राजेश खन्ना की असफलता के पीछे किसी की साजिश नहीं, बल्कि बदलते दौर की मांग का नतीजा था: सलीम खान
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
बॉलीवुड के मशहूर लेखक सलीम खान ने एक इंटरव्यू में राजेश खन्ना के डाउनफॉल और अमिताभ बच्चन की सफलता पर खुलकर बात की। उन्होंने स्पष्ट किया कि राजेश खन्ना की गिरती लोकप्रियता के पीछे साजिश की कोई भूमिका नहीं थी, बल्कि दर्शकों की बदलती पसंद और सिनेमा में नए चेहरे की मांग इसकी वजह थी।
राजेश खन्ना का दौर वह दौर था, जब उनके पीछे फिल्म इंडस्ट्री के बड़े-बड़े सितारे भी फीके पड़ गए थे। लेकिन समय के साथ जब अमिताभ बच्चन का सितारा चमका, तो राजेश खन्ना का करियर ग्राफ गिरने लगा।
इस बदलते दौर पर सलीम खान ने हाल ही में एक इंटरव्यू में विस्तार से बात की। उन्होंने कहा, “राजेश खन्ना के डाउनफॉल के पीछे किसी की साजिश नहीं थी। जब वे इंडस्ट्री में आए, तो उन्होंने भी अपने समय के स्टार्स जैसे राजेंद्र कुमार और सुनील दत्त को ओवरटेक किया था। उस समय भी किसी ने इसे साजिश नहीं कहा था।”
अपने ऊपर लगाए आरोपों को नकारा
सलीम खान ने इस धारणा का खंडन किया कि सलीम-जावेद की टीम ने अमिताभ बच्चन के लिए राजेश खन्ना का डाउनफॉल रचा था। उन्होंने कहा, “यह हास्यास्पद है। हमारे हाथ में खुद हमारा भविष्य नहीं था। हम बस अच्छा काम करने में यकीन रखते थे। कुछ फिल्में चलती थीं, कुछ नहीं। लेकिन लोगों ने यह मान लिया कि हमने जान-बूझकर ऐसा किया।”
दर्शकों की अपेक्षाएं बदली
उन्होंने यह भी कहा कि जब अमिताभ बच्चन जैसे सितारे आए, तो दर्शकों की अपेक्षाएं भी बदलने लगीं। “अमिताभ में वह ऊर्जा और करिश्मा था, जो उस समय के दर्शकों की नई पसंद के साथ मेल खाता था। ‘जंजीर’ के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनका वक्त था, उनकी मेहनत और सही समय पर सही निर्णयों ने उन्हें ऊंचाइयों तक पहुंचाया।”
सलीम खान ने अंत में यह स्पष्ट किया कि फिल्म इंडस्ट्री में हर स्टार का अपना समय होता है और सिनेमा दर्शकों की पसंद पर आधारित होता है। राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन दोनों ही अपने-अपने दौर के आइकॉनिक स्टार्स थे, और दोनों का योगदान अमूल्य है।