हाइलाइट्स

  • फिल्म की कहानी को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जिंदगी से बताया गया प्रेरित
  • गुलजार ने दी दुहाई, कहा था कि फिल्म काल्पनिक पात्रों पर आधारित
  • इंदिरा गांधी ने दो सिपहसलारों को फिल्म देखनेे के लिए भेजा, पसंद आयी फिल्म
  • विपक्ष ने फिल्म में महिला अदाकारा द्वारा शराब पीते दृश्यों को इंदिरा गांधी का बताकर खूब किया प्रचारित

1975 में आयी एक फिल्म ने भारत की सियासत में भूचाल ला दिया था। यह फिल्म थी गुलजार (gulzar) की आंधी (Aandhi movie)। फिल्म कुछ हिस्सों में रिलीज हुई थी, लेकिन उसके बाद इस कदर सियासी पचड़े में फंसी की बैन लगाना पड़ा। इमरजेसी (emergency in india) लागू हुई तो सख्त बैन लगा। गुलजार (Gulzar) उस समय मास्को (moscow)में आयोजित फिल्म फेस्टिवल में हिस्सा लेने गए थे। गुलजार की दिली ख्वाहिश थी कि मास्को फिल्म फेस्टिवल (moscow film festival) में आंधी (Aandhi films) का प्रीमियर हो लेकिन ऐन वक्त पर सरकार (Indian government) ने उन्हेें सूचित किया कि फिल्म बैन कर दी गई है। फिल्म मास्को में भी नहीं दिखाई जाएगी। गुलजार बहुत परेशान हो गए। वो सरकार को यकीन दिलाते रहे कि यह फिल्म तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (indira gandhi) पर केंद्रित नहीं है लेकिन कोई असर नहीं हुआ। अगले दिन न्यूयार्क टाइम्स (The New York Times) में फिल्म बैन होने की खबर प्रकाशित हुई।

विपक्ष उस समय यही प्रचारित कर रहा था कि आंधी फिल्म इंदिरा गांधी पर केंद्रित है। ये सच है कि गुलजार ने अभिनेत्री सुचित्रा सेन (suchitra sen) को इंदिरा गांधी (Indira gandhi) का हाव भाव समझने के लिए कहा था। हालांकि यह केवल फिल्म के एक संदर्भ के लिए था। फिल्म की कहानी किसी भी तरह से इंदिरा और फिरोज गांधी (indira and feroze gandhi love story) से प्रेरित नहीं थी।

इस तरह अफवाह फैली

वितरकों को पैसे की चाह होती है। कई बार इसके चक्कर में बेवजह का प्रचार करते हैं। कुछ ऐसा ही आंधी के साथ हुआ। दक्षिण भारत में एक वितरक ने पोस्टर चस्पा करवा दिया, जिस पर लिखा था कि ‘परदे पर देखिए अपनी प्रधानमंत्री को’। दिल्ली के एक अखबार में विज्ञापन तक छपवा दिया गा। जिसमें लिखा था कि ‘आजाद भारत की एक महान महिला नेता की कहानी’। बातें अधिक होेने लगी तो इंदिरा गांधी ने तत्कालीन सूचना और प्रसारण मंत्री इंद्र कुमार गुजराल को फिल्म देखने भेजा। उन्हेें यह फिल्म पसंद भी आयी। लेकिन उस समय गुजरात (gujarat election) में चुनाव होने थेे। विपक्षी दलों ने फिल्म के वे सीन लोगों के बीच खूब प्रचारित किए गए जिनमें सुचित्रा सेन शराब और सिगरेट का सेवन करते दिखती हैं। सुचित्रा सेन का लुक इंदिरा गांधी से मिलता था। मामला बिगड़ता देख फिल्म ‘आंधी’ पर इंदिरा सरकार ने तब बैन लगा दिया जब वह पांच हफ्ते बाद सिनेमाघरों में अपनी सिल्वर जुबली मनाने वाली थी। बाद में जब केंद्र में जनता पार्टी की सरकार बनी तो फिल्म ‘आंधी’ का टीवी पर प्रसारण किया गया।

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