राजनीतिक करियर और दस दमदार बयान
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
देवेंद्र फडणवीस भारतीय राजनीति के एक प्रमुख चेहरा हैं, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से जुड़े हुए हैं। उनका राजनीतिक करियर, शिक्षा, परिवार और व्यक्तिगत पसंद-नापसंद के बारे में विस्तार से चर्चा करते हैं।
राजनीतिक करियर
देवेंद्र फडणवीस का राजनीतिक सफर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से शुरू हुआ। उन्होंने 1990 के दशक में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में सक्रियता दिखाई। 1992 में, उन्होंने नागपुर के राम नगर वार्ड से नगर निगम चुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा और 22 वर्ष की आयु में सबसे युवा पार्षद बने। इसके बाद, 1997 में वे नागपुर नगर निगम के सबसे युवा मेयर बने।
फडणवीस ने 1999 से 2004 तक लगातार तीन बार महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य के रूप में कार्य किया। 2013 में भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष बने और 2014 के विधानसभा चुनावों के बाद, उन्हें मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई। वे 31 अक्टूबर 2014 को महाराष्ट्र के 18वें मुख्यमंत्री बने और यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले गैर-कांग्रेसी नेता बन गए जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया।
2019 में, उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया, लेकिन 2024 में भाजपा ने उन्हें तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय लिया। फडणवीस की राजनीतिक शैली और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें राज्य की राजनीति में एक महत्वपूर्ण धुरी बना दिया है। उनकी पहचान एक सशक्त नेता के रूप में बनी है, जो न केवल भाजपा बल्कि पूरे महाराष्ट्र की राजनीति पर प्रभाव डालते हैं।
देवेंद्र फडणवीस का परिवार
देवेंद्र फडणवीस का जन्म 22 जुलाई 1970 को नागपुर, महाराष्ट्र में हुआ था। उनके पिता गंगाधर फडणवीस भी राजनीति में सक्रिय थे और महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य रहे। उनकी माता सरिता फडणवीस विदर्भ हाउसिंग क्रेडिट कॉर्पोरेशन की निदेशक थीं।
फडणवीस का विवाह 2006 में अमृता रानाडे से हुआ। उनके एक बेटी है जिसका नाम दिविजा फडणवीस है। उनका परिवार हमेशा से उनके राजनीतिक सफर में सहायक रहा है।
कानून की डिग्री
फडणवीस ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा इंदिरा कॉन्वेंट स्कूल से प्राप्त की और बाद में नागपुर के सरकारी लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री हासिल की। इसके अलावा, उन्होंने जर्मनी के डाहलम स्कूल ऑफ एजुकेशन से बिजनेस मैनेजमेंट और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट में डिप्लोमा किया। उनकी शिक्षा ने उन्हें न केवल राजनीतिक बल्कि प्रशासनिक मामलों में भी सक्षम बनाया।
पसंद-नापसंद
देवेंद्र फडणवीस को खेलों और विशेष रूप से क्रिकेट का शौक है। वे पढ़ाई के प्रति भी रुचि रखते हैं और अक्सर विभिन्न विषयों पर किताबें पढ़ते हैं। उनके पसंदीदा व्यंजनों में महाराष्ट्रीयन खाना शामिल है। इसके अलावा, वे सामाजिक कार्यों में भी रुचि रखते हैं और विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर अपनी राय रखते हैं।
दस प्रमुख बयान
1. “मेरा पानी उतरा देखकर मेरे किनारे घर मत बसा लेना, मैं समंदर हूं लौटकर वापस जरूर आऊंगा!” – यह बयान उन्होंने अपने राजनीतिक संघर्ष को दर्शाते हुए दिया।
2. “राजनीति सेवा का माध्यम है, न कि सत्ता का साधन!” – इस बयान से उन्होंने अपनी सेवा भाव को स्पष्ट किया।
3. “हम विकास की राजनीति करते हैं, न कि जातिवाद की!” – यह बयान उनकी विकासात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है।
4. “महाराष्ट्र का भविष्य उज्ज्वल है, हमें मिलकर इसे साकार करना होगा!” – उन्होंने राज्य के विकास पर जोर देते हुए यह कहा।
5. “हमारी सरकार सभी वर्गों का ध्यान रखेगी!” – यह बयान उनके समावेशी विकास के दृष्टिकोण को दर्शाता है।
6. “शिक्षा ही सबसे बड़ा हथियार है!” – उन्होंने शिक्षा को प्राथमिकता देने का संदेश दिया।
7. “महिलाओं का सशक्तिकरण हमारे एजेंडे का हिस्सा है!” – उन्होंने महिलाओं के अधिकारों पर जोर दिया।
8. “किसानों की भलाई हमारी प्राथमिकता है!” – किसानों की समस्याओं पर ध्यान देने का आश्वासन दिया।
9. “भ्रष्टाचार को समाप्त करना हमारी जिम्मेदारी है!” – भ्रष्टाचार विरोधी उपायों पर जोर दिया।
10. “हम सब मिलकर महाराष्ट्र को आगे बढ़ाएंगे!” – एकता और सहयोग की भावना व्यक्त की।
पीएम मोदी के फ्रेंड क्यों?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में देवेंद्र फडणवीस को अपना परममित्र कहा था। यह मित्रता न केवल व्यक्तिगत संबंधों पर आधारित है बल्कि राजनीतिक रणनीतियों और विचारधाराओं पर भी आधारित है। फडणवीस ने मोदी के नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू किया है और दोनों नेताओं ने मिलकर महाराष्ट्र के विकास के लिए कई कदम उठाए हैं।
फडणवीस की राजनीतिक सोच और कार्यशैली ने उन्हें मोदी का करीबी सहयोगी बना दिया है। उनकी समझदारी और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें भाजपा में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है, जिससे उनकी मित्रता मजबूत हुई है।
राजनीतिक करियर में परिवार का योगदान
देवेंद्र फडणवीस की राजनीतिक यात्रा में उनके परिवार का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनका परिवार न केवल व्यक्तिगत समर्थन प्रदान करता है, बल्कि राजनीतिक दृष्टिकोण और मार्गदर्शन भी देता है। यहाँ हम उनके परिवार के विभिन्न सदस्यों की भूमिका पर चर्चा करेंगे।
पिता का योगदान
देवेंद्र फडणवीस के पिता, गंगाधर फडणवीस, एक प्रमुख राजनीतिक हस्ती थे। वे महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य रहे और आपातकाल के दौरान गिरफ्तार भी हुए थे। उनके राजनीतिक विचार और संघर्ष ने देवेंद्र को प्रेरित किया। गंगाधर फडणवीस की राजनीतिक पृष्ठभूमि ने देवेंद्र के लिए एक मजबूत आधार तैयार किया, जिससे उन्होंने युवा अवस्था में ही राजनीति में कदम रखा। उनके पिता का अनुभव और मार्गदर्शन देवेंद्र के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन रहा, जिसने उन्हें राजनीतिक चुनौतियों का सामना करने की क्षमता प्रदान की।
माँ का प्रभाव
देवेंद्र की माँ, सरिता फडणवीस, विदर्भ हाउसिंग क्रेडिट सोसाइटी की निदेशक रही हैं। उनका पेशेवर और सामाजिक अनुभव देवेंद्र के लिए प्रेरणा स्रोत रहा है। उन्होंने हमेशा अपने बेटे को सही मार्ग पर चलने के लिए प्रोत्साहित किया और सामाजिक जिम्मेदारियों का महत्व सिखाया। उनके परिवारिक मूल्यों ने देवेंद्र को एक संवेदनशील नेता बनाने में मदद की है।
पत्नी का सहयोग
देवेंद्र फडणवीस ने 2005 में अमृता रानाडे से विवाह किया, जो एक बैंकर और गायिका हैं। अमृता ने हमेशा अपने पति के राजनीतिक करियर में उनका समर्थन किया है। उनका पेशेवर अनुभव और सामाजिक दृष्टिकोण देवेंद्र के निर्णय लेने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अमृता का सक्रिय भागीदारी न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन में बल्कि सार्वजनिक जीवन में भी दिखाई देती है, जहां वे विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर अपनी आवाज उठाती हैं।