SUCCESS STORY, IAS Saumya Sharma: सौम्या शर्मा की जिंदगी संघर्ष की मिसाल है। एक के बाद मुश्किलें आती रहीं, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। कठिनाईयों का डटकर सामना किया। परेशानियों से जूझी, बीमारियोंं से लड़ी और सफलता का मुकाम हासिल किया। पहले ही प्रयास में (SUCCESS STORY) UPSC में नौवीं रैंक ले आयी।
Saumya Sharma Life : कौन हैं सौम्या शर्मा
सौम्या राजधानी दिल्ली की रहने वाली है। इनकी शुरुआती पढ़ाई भी यहीं से हुई। बाद में उन्होंने नेशनल लॉ स्कूल में दाखिला लिया और वकालत की डिग्री हासिल की। वकालत की डिग्री हासिल करने के दौरान ही अंतिम वर्ष में एक दिन यूपीएससी की तैयारी की सोची। सौम्या (IAS Saumya sharma) ने कभी कोचिंग ज्वाइन नहीं किया। घर पर ही पढ़ाई करती (saumya sharma book list)। हिंदी-अंंग्रेजी न्यूजपेपर खूब पढ़ती थी। (saumya sharma ias booklist)
तेज बुखार में दी परीक्षा
सौम्या ने यूपीएससी परीक्षा पहले ही प्रयास में निकाल ली। लेकिन IAS बनने का यह सफर इतना आसान भी नहीं था। मुश्किलें बेशुमार थी और तैयारी के लिए समय का अभाव था। दरअसल, जब सौम्या ने परीक्षा में शामिल होने का निर्णय लिया तो प्री -एग्जाम की तैयारी के लिए उनके पास सिर्फ चार महीने का समय था। लेकिन सौम्या के हौसले बुलंद थे। उन्होंने कड़ी मेहनत की। 4महीने की तैयारी में ही सौम्या ने यूपीएससी की प्री परीक्षा क्वालीफाई कर ली। लेकिन जब मेंस की परीक्षा दे रही थी तो बुखार ने जकड़ लिया। 102 डिग्री बुखार में परीक्षा दी। दिन में दो से तीन बार ड्रिप चढ़ानी पड़ती थी।
सुनने की शक्ति खो गई
सौम्या 16 साल की थी जब अचानक एक दिन सुनने की शक्ति चली गई। ऐसा लगा जैसे जिंदगी अंधेरी गर्त में चली गई। सौम्या उदास रहने लगी। अचानक लगे इस सदमे से उबरने में उन्हें वक्त लगा। उनकी 95 प्रतिशत तक सुनने की शक्ति चली गई थी। खैर, सौम्या शर्मा ने खुद को संभाला। हियरिंग ऐड की मदद ली और लंबा संघर्ष तय किया। 2017 में पहले ही प्रयास में 9वीं रैंक हासिल की। ऑल इंडिया टॉपर बनी और परिवार को गर्व की अनुभूति कराईsaumya sharma ias preparation strategy