हाइलाइट्स
- शूटिंग के बाद राजकपूर बार-बार कहते कुछ कमी रह गई
- ऋषि कपूर को यह सुनना नागवार गुजरता
- मेरा नाम जोकर के लिए ऋषि कपूर को किया गया था सम्मानित
मेरा नाम जोकर (mera naam Joker) हिंदी सिनेमा की ऐतिहासिक फिल्म है। फिल्म की शूटिंग से जुड़ा एक किस्सा आज आपको बताते हैं। इस फिल्म से ऋषि कपूर (rishi kapoor) भी डेब्यू कर रहे थे। फिल्म के हर सीन के बाद राजपूर (Raj kapoor) अपने बेटे ऋषि कपूर (Actor rishi kapoor) के पास जाते और कहते कि तुमने शॉट तो अच्छा दिया लेकिन कुछ कमी रह गई। अगले दिन ऋषि कपूर और मेहनत करते। राज कपूर कहते कि पिछली बार से अच्छा था लेकिन कुछ कमी रह गई। ऋषि कपूर बहुत टेंशन में आ जाते। सोचते कि आखिर पापा को उनकी एक्टिंग पसंद क्यों नहीं आ रही है। पापा को कमी ही नजर क्यों आ रही है।
खैर, फिल्म बनी और रिलीज हुई। काफी पसंद भी की गई। ऋषि कपूर को चाइल्ड आर्टिस्ट का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। अवार्ड लेने के बाद जब वो घर पहुंचे तो पिता के पैर छूए। कहा-अब ताे कह दीजिए कि मैंने अच्छी एक्टिंग की। राज कपूर ने बधाई देते हुए कहा कि काम तो अच्छा था लेकिन थोड़ी कमी रह गई।
नाराज हो गए ऋषि
पिता की बात सुनकर इस बार ऋषि कपूर नाराज हो गए। बोले-किसी और को कमी नहीं दिखती है। आपको कमी ही नजर आती है। राजकपूर ने कहा कि मेरेे पिता पृथ्वीराज कपूर भी मुझसे यही कहते थे, जब मैने नाराजगी जताई थी तो उन्होने एक किस्सा सुनाया था। वही किस्सा मैं तुमको सुनाता हूं। एक नट था जो अपने बेटे को कंधे पर बैठाकर करतब दिखाता था। बेटा करता तो बाप कहता कि कुछ कमी रह गई। बेटा नाराज हो गया, बोला कि आज के बाद यह सब मत कहना। एक दिन करतब दिखाते हुए ध्यान बंटा तो वो गिर गया। इसलिए अपने काम को कभी भी परफेक्ट नहीं समझना चाहिए। हमेशा बेहतर करने की गुंजाइश बरकरार रखनी चाहिए।