2450 बाल देखभाल संस्थानों को वित्तीय सहायता, 1,21,861 बच्चों को गैर-संस्थागत देखभाल सेवाएं
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
केंद्र की मोदी सरकार द्वारा संचालित मिशन वात्सल्य योजना वित्त वर्ष 2023-24 में बच्चों की सुरक्षा और कल्याण के लिए मील का पत्थर साबित हुई। योजना के तहत 2450 बाल देखभाल संस्थानों को सहायता दी गई और 1,21,861 बच्चों को गैर-संस्थागत देखभाल सेवाओं का लाभ मिला।
मिशन का उद्देश्य:
मिशन वात्सल्य योजना का उद्देश्य देखभाल और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों (CNCP) और कानूनी विवाद से जूझ रहे बच्चों (CCL) को संस्थागत और गैर-संस्थागत देखभाल सेवाएं प्रदान करना है।
प्रमुख आंकड़े:
- वित्त वर्ष 2023-24 में 2450 बाल देखभाल संस्थानों (CCIs) को सहायता।
- गैर-संस्थागत देखभाल सेवाओं के तहत 1,21,861 बच्चों को लाभ।
- संस्थागत देखभाल के तहत 62,594 बच्चों को सहायता।
- 3580 बच्चों को भारत में और 449 बच्चों को विदेश में गोद लिया गया।
संरचना और कार्यान्वयन:
योजना के तहत 762 जिला बाल संरक्षण इकाइयां, 781 बाल कल्याण समितियां और 774 किशोर न्याय बोर्ड काम कर रहे हैं।
धनराशि साझेदारी:
- सामान्य राज्यों में 60:40 (केंद्र:राज्य)।
- पूर्वोत्तर और पहाड़ी राज्यों में 90:10।
- विधायी सदन रहित केंद्रशासित क्षेत्रों में 100% केंद्र सरकार द्वारा वहन।
मंत्री का बयान:
महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने राज्यसभा में बताया कि मिशन वात्सल्य बच्चों के लिए आयु-उपयुक्त शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, स्वास्थ्य सेवा और परामर्श जैसी सुविधाएं प्रदान करता है।