर अब ज्यादा एडवांस तकनीक AI भी दस्तक दे चुका है, जिसके फायदे-नुकसान को लेकर खूब हलचल मची हुई है। लेकिन क्या इन नई और एडवांस तकनीक का इस्तेमाल हम कर रहे हैं या फिर ये तकनीक ही हमारा इस्तेमाल कर रहे हैं? इन्हें हम कंट्रोल कर रहे हैं या हम खुद इनके कंट्रोल में हैं? इसी तरह सवालों के जवाब डायरेक्टर विक्रमादित्य मोटवानी की फिल्म CTRL यानी कंट्रोल दिखाती है।
CTRL मूवी की कहानी
बात करें CTRL के कहानी की तो इसमें, सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर नलिनी उर्फ नेल्ला (अनन्या पांडे) के इर्द गिर्द कहानी घूमती है, जो अपने बॉयफ्रेंड जो मस्करेनस (विहान समत) के साथ एक सोशल मीडिया चैनल चलाती है। यही नहीं, इस कपल इंफ्लुएंसर जोड़ी के लाखों फॉलोअर्स हैं। सबकुछ बिल्कुल मस्त चल रहा होता है, जब तक कि नेल्ला अपनी तीसरी एनिवर्सिरी पर सरप्राइज लाइव विडियो के दौरान जो मस्करेनस को किसी और लड़की को किस करते हुए नहीं पकड़ती।
बॉयफ्रेंड के धोखे से नेल्ला (अनन्या) टूट जाती है। इसके बाद सोशल मीडिया पर भी उसे खूब ट्रोल किया जाता है। जिसके बाद वह AI की मदद से जो मस्करेनस की सारी यादें, उसका सारा डिजिटल पास्ट मिटाकर एक नई शुरुआत करने का फैसला लेती है। इसमें मददगार बनता है, उसका AI असिस्टेंट एलेन (अपारशक्ति खुराना), लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आता है, जब जो मस्करेनस वर्चुअल ही नहीं, असल दुनिया से भी लापता हो जाता है। क्या है इसकी वजह? जो मस्करेनस क्यों गायब हुआ? यह फिल्म देखकर पता चलेगा।
कैसी है फिल्म का कहानी?
अविनाश संपत और विक्रमादित्य मोटवानी ने इस फिल्म की कहानी का विषय नया और अलहदा है। इसलिए, फिल्म में एक ताजगी है। विक्रमादित्य ने इस मॉडर्न विषय वाली कहानी को बनाया भी उसी आधुनिक अंदाज में है।
कैसी है एक्टिंग और गाने?
बात एक्टिंग की करें तो फिल्म का पूरा दारोमदार अनन्या पांडे पर है और उन्होंने अपने किरदार के साथ पूरा न्याय किया है। नेल्ला के रोल में वह नेचुरल लगी हैं। जो मस्करेनस के छोटे से रोल में विहान भी अच्छे लगे हैं।फिल्म के गाने कहानी के अनुरूप हैं। कैमरा वर्क, एडिटिंग जैसे तकनीकी पक्ष मजबूत हैं।