pasine ki badbu kaise dur kare
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नहाने के बाद भी बगल से बदबू क्यों आती है? पसीने की बदबू के कारण, आयुर्वेदिक और घरेलू उपाय से लेकर बेस्ट साबुन-परफ्यूम तक – हर सवाल का जवाब, बस एक क्लिक में!

दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।

पसीने की बदबू कैसे दूर करें?: दोस्तों, हम सब चाहते हैं कि हर पार्टी, हर क्लास, और हर डेट पर हम फ्रैश और कॉन्फिडेंट दिखें। लेकिन जब बगल से आने वाली पसीने की बदबू इस कॉन्फिडेंस को तार-तार कर दे, तो क्या करें? ये सिर्फ पसीना नहीं, बल्कि बैक्टीरिया का खेल है जो बदबू पैदा करता है। और हाँ, कई बार तो नहाने के बाद भी बगल से इतनी बदबू क्यों आती है?

ये सवाल भी आपको परेशान करता होगा। अच्छी खबर ये है कि अब आपको इस बदबूदार प्रॉब्लम से हमेशा के लिए छुटकारा मिल सकता है! आज हम आपको बताएंगे बगल में पसीना और बदबू क्यों आती है, बदबूदार बगल से हमेशा के लिए छुटकारा कैसे पाएं, और चुटकियों में पसीने की बदबू कैसे दूर करें। साथ ही, जानेंगे बेस्ट साबुन, परफ्यूम, क्रीम और कुछ आसान योग आसन जो आपको हमेशा महकाते रखेंगे!

बगल में पसीना और बदबू क्यों आती है? बदबू का असली कारण!

सबसे पहले समझते हैं कि ये बदबू आती क्यों है। पसीना खुद बदबूदार नहीं होता। हमारी त्वचा पर दो तरह की पसीने की ग्रंथियां होती हैं:

  1. Eccrine Glands: ये पूरे शरीर पर होती हैं और पानी जैसा पसीना निकालती हैं जो शरीर को ठंडा करता है। यह पसीना आमतौर पर गंधहीन होता है।
  2. Apocrine Glands: ये ग्रंथियां बगल, जननांगों और स्तनों के आसपास होती हैं। ये पसीना प्रोटीन और फैटी एसिड से भरपूर होता है। जब ये प्रोटीन और फैटी एसिड आपकी त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया के संपर्क में आते हैं, तो बैक्टीरिया उन्हें तोड़ते हैं और बदबूदार गैसें छोड़ते हैं – यही है पसीने की बदबू का असली कारण!

नहाने के बाद भी मेरे बगल से इतनी बदबू क्यों आती है?

अगर नहाने के बाद भी बदबू आती है, तो इसका मतलब है कि बैक्टीरिया पूरी तरह से खत्म नहीं हुए या तुरंत वापस आ गए। यह हो सकता है:

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  • आपने सही तरीके से सफाई नहीं की।
  • कपड़े साफ नहीं थे।
  • कोई खास स्वास्थ्य स्थिति (जैसे हार्मोनल बदलाव, कुछ दवाएं)।

बदबूदार बगल से हमेशा के लिए छुटकारा कैसे पाएं? ये हैं कमाल के उपाय!

अब जब हमें पसीने की बदबू का कारण पता चल गया है, तो आइए जानते हैं पसीने में बदबू आना कैसे बंद करें और इस समस्या को जड़ से कैसे खत्म करें:


1. पर्सनल हाइजीन है सबसे ज़रूरी

  • नियमित रूप से स्नान: दिन में कम से कम दो बार स्नान करें, खासकर गर्म या उमस भरे मौसम में या वर्कआउट के बाद।
  • एंटीबैक्टीरियल साबुन: पसीने की बदबू दूर करने वाला साबुन चुनें। एंटीबैक्टीरियल सोप बैक्टीरिया को खत्म करने में ज़्यादा प्रभावी होते हैं। बेकिंग सोडा या नीम युक्त साबुन भी अच्छे विकल्प हो सकते हैं।
  • बगल को अच्छे से सुखाएं: नहाने के बाद बगल को पूरी तरह से सुखाना बहुत ज़रूरी है। नमी बैक्टीरिया के पनपने के लिए अनुकूल माहौल बनाती है।

2. कपड़ों का सही चुनाव

  • कॉटन कपड़े पहनें: सिंथेटिक कपड़ों के बजाय कॉटन, लिनन जैसे प्राकृतिक रेशों के कपड़े पहनें। ये हवादार होते हैं और पसीने को सोखते हैं, जिससे बैक्टीरिया कम पनपते हैं।
  • कपड़ों को नियमित बदलें: पसीने वाले कपड़े तुरंत बदलें और उन्हें धोएं।

3. डिओडोरेंट और एंटीपर्सपिरेंट का सही इस्तेमाल

  • डिओडोरेंट: ये बदबू को मास्क करते हैं। पसीने की बदबू दूर करने वाला Perfume या डिओडोरेंट लगाएं।
  • एंटीपर्सपिरेंट: ये पसीने को कम करने का काम करते हैं (पसीने की ग्रंथियों को अस्थायी रूप से ब्लॉक करके)। इन्हें रात में सोने से पहले लगाएं, क्योंकि तब पसीने की ग्रंथियां कम एक्टिव होती हैं और ये ज़्यादा प्रभावी होते हैं।


4. प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपाय (पसीने की बदबू का आयुर्वेदिक इलाज)

  • बेकिंग सोडा: नहाने के बाद थोड़ी सी बेकिंग सोडा बगल में लगाएं। यह नमी को सोखता है और बदबू को बेअसर करता है।
  • एप्पल साइडर विनेगर: पानी में थोड़ा सा एप्पल साइडर विनेगर मिलाकर बगल पर लगाएं और सूखने दें। यह बैक्टीरिया को मारता है।
  • टी ट्री ऑयल: पानी में टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें मिलाकर बगल में लगाएं। यह एक प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल है।
  • फिटकरी: फिटकरी को गीला करके बगल में रगड़ें। यह एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और एंटीपर्सपिरेंट है।
  • नीम: नीम की पत्तियों का पेस्ट या नीम के पानी से स्नान बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करता है।

5. आहार में बदलाव

  • कुछ खाद्य पदार्थ जैसे लहसुन, प्याज, मसालेदार भोजन, और ज़्यादा कैफीन पसीने की बदबू को बढ़ा सकते हैं। इनका सेवन सीमित करें।
  • पर्याप्त पानी पिएं।

6. कुछ आसान आसन (किस आसन को करने से पसीने की दुर्गंध दूर हो जाती है?):

हालांकि कोई विशेष आसन सीधे तौर पर पसीने की बदबू को “दूर” नहीं करता, योग और प्राणायाम शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन और स्ट्रेस कम करने में मदद करते हैं, जिससे शरीर का संतुलन बना रहता है और पसीना नियंत्रित हो सकता है।

  • सूर्य नमस्कार: शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है।
  • कपालभाति प्राणायाम: शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है।
  • पवनमुक्तासन: पाचन में सुधार करता है, जो अप्रत्यक्ष रूप से शरीर की गंध को प्रभावित कर सकता है।

7. अन्य उपाय

  • पसीने की बदबू दूर करने वाला Cream: कुछ खास क्रीम और रोल-ऑन बाजार में उपलब्ध हैं जो पसीने और बदबू को नियंत्रित करते हैं।
  • होम्योपैथिक इलाज (पसीने की बदबू का होम्योपैथिक इलाज): कुछ लोग होम्योपैथिक उपचारों को भी आज़माते हैं, जो शरीर के आंतरिक संतुलन को ठीक करने पर आधारित होते हैं। इसके लिए किसी योग्य होम्योपैथिक चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए।

याद रखें, ये सभी उपाय आपको चुटकियों में पसीने की बदबू कैसे दूर करें इसमें मदद कर सकते हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है नियमितता और सही पर्सनल हाइजीन। हमेशा फ्रेश रहें और कॉन्फिडेंस के साथ अपनी लाइफ जियो!

Q&A

Q1: पसीने में बदबू क्यों आती है?

A1: पसीना खुद गंधहीन होता है, लेकिन जब यह बगल में मौजूद अपोक्राइन ग्रंथियों से निकले प्रोटीन और फैटी एसिड के संपर्क में आता है, तो त्वचा पर मौजूद बैक्टीरिया उन्हें तोड़ते हैं और बदबूदार गैसें पैदा करते हैं।

Q2: नहाने के बाद भी बगल से बदबू क्यों आती है?

A2: नहाने के बाद भी बदबू आने का कारण हो सकता है कि बैक्टीरिया पूरी तरह से साफ न हुए हों, या साफ कपड़े न पहने हों, या कुछ विशेष स्वास्थ्य स्थितियाँ हों।

Q3: पसीने की बदबू दूर करने के लिए कौन सा साबुन बेहतर है?

A3: पसीने की बदबू दूर करने के लिए एंटीबैक्टीरियल साबुन, बेकिंग सोडा युक्त साबुन, या नीम युक्त साबुन बेहतर माने जाते हैं।

Q4: क्या कोई आयुर्वेदिक तरीका है जिससे पसीने की बदबू दूर की जा सके?

A4: हाँ, बेकिंग सोडा, एप्पल साइडर विनेगर, टी ट्री ऑयल, फिटकरी और नीम का इस्तेमाल पसीने की बदबू दूर करने के कुछ प्रभावी आयुर्वेदिक और प्राकृतिक तरीके हैं।

Q5: क्या कोई योग आसन पसीने की बदबू दूर करने में मदद कर सकता है?

A5: सीधे तौर पर कोई एक आसन बदबू दूर नहीं करता, लेकिन सूर्य नमस्कार और कपालभाति प्राणायाम जैसे आसन शरीर को डिटॉक्सिफाई करने और स्ट्रेस कम करने में मदद करते हैं, जिससे शरीर का संतुलन बना रहता है और पसीना नियंत्रित हो सकता है।

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