ratan tata death: टाटा ग्रुप के शेयरों में हलचल, रतन टाटा के करीबियों और टाटा समूह पर गहरा प्रभाव
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
ratan tata death: रतन टाटा के निधन के साथ ही पूरे भारत में उद्योग जगत और उनके चाहने वालों में गहरा शोक है। 86 वर्ष की आयु में उनका मुंबई के एक अस्पताल में निधन हुआ, जहां वह सोमवार से भर्ती थे। उनके निधन की खबर सुनते ही देश-विदेश से कई हस्तियों और उद्योगपतियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
प्रसिद्ध ब्रांडिंग और PR विशेषज्ञ सुहेल सेठ ने उन्हें “भारतीय उद्यमिता का स्तंभ” बताया। उन्होंने कहा, “रतन टाटा का व्यक्तित्व प्रेरणादायक था, उनकी दूरदर्शिता और कड़ी मेहनत ने भारत को वैश्विक पटल पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।”
रतन टाटा के युवा सहयोगी शंतनु नायडू, जो उनके पर्सनल असिस्टेंट और सलाहकार के रूप में काम कर रहे थे, ने भी एक भावुक संदेश साझा किया। शंतनु, जिन्हें टाटा ग्रुप के युवा चेहरों में से एक माना जाता है, रतन टाटा के करीब थे और उनके मार्गदर्शन में काम करते थे। उनके जीवन पर रतन टाटा का बहुत बड़ा प्रभाव था, और उनके निधन से शंतनु को व्यक्तिगत रूप से गहरा आघात लगा है।
शंतनु नायडू, जिन्होंने पशु अधिकारों के लिए काम किया और रतन टाटा के साथ इस पहल पर काम किया, की वेतन और जीवनशैली अक्सर चर्चाओं में रहती है। हालांकि, रतन टाटा के साथ उनका जुड़ाव उनके आर्थिक लाभ से अधिक उनके सामाजिक और नैतिक दृष्टिकोण के कारण था।
इस बीच, टाटा ग्रुप की कंपनियों जैसे टाटा पावर और टाटा इन्वेस्टमेंट के शेयरों में हलचल देखी गई। टाटा इन्वेस्टमेंट के शेयर मूल्य में थोड़ी अस्थिरता आई, लेकिन टाटा के नेतृत्व में विकसित कंपनियां अपनी मजबूती के लिए जानी जाती हैं। टाटा पावर के शेयरों में भी इसी तरह की हलचल देखने को मिली, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक अस्थायी प्रभाव है और समूह की आर्थिक नींव मजबूत है।
रतन टाटा के करीबी मित्र और उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला ने उन्हें याद करते हुए कहा, “रतन टाटा सिर्फ एक उद्योगपति नहीं थे, वह एक दार्शनिक थे, जिन्होंने व्यापार के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारी को भी प्राथमिकता दी।”
पारसी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले रतन टाटा के अंतिम संस्कार की विधि पारसी अंतिम संस्कार परंपराओं के अनुसार होगी। उनका पारिवारिक संबंध नवल एच टाटा से है, जिन्होंने टाटा समूह की नींव को मजबूत किया था। टाटा परिवार का मुंबई में गहरा इतिहास है, और उनके निधन के साथ पारसी समुदाय में एक महत्वपूर्ण युग का अंत हो गया है।
NCPA लॉन्स मुंबई में होने वाले शोक सभा की योजना बनाई जा रही है, जहां टाटा समूह के अधिकारी, उद्योगपति, और उनके करीबी लोग उन्हें श्रद्धांजलि देंगे।
रतन टाटा के निधन के समय, भारतीय सिनेमा के दिग्गज निर्देशक एसएस राजामौली और अभिनेत्री सिमी गरेवाल सहित कई हस्तियों ने अपने सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया। सिमी गरेवाल ने लिखा, “रतन टाटा जी की सादगी और गरिमा ने मुझे हमेशा प्रेरित किया। उनका जीवन एक आदर्श है।”
टाटा के शेयरों की स्थिति को देखते हुए, कई निवेशक इस बात पर नजर रख रहे हैं कि आने वाले समय में टाटा समूह के शेयरों का प्रदर्शन कैसा रहेगा। हालिया अस्थिरता के बावजूद, टाटा इन्वेस्टमेंट और टाटा पावर जैसी कंपनियां जल्द ही अपने स्थिर प्रदर्शन की ओर लौटने की संभावना रखती हैं। रतन टाटा का जीवन और उनकी सफलता की कहानी प्रेरणा का स्रोत रहेगी। उनका मुंबई स्थित घर, जहां वह अपने अंतिम समय तक रहे, अब एक ऐसी जगह बन गई है जिसे लोग उनकी विरासत के रूप में याद करेंगे।