वेब सीरीज को लेकर फैंस में है जबरदस्त उत्साह
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
Mirzapur season 3: मिर्जापुर 3 अब से कुछ घंटे में रिलीज हो जाएगी। इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर 5 जुलाई को स्ट्रीम किया जाएगा। इसको लेकर फैंस में बेहद उत्साह है। इस सीरीज के पिछले दोनों सीजन को लोगों ने खूब पसंद किया था। जिसमें पंकज त्रिपाठी, अली फज़ल, विक्रांत मैसी, दिव्येंदु, रसिका दुग्गल, श्वेता त्रिपाठी और श्रेया पिलगांवकर जैसे कलाकारों ने अपनी दमदार एक्टिंग से अलग पहचान बनाई थी। अब तीसरे सीजन से भी दर्शकों को पिछले दोनों सीजन के जैसे ही कहानी की उम्मीद है। यदि आप भी मिर्जापुर 3 देखने के लिए उत्साहित हैं तो उसके पहले मिर्जापुर के पिछले दोनों सीजन का छोटा रीकैप पढ़ लें।
मिर्जापुर 1 की कहानी
मिर्जापुर सीजन 1 में कहानी मिर्जापुर के डॉन और कालीन व्यापारी ‘कालीन भैया’ (पंकज त्रिपाठी) के इर्द गिर्द घुमती है। सारे मिर्जापुर में कालीन भैया का नाम फेमस होता है साफ सुथरे कालीन भैया दो नंबर का धंधा करते हैं। कहानी में यूटर्न उस समय आता है जब कालीन भैया के सुपुत्र ‘मुन्ना भईया’ (दिव्येंदु शर्मा) एक शादी में जाकर दूल्हे को गोली मार देते हैं। दूल्हे के वकील रमाकांत पंडित होता है जिसे धमकाने मुन्ना भैया उसके घर पहुंच जाते हैं। जहां वकील के दोनों बेटे गुड्डू पंडित (अली फज़ल) और बबलू पंडित (विक्रांत मैसी) मुन्ना भईया की जमकर पिटाई करते हैं। इसके बाद इन दोनों को कालीन भैया अपने साथ काम में रख लेते हैं।
मुन्ना भैया गुड्डू और बबलू से नफरत करते हैं। मुन्ना जिस स्वीटी को प्रेम करता है वो स्वीडी गुड्डू भैया को पसंद करती है। इसी बीच कालीन भैया के दुश्मन ‘रति शंकर शुक्ला’ को गुड्डू भईया गोली मार देते हैं। जिससे कालीन भईया और गुड्डू, बबलू में खटास आ जाती है। इसी बीच मुन्ना भैया फिर एक शादी में कत्लेआम मचाते हैं जिसमें बबलू और स्वीटी मारे जाते हैं, वहीं गुड्डू भईया, डिम्पी और गोलू जैसे तैसे बच जाते हैं।
मिर्जापुर 2 की कहानी
दूसरे सीजन की शुरूआत उसी शादी समारोह से होती है जहां मुन्ना ने कत्लेआम किया था। इस सीजन में अपने भाई के मौत का बदला लेने के लिए गुड्डू पंडित गोलू के साथ मिलकर काम करना शुरु करता है। इसी बीच मुन्ना की नजदीकियां मुख्यमंत्री की बिधवा बेटी माधुरी (ईशा तलवार) के साथ बढ़ती हैं। ईशा की शादी मुन्ना से हो जाती है। मुन्ना अपने पिता को मारने की योजना बनाने लगते हैं। इस सीजन का अंत भी एक युध्द से होता है जिसमें गुड्डू पंडित मुन्ना भैया को मार देता है। वहीं कालीन भैया शरद शुक्ला घायल अवस्था में भाग निकलते हैं। अब तीसरे सीजन की शुरुआत इसी से होगी।