PM Modi mann ki baat: असम के गांववालों ने हाथियों और खेती के बीच संघर्ष को कम करने के लिए पेश की अनूठी मिसाल
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
PM Modi mann ki baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में असम के ‘हाथी बंधु’ पहल की तारीफ की। इस अनूठे प्रयास ने न केवल हाथियों और मनुष्यों के बीच के टकराव को कम किया है, बल्कि पर्यावरण-संवेदनशीलता और सामूहिक प्रयासों का एक प्रेरणादायक उदाहरण भी पेश किया है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 19 जनवरी 2025 के संस्करण में असम के नोगांव जिले के गांववालों द्वारा शुरू की गई ‘हाथी बंधु’ पहल का उल्लेख किया। यह पहल हाथियों और किसानों के बीच लंबे समय से चल रहे संघर्ष का समाधान निकालने की दिशा में एक सफल प्रयास है।
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गांववालों ने देखा कि हाथी भोजन की तलाश में खेतों को बर्बाद कर रहे थे। इसके समाधान के लिए गांववालों ने मिलकर लगभग 800 बीघा बंजर भूमि पर नेपियर घास लगाई, जिसे हाथी बेहद पसंद करते हैं। इस पहल का परिणाम यह हुआ कि हाथियों ने खेतों की ओर जाना कम कर दिया। इस सामूहिक प्रयास ने न केवल फसल बर्बादी को रोका बल्कि हाथियों और मनुष्यों के बीच का टकराव भी कम किया।
पीएम मोदी ने नोगांव के महत्व पर भी प्रकाश डाला। यह क्षेत्र न केवल सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह श्रीमंत शंकरदेव जी का जन्म स्थान है, बल्कि यह हाथियों के एक बड़े आश्रय के रूप में भी जाना जाता है। यहां के 100 से अधिक गांव इस समस्या से प्रभावित थे। लेकिन ‘हाथी बंधु’ पहल ने इन चुनौतियों को दूर करने में मदद की।
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भारत में हाथियों की संख्या:
भारत में हाथियों की संख्या में बीते वर्षों में बढ़ोतरी देखी गई है। 2017 की गणना के अनुसार देश में लगभग 27,312 हाथी थे। इसमें कर्नाटक (6,049), असम (5,719) और केरल (3,054) राज्यों में हाथियों की संख्या सबसे अधिक है। यह आंकड़ा भारत के हाथी संरक्षण प्रयासों की सफलता को दर्शाता है।