रिपोर्ट की मुख्य बातें
रूस, जर्मनी और अमेरिका की तुलना में भारतीय जेलों में सुविधाएं नाकाफी
जेलों में मेडिकल स्टॉफ की संख्या काफी कम
मेडिकल इश्यू के चलते छत्तीसगढ़ की जेलों से सर्वाधिक कैदी गए बाहर
दी यंगिस्तान संवाददाता, नई दिल्ली
शारदा यूनिवर्सिटी के दो रिसर्चरों अविनाश गोस्वामी और रितु गौतम ने भारत के उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली की जेलों में बंद कैदियों पर रिसर्च किया। शोधार्थियों ने मेडिकल हेल्थ कंडीशन और जेलों में स्वास्थ्य सुविधाओं का अध्ययन किया। रिसर्च में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। अमेरिका, रूस और जर्मनी समेत कई अन्य देशों के मुकाबले भारतीय जेलों में सुविधाएं नाकाफी पायी गई। छत्तीसगढ़ में हालत और भी खराब मिले। यहां बड़ी संख्या में मेडिकल ग्राउंड के आधार पर कैदी जेलों से बाहर गए। रिसर्चरों ने जेलों में मेडिकल स्टॉफ की कमी पर चिंता जताई है।
रिसर्चरों ने कहा कि राइट टू हेल्थ फंडामेंटल अधिकार है। बावजूद इसके राज्यों की जेलों में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव रहता है। इस पर बहुत कम धनराशि खर्च की जाती है। इसमें कोई शक नहीं है कि हाल के वर्षों में मेडिकल सुविधाएं बढ़ी है लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकि है। विकसित राष्ट्रों की तुलना में सुविधाएं काफी कम है। मेडिकल खर्च की बात करें तो दिल्ली ने 2020-21 में 26.77 करोड़ रुपये खर्च किए। जबकि यूपी ने 11, मध्य प्रदेश ने 7.12 और हरियाणा ने 2.77 करोड़ रुपये खर्चे। दिल्ली और हरियाणा के बीच खर्च का अंतर 24 करोड़ रुपये था।
छत्तीसगढ़ टॉप पर
रिसर्च में यह भी देखा गया कि मेडिकल इश्यू के चलते किन राज्यों की जेलों से सर्वाधिक कैदी बाहर गए। इस सूची में छत्तीसगढ़ टॉप पर था। यहां की जेलों से सर्वाधिक कैदी मेडिकल ग्राउंड पर बाहर गए।
राज्य———————————–कैदी बाहर गए
छत्तीसगढ़————-51,855
पं बंगाल———-42,446
तमिलनाडु———36692
मध्यप्रदेश——-25631
केरल——–25268
राजस्थान——–20455
गुजरात———17996
महाराष्ट्र———-15537
उत्तर प्रदेश———-9992
दिल्ली————7846
बिहार————-5091
जेलों में स्टॉफ का आंकड़ा
स्टॉफ—————————-सेंक्शन———————–एक्चुअल
एक्जीक्यूटिव स्टॉफ————–72909——————–51797
मिनिस्टरियल स्टॉफ————-5447————————–3837
मेडिकल स्टॉफ——————–3316————————-2232
करेक्शनल स्टॉफ————–1315—————————-789
अन्य————————4974——————————2641
प्रिजनर आइटम पर खर्च
खाने पर खर्च———–49.8 प्रतिशत
अन्य खर्चे—————–42.6 प्रतिशत
वेलफेयर एक्टिविटी—–1.3 प्रतिशत
मेडिकल————–4.5 प्रतिशत
वोकेशनल एजुकेशन———–0.6 प्रतिशत
क्लॉथिंग————-0.6 प्रतिशत
इन पर ध्यान देना जरूरी
—दिल्ली की तुलना में यूपी, हरियाणा में कैदी मेडिकल ग्राउंड पर अधिक बाहर गए।
—-मेंटल हेल्थ के मामले में हरियाणा का प्रदर्शन बाकि राज्यों से बेहतर।