कौन कहता है, अासमान में कोई सुराख नहीं हो सकता। एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों…जी हां कहते हैं कि मन के हारेे हार है, मन के जीते जीत। यदि इंसान चाह ले तो कोई भी काम मुश्किल नहीं। यह मुमकिन कर दिखाया है 80 वर्षीय की कोकिला पारेख (kokila parekh tea masala) ने। उम्र के जिस पड़ाव में लोग बिस्तर पकड़ लेते हैं, उस उम्र में कोकिला ने ना केवल बिजनेस शुरू किया बल्कि बुलंदियों तक पहुंचाया। आज उनका ब्रांड विदेश में भी खूब लोकप्रिय है।
![](https://theyoungistaan.com/wp-content/uploads/2022/08/download.jpg)
![](https://theyoungistaan.com/wp-content/uploads/2022/08/download.jpg)
जो भी अाता चाय जरुर पीता
कोकिला अपने बेटे तुषार और बहू के साथ मुंबई में रहती हैं। वो एक सामान्य गृहणी थी। दिनभर घर का काम करती थी। हालांकि इनके हाथों की मसाला चाय के कहने ही क्या। रिश्तेदार चाय पीने के बहाने ही सही आते रहते थे। चाय भी पीते और जाते समय थोड़ी सी मसाला चाय पैक भी करा लेते। इस तरह सिलसिला चलता रहा। कोकिला जी ने कभी नहीं सोेचा था कि उनका हुनर एक दिन आय का जरिया भी बनेगा।
लाकडाउन में की शुरुआत
कोरोना संक्रमण के चलते 2020 में लाकडाउन लग गया। तुषार घर से काम करने लगे। कोकिला जी का समय नहीं कट रहा था। एक दिन उन्होने अपने बेटे और बहू से मसाला चाय का बिजनेस शुरू करने की बात कही। बेटे और बहू भी मान गए। बस फिर क्या था, पहले छोेटी पैकिंग में आसपास के दुकानों को चाय सप्लाई की जाने लगी। धीरे धीरे प्रसिद्धी मिलनी शुरू हो गई। आर्डर बढ़ने शुरू हुए तो लाइसेंस केे लिए आवेदन कर दिया गया। लाकडाउन केे चलते लाइसेंस मिलने में विलंब हुआ। एक बार जब लाइसेंस मिल गया तो बिजनेस को आनलाइन प्लेटफार्म पर ले आया गया। इसे KT MASALA TEA नाम दिया गया। आज कोकिला जी का बिजनेस विदेश में भी फैल चुका है। विदेश से भी आर्डर आते हैं। 100 ग्राम, 250 ग्राम समेत विभिन्न श्रेणियों में मसाला चाय केे पैक उपलब्ध है, जिनकी कीमत 125 रुपये से लेकर 625 रुपये तक है।