bappi lahiri happy birthday डिस्को किंग बप्पी लाहिड़ी ने 650 से अधिक फिल्मों में संगीत दिया। ‘डिस्को डांसर’ का गीत ‘जिमी-जिमी, ‘बंबई से ‘आया मेरा दोस्त’, ‘थानेदार’ फिल्म का ‘तम्मा तम्मा’ या फिर ‘द डर्टी पिक्चर’ का ‘ऊहला ला’ हो, उनके गानों की धूम आज तक बरकरार है। बप्पी लाहिड़ी का जन्म 27 नवंबर, 1952 को बंगाल के जलपाईगुड़ी में हुआ था। बप्पी जी का मूल नाम आलोकेश लाहिड़ी था। इनके पिता गायक और मां संगीतकार और गायिका थीं। यानी संगीत इन्हें विरासत में मिला।बप्पी जी ने एक बार कहा था कि ’50 साल बाद अगर मेरा एक गाना बजेगा तो 2000 लोग नाचेंगे। उनकी यह बात सौ प्रतिशत सच है। आज भी जमाना उनके गानों पर थिरकता है।
बप्पी लाहिड़ी ने अपने करियर की शुरुआत बांग्ला फिल्म ‘दादू’ से की थी। उस समय इनकी उम्र केवल 17 साल थी। नन्हा शिकारी’ बतौर संगीतकार बप्पी लाहिड़ी की पहली हिंदी फिल्म थी। हालांकि यह फिल्म बाक्स अाफिस पर सफल नहीं हो पायी। बप्पी के करियर को साल 1975 में रिलीज फिल्म जख्मी से रफ्तार मिली। इस फिल्म के दो गानों ने बप्पी को रातों रात स्टार बना दिया। ये गाने थे ‘आओ तुम्हें चांद पे ले जाएं’ और ‘जलता है जिया मेरा’। इसकेे बाद नमक हलाल फिल्म का गाना ‘पग घुंघरू बांध मीरा नाची थी’ सुपर हिट रहा।
बप्पी लाहिड़ी ने साल 1983 में आयी मिथुन चक्रवर्ती अभिनीत फिल्म ‘डिस्को डांसर’ में कालजयी संगीत दिया। ‘आइ एम ए डिस्को डांसर’, ‘जिमी जिमी आ जा सरीखे गानों ने बप्पी को हर संगीतप्रेमी के दिल में बैठा दिया। ‘जिमी जिमी’ गाना 45 विदेशी भाषाओं में डब किया गया है, यह अपने आप में एक अनूठा रिकार्ड है। पाप किंग माइकल जैक्सन ने एक बार कहा था कि उनको ‘डिस्को डांसर’ गाना बहुत पसंद था। डिस्को के साथ उन्होंने कई क्लासिकल गाने भी दिए। जैसे फिल्म ‘ऐतबार’ का ‘किसी नजर को तेरा इंतजार आज भी है’, फिल्म ‘आंगन की कली’ का गीत ‘सैया बिना घर सूना’। बप्पी जी ने 9000 से ज्यादा गाने बनाए।
सोने से लगाव
बप्पी लाहिड़ी अपने लुक की वजह से खासे चर्चा में रहते थे। आंखों पर काला चश्मा, गले में सोने की मोटी चैन और अंगूठियां खूब पहनते थे। सोने के प्रति लगाव उन्हें बचपन से था। उनकी मां ने एक बार उन्हेें सोने की चेन दी थी, जिसके बाद से ही उन्हें पसंद आ गया था। वह अमेरिकी संगीतकार एल्विस प्रेस्ली ो अपना आदर्श मानते थे। प्रेेस्ली भी खूब ज्वैलरी पहनते थे।