Karpoori Thakur Biography Hindi, Age, Wiki, Wife, Family, Death, Date of Birth, Wife, Family, Height, Career, Nick Name, Net Worth: केंद्र की मोदी सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तक ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी है। पीएम मोदी ने जहां कर्पूरी ठाकुर को सामाजिक न्याय का पथप्रदर्शक बताया है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस फैसले पर खुशी जाहिर की है।
जानिए कौन है कपूरी ठाकुर
-कर्पूरी ठाकुर को जननायक कहा जाता है। 24 जनवरी 1924 को उनका जन्म समस्तीपुर के पितौंझिया गांव में नाई समाज में हुआ था।
-वर्ष 1952 में पहली विधायक चुने जाने के बाद वह आजीवन किसी न किसी सदन के सदस्य रहे।
-कर्पूरी ठाकुर 1970-79 के बीच बिहार के दो-दो बार मुख्यमंत्री रहे। बाद में बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे।
-अपने जीवनकाल में कर्पूरी ठाकुर मुख्यमंत्री से लेकर नेता प्रतिपक्ष रहे लेकिन अहम पदों पर रहने के बावजूद उनके पास न तो घर था और ना ही कोई गाड़ी। यही नहीं उनके पास अपनी पैतृक जमीन भी नहीं थी।
-ईमानदारी, सज्जनता और लोकप्रियता ने कर्पूरी ठाकुर को जननायक बनाया। इनका निधन 64 वर्ष की उम्र में 17 फरवरी 1988 को हुआ था।
-कर्पूरी ठाकुर ने पूरी जिंदगी कांग्रेस के खिलाफ राजनीति की। आपातकाल के दौरान इन्हें गिरफ्तार करने में इंदिरा गांधी कामयाब नहीं हो पाई।
-कर्पूरी ठाकुर का सपना था कि वो सर्वोच्च पद पर पिछड़े समाज के व्यक्ति को देखना चाहते थे। वे राजनीति में परिवारवाद के प्रबल विरोधी थे।
-कर्पूरी ठाकुर ने आजीवन अपने किसी परिवार के सदस्य को राजनीति में नहीं आने दिया।
भारत रत्न देने के मायने?
बस कुछ ही दिन में लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की घोषणा की है। ऐसे में लाजमी है कि इस निर्णय को राजनीति की कसौटी पर कसकर देखा जा रहा है। केंद्र की मोदी सरकार का यह निर्णय कई मायनों में बहुत ही अहम है। यह कर्पूरी ठाकुर का जन्मशताब्दी वर्ष है। बिहार के राजनीतिक दल उनकी जयंती मनाने के लिए समारोह-कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।
राजनीतिक जानकारों की मानें तो देश के सभी दल, बल्कि खासतौर पर बिहार की राजनीतिक पार्टियां लगभग हर समय खुद को कर्पूरी ठाकुर की सियासी जमीन और प्रभाव के करीब दिखाने की कोशिश में लगी रहती हैं। अब चूंकि चुनाव आने वाले हैं तो इस तरह की कोशिशें भी ज्यादा होगी।
भाजपा भी पटना और दिल्ली में बड़ा कार्यक्रम आयोजित कर रही है। विज्ञान भवन में होने जा रहे इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह होंगे। सियासी गलियारे में यह चर्चा आम है कि कर्पूरी के सहारे भाजपा बिहार में एक बड़ी लकीर खींचना चाहती है।