भीड़-भाड़ वाली सड़कों पर ड्राइव करने के लिए सबसे ज़रूरी फीचर्स, माइलेज और गाड़ियों के प्रकार की पूरी जानकारी
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
city driving, heavy traffic, best car for city – क्या ये शब्द आपकी रोज़ की परेशानी का हिस्सा हैं? अगर हाँ, तो आप अकेले नहीं हैं। भारत के बड़े शहरों में ट्रैफिक जाम के कारण हर साल हज़ारों करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान होता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे शहरों में ट्रैफिक जाम की वजह से सालाना ₹22,000 करोड़ से ज़्यादा का नुकसान होता है। यह सिर्फ पैसे का नुकसान नहीं है, बल्कि यह आपके कीमती समय और ऊर्जा को भी बर्बाद करता है।
ऐसे में, सही कार का चुनाव करना न सिर्फ़ आपके सफर को आसान और आरामदायक बना सकता है, बल्कि आपकी जेब पर भी बोझ कम करता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि अपनी ज़रूरतों के हिसाब से परफेक्ट सिटी कार कैसे चुनें।
शहर के ट्रैफिक में ड्राइविंग की चुनौतियाँ
ट्रैफिक में गाड़ी चलाना एक थकाऊ काम हो सकता है। लगातार ब्रेक और क्लच का उपयोग, तंग जगहों में गाड़ी पार्क करने की चुनौती और बार-बार रुकने-चलने से गाड़ी का माइलेज बहुत कम हो जाता है। एक अच्छी सिटी कार वो होती है जो इन सभी चुनौतियों का सामना आसानी से कर सके और आपको एक आरामदायक और तनाव-मुक्त ड्राइविंग अनुभव दे।
सही सिटी कार में क्या फीचर्स देखें?
शहर के ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए, आपको कार के कुछ खास फीचर्स पर ध्यान देना चाहिए।
1. ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन (Automatic Transmission)
यह शायद सबसे ज़रूरी फीचर है। ट्रैफिक में बार-बार गियर बदलने और क्लच दबाने की मेहनत से बचने के लिए एक ऑटोमैटिक कार बेहतरीन होती है। यह थकान को कम करती है और ड्राइविंग को कहीं ज़्यादा आसान बना देती है।
2. कॉम्पैक्ट साइज़ (Compact Size)
शहर की तंग गलियों और भीड़-भाड़ वाली जगहों के लिए एक छोटी गाड़ी सबसे अच्छी होती है। छोटी कार को मोड़ना, तंग जगहों से निकालना और पार्क करना आसान होता है।
3. बेहतरीन माइलेज (Excellent Mileage)
ट्रैफिक में गाड़ी का माइलेज बहुत कम हो जाता है। ऐसे में, एक ऐसी कार चुनना ज़रूरी है जो आपको कम से कम 18-20 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज दे सके। यह आपके पेट्रोल के खर्च को काफी कम कर देगा।
4. कम टर्निंग रेडियस (Low Turning Radius)
गाड़ी का टर्निंग रेडियस जितना कम होगा, उसे तंग जगहों पर घुमाना उतना ही आसान होगा। यह शहर के ट्रैफिक में यू-टर्न लेने और पार्किंग के लिए बहुत ज़रूरी है।
5. सुरक्षा फीचर्स (Safety Features)
शहर में अक्सर छोटे-मोटे एक्सीडेंट होने का खतरा रहता है। इसलिए एयरबैग्स, एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (ABS) और रिवर्स पार्किंग सेंसर जैसे फीचर्स पर ध्यान देना बहुत ज़रूरी है।
6. उच्च ग्राउंड क्लीयरेंस (High Ground Clearance)
भारतीय सड़कों पर स्पीड ब्रेकर्स और गड्ढे आम बात हैं। एक अच्छी ग्राउंड क्लीयरेंस वाली कार इन बाधाओं को आसानी से पार कर लेती है, जिससे आपकी कार के नीचे का हिस्सा सुरक्षित रहता है।
गाड़ी के प्रकार: आपके लिए क्या है सही?
आपके लिए सबसे अच्छी सिटी कार कौन सी है, यह तय करने से पहले गाड़ी के प्रकार को समझना ज़रूरी है।
हैचबैक (Hatchback):
शहर के ट्रैफिक के लिए हैचबैक सबसे अच्छा विकल्प है। यह कॉम्पैक्ट होती है, इसका माइलेज बेहतर होता है, और इसे पार्क करना आसान होता है। भारत में सबसे ज़्यादा बिकने वाली कारों में हैचबैक ही शामिल हैं।
सेडान (Sedan):
अगर आप ज़्यादा आराम और बूट स्पेस चाहते हैं तो सेडान एक अच्छा विकल्प हो सकती है, लेकिन ट्रैफिक में इसका साइज़ हैचबैक की तुलना में थोड़ी ज़्यादा जगह घेरता है।
एसयूवी (SUV):
शहर के भारी ट्रैफिक में एसयूवी चलाना सबसे मुश्किल हो सकता है। इनका बड़ा साइज़, कम माइलेज और तंग जगहों में मोड़ने की दिक्कत इन्हें सिटी ड्राइविंग के लिए एक अव्यावहारिक विकल्प बना देती है।
बेस्ट सिटी कार्स के उदाहरण
ऊपर बताए गए सभी फीचर्स को ध्यान में रखते हुए, यहाँ कुछ ऐसी गाड़ियों के नाम दिए गए हैं जो city driving के लिए परफेक्ट हैं। यहाँ उनके ARAI सर्टिफाइड माइलेज (ARAI Certified Mileage) की जानकारी भी दी गई है, हालांकि असली माइलेज आपकी ड्राइविंग स्टाइल और ट्रैफिक की स्थिति पर निर्भर करती है।
मारुति सुजुकी वैगनआर
यह अपनी शानदार माइलेज, कॉम्पैक्ट साइज़ और आरामदायक केबिन के लिए जानी जाती है।
माइलेज: 23.56 से 25.19 किमी/लीटर (पेट्रोल वेरिएंट) और 34.05 किमी/किग्रा (CNG वेरिएंट)
टाटा टियागो
यह मजबूत बनावट और बेहतरीन सुरक्षा फीचर्स के साथ आती है, जो इसे एक भरोसेमंद विकल्प बनाती है।
माइलेज: 19.01 किमी/लीटर (पेट्रोल वेरिएंट) और 26.49 किमी/किग्रा (CNG वेरिएंट)
हुंडई ग्रैंड i10 Nios
यह स्टाइलिश डिज़ाइन, आरामदायक इंटीरियर और सुविधाजनक फीचर्स के साथ आती है, जो शहरी ड्राइवरों को खूब पसंद आते हैं।
माइलेज: 20.7 किमी/लीटर (पेट्रोल वेरिएंट)
शहर के ट्रैफिक के लिए एक ऐसी कार चुनें जो न सिर्फ़ आपको एक जगह से दूसरी जगह ले जाए, बल्कि आपके सफर को आरामदायक भी बनाए। एक कॉम्पैक्ट, अच्छी माइलेज वाली और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली कार शहर के ट्रैफिक के लिए सबसे बेहतर है। अपनी ज़रूरतों के हिसाब से सही फीचर्स का चुनाव करना ही आपके लिए परफेक्ट सिटी कार चुनने की कुंजी है।
Q&A
Q1. शहर के लिए ऑटोमैटिक कार क्यों अच्छी है?
A1. ऑटोमैटिक कार में आपको बार-बार गियर बदलने और क्लच दबाने की ज़रूरत नहीं पड़ती, जिससे भारी ट्रैफिक में ड्राइविंग ज़्यादा आसान और कम थकाऊ हो जाती है।
Q2. हैचबैक और सेडान में क्या अंतर है?
A2. हैचबैक कॉम्पैक्ट होती है, जिसका पीछे का हिस्सा उठा हुआ होता है और बूट सीधे केबिन से जुड़ा होता है। वहीं, सेडान में एक अलग बूट स्पेस होता है और यह हैचबैक की तुलना में लंबी होती है।
Q3. किस कंपनी की कार का रखरखाव (maintenance) सस्ता है?
A3. मारुति सुजुकी और टाटा जैसी कंपनियों की कारों का रखरखाव आमतौर पर सस्ता होता है क्योंकि इनके पार्ट्स आसानी से और कम कीमत में मिल जाते हैं।
Q4. शहर में कार चलाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? A4. शहर में हमेशा धीरे और नियंत्रित गति से चलाएं, बेवजह हॉर्न न बजाएं, और ट्रैफिक नियमों का पालन करें।
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