श्री कृष्ण जन्माष्टमी: धर्म, कथा और पूजन की महत्ता

दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।

krishna Janmashtami: श्री कृष्ण का जन्म मथुरा नगरी के कारागार में, भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को, रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। उनके माता-पिता वासुदेव और देवकी थे, जिन्हें कंस ने मथुरा के कारागार में बंदी बना रखा था। कंस को आकाशवाणी के माध्यम से पता चला था कि देवकी का आठवां पुत्र ही उसका वध करेगा, इसलिए उसने देवकी के सभी बच्चों को मारने का प्रयास किया। लेकिन जब श्री कृष्ण का जन्म हुआ, तो अद्भुत घटनाओं की वजह से वासुदेव उन्हें यमुना नदी पार कर गोकुल में नंद और यशोदा के घर सुरक्षित पहुंचाने में सफल रहे।

राक्षसों का किया वध

श्री कृष्ण ने बचपन से ही अनेक राक्षसों का वध किया, जिनमें पूतना, शकटासुर, तृणावर्त, बकासुर, अघासुर, और केशी जैसे दुष्टों का अंत किया। उनके इन कार्यों ने उन्हें बचपन से ही देवतुल्य बना दिया। गोवर्धन पर्वत को उठाकर इंद्र के प्रकोप से गोकुलवासियों की रक्षा करना भी उनके चमत्कारिक कार्यों में से एक है।

मामा कंस का वध 

कृष्ण की किशोरावस्था में, उन्होंने मथुरा जाकर कंस का वध किया। कंस, जो श्री कृष्ण के मामा थे, उन्होंने अपने जीवन को बचाने के लिए अनेक प्रयास किए, लेकिन अंततः श्री कृष्ण ने मथुरा के रंगभूमि में कंस का वध किया और अपने माता-पिता को बंधन मुक्त किया।

भारत में कृष्ण के मंदिर 

भारत के विभिन्न हिस्सों में श्री कृष्ण के कई प्रसिद्ध मंदिर हैं। इनमें द्वारका का द्वारकाधीश मंदिर, वृंदावन का बांके बिहारी मंदिर, मथुरा का कृष्ण जन्मभूमि मंदिर, उडुपी का श्री कृष्ण मठ और पुरी का जगन्नाथ मंदिर प्रमुख हैं।

दिल्ली से देश के प्रसिद्ध कृष्ण मंदिरों तक कैसे पहुंचे: 

1. वृंदावन (बांके बिहारी मंदिर): दिल्ली से वृंदावन लगभग 160 किलोमीटर की दूरी पर है। यहाँ तक आप सड़क मार्ग, रेलगाड़ी या बस से पहुंच सकते हैं। यात्रा में लगभग 3-4 घंटे लगते हैं।

2. द्वारका (द्वारकाधीश मंदिर): दिल्ली से द्वारका लगभग 1,300 किलोमीटर दूर है। यहाँ तक आप हवाई यात्रा, ट्रेन या सड़क मार्ग से जा सकते हैं। हवाई यात्रा लगभग 2 घंटे की होती है।

3. पुरी (जगन्नाथ मंदिर): दिल्ली से पुरी की दूरी लगभग 1,700 किलोमीटर है। यहाँ तक आप हवाई यात्रा से लगभग 2.5 घंटे में पहुँच सकते हैं।

श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पूजन की विधि,krishna janmashtami puja vidhi 

श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दिन उपवास रखकर, श्री कृष्ण की बाल लीलाओं का स्मरण किया जाता है। अर्द्धरात्रि में श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है। भगवान श्री कृष्ण को झूले में विराजमान कर, पंचामृत से अभिषेक किया जाता है। पूजा में तुलसी पत्र, पीले वस्त्र, मक्खन और माखन-मिश्री का भोग अर्पित किया जाता है।

पूजन करते समय ध्यान रखने योग्य बातें: 

– पूजा के समय स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।

– तुलसी पत्र बिना तोड़े ही भगवान को अर्पित करें।

– जन्माष्टमी के व्रत में सात्विक भोजन का ही सेवन करें।

– बाल गोपाल को माखन-मिश्री का भोग जरूर अर्पित करें।

– पूजा के दौरान मन, वचन, और कर्म से भगवान का स्मरण करते रहें। श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हमें धर्म, सत्य, और न्याय के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। यह दिन भगवान श्री कृष्ण के जन्म की खुशियों के साथ ही उनके द्वारा स्थापित आदर्शों को अपनाने का अवसर प्रदान करता है।

krishna janmashtami status

माखन चोर, नंदलाल का जन्मदिन, आज सारी दुनिया मनाएगी। जय श्री कृष्णा!”

राधे-राधे जपो, चले आएंगे कृष्ण कन्हैया। जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं!”

कृष्ण की महिमा, राधा का प्यार। जन्माष्टमी के अवसर पर, आप सभी को ढेर सारा प्यार!”

मुरलीधर का नाम लो, संवार जाएं बिगड़े काम। जन्माष्टमी की शुभकामनाएं!”

कृष्ण की महिमा अपरंपार, उनका आशीर्वाद आपके जीवन को खुशियों से भर दे। जन्माष्टमी की शुभकामनाएं!”

मिटे अंधकार, फैले उजाला। आए जब कन्हैया, साथ लेकर सुदामा वाला प्याला। जन्माष्टमी की शुभकामनाएं!”

रास रचैया, गीता ज्ञान का उपदेशक, कृष्ण का जीवन प्रेरणादायक। जन्माष्टमी की बधाई!”

श्री कृष्ण जन्माष्टमी की ढेरों शुभकामनाएं, आपके जीवन में सदा सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे।“

नटखट कन्हैया के जन्मोत्सव पर, आपको और आपके परिवार को जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं!”

गोकुल के ग्वाले, माखन चुराने वाले, मुरली बजाने वाले, कृष्ण कन्हैया को जन्माष्टमी की बधाई!”

krishna janmashtami quotes

1. “श्री कृष्णा का जीवन प्रेम, भक्ति और सत्य का प्रतीक है। जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर, उनके आशीर्वाद से आपका जीवन रोशन हो।”

2. “कृष्ण जन्माष्टमी का यह दिन हमें सिखाता है कि प्रेम और भक्ति से हर मुश्किल आसान हो जाती है। जय श्री कृष्णा!”

3. “राधा और कृष्ण का प्रेम अमर है, उनका जीवन प्रेरणा का स्रोत है। जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं!”

4. “मुरलीधर की मुरली की धुन में सजी है हर एक रात। जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर, हर दिल में बसे श्री कृष्णा का प्रकाश।”

5. “कृष्ण का जीवन हर दुख से मुक्ति का मार्ग दिखाता है। उनके जन्मोत्सव पर, आपके जीवन में भी सुख और शांति का आगमन हो।”

6. “श्री कृष्ण की लीलाओं का अद्भुत संसार, जीवन के हर क्षेत्र में उनके आशीर्वाद का उदय हो। जन्माष्टमी की शुभकामनाएं!”

7. “कृष्ण की शिक्षा और उनका प्रेम हमें सिखाता है कि हर समस्या का समाधान भक्ति और विश्वास में छिपा होता है। जन्माष्टमी की बधाई!”

8. “गोपियाँ और कृष्ण का प्रेम, सच्चे भक्ति का प्रतीक है। इस जन्माष्टमी पर, उनकी भक्ति से आपका जीवन भी धन्य हो।”

9. “जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर, श्री कृष्ण की कृपा से आपके जीवन में खुशियों की बहार आए। जय श्री कृष्णा!”

10. “कृष्ण की मुरली की आवाज में छुपा है संसार की सबसे प्यारी धुन। इस जन्माष्टमी पर, उनके आशीर्वाद से आपके जीवन में प्रेम और सुख की लहर आए।”

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