नगर निगम पर मनमाने तरीके से टैक्स भेजने का लगा आरोप
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
सोसायटी में कूड़ा नगर निगम उठाता नहीं… सीवर लाइन तक नगर निगम ने बिछायी नहीं…. नगर निगम ने सड़क तक बनवाई नहीं…. जो वायदे पिछली बार किए थे, एक भी नगर निगम गाजियाबाद ने पूरे नहीं किए…. ऊपर से हॉउस टैक्स कैलकुलेशन में भी गड़बड़ी। रविवार को महागुनपुरम सोसायटी पहुंची नगर निगम की टीम को स्थानीय निवासियों के चुभते सवालों का सामना करना पड़ा।
अधिकारियों ने खोया आपा
महागुनपुरम सोसायटी में सुबह 11 बजे नगर निगम का कैंप लगा। कैंप लगते ही बड़ी संख्या में सोसायटी निवासी पहुंचे। एक एक कर निवासी जब अपनी समस्याएं बताने लगे तो अधिकारी अपना आपा खो बैठे। कैंप आए अधिकारियों ने यहां तक कहा कि जिसे जमा करना है, करें नहीं तो कोर्ट जाए। नगर निगम टैक्स को लेकर कोई संसोधन नहीं करेगा। जबकि निवासियों का कहना था कि टैक्स कैलकुलेशन में गड़बड़ी दिख रही है।
स्थानीय लोगों ने किया विरोध
बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने विरोध दर्ज कराया। सोसायटी के सैकड़ों निवासियों ने टैक्स राशि में गड़बड़ी और नगर निगम की सेवाओं की कमी का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इस मामले में स्थानीय निवासियों ने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप की गुजारिश की है।
विवाद के मुख्य कारण
1. सेवाओं की अनुपलब्धता:
निवासियों का कहना है कि सोसायटी में नगर निगम की ओर से न तो सीवर की व्यवस्था है और न ही कूड़ा उठाने का कोई प्रबंध। इसके बावजूद इन सुविधाओं के लिए हाउस टैक्स में राशि वसूली जा रही है।
2. टैक्स गणना में गड़बड़ी:
निवासियों ने हाउस टैक्स की गणना को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि निगम द्वारा निर्धारित टैक्स दरें मनमानी हैं और किसी भी प्रकार की पारदर्शिता नहीं है।
3. अधिकारियों का रवैया:
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि नगर निगम अधिकारियों ने उनकी शिकायतें सुनने से इनकार कर दिया। लोगों का कहना था कि यदि कैंप में जनता की फरियाद नहीं सुनी जाएगी तो फिर कहां जाएं? निवासियों के मुताबिक, अधिकारियों का रवैया बहुत गैर-जिम्मेदाराना रहा।
निवासियों की मांगें
- हाउस टैक्स की पुनर्गणना की जाए।
- सीवर और कूड़ा प्रबंधन जैसी सुविधाएं प्रदान की जाएं।
- नगर निगम अधिकारियों की मनमानी पर रोक लगाई जाए।