बचनपुर अथवा जमरुदपुर गांव, जो दिल्ली से करीब छह मील दक्षिण में लेडी श्रीराम कालेज के सामने है, जमरुद खां को बतौर जागीर के दिया गया था। बाद में इसका नाम जमरुदपुर पड़ा। इस गांव में जमरुद खां के खानदान वालों की कब्रें हैं और शायद उनमें से पांच सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति इन पांच बुर्जों में दफन किए गए हों। गुंबद लोदी काल के बने हुए हैं और शायद सिकंदर लोदी के समय में 1488 ई. में बने हों।
पहला गुंबद गांव में घुसने के साथ 40 मुरब्बा फुट के अहाते में है, जिसकी दीवारें 11 फुट ऊंची हैं। आगे की दीवार में सीढ़ियां लगी हैं, जिनके द्वारा एक दरवाजे में दाखिल होकर सहन में पहुंचते हैं। दरवाजा 12 फुट चौड़ा और 15 फुट लंबा है। अहाते की पुश्त की दीवार गिर चुकी है। मकबरा दो फुट ऊंचे चबूतरे पर बना हुआ है और यह गुंबदनुमा है, जो 12 स्तंभों पर खड़ा है। इसी प्रकार अन्य चारों गुंबदों की व्यवस्था है।