लोकसभा में केंद्र सरकार ने बताया, पांच सालों में 658 कर्मियों ने की खुदकुशी
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली
कांग्रेस सांसद बी मणिक्कम टैगोर ने केंद्र की मोदी सरकार (Modi Govt news) से अर्धसैनिक बलों के कर्मियों द्वारा नौकरी छोडने संबंधी सवाल पूछा था। मणिक्कम टैगोर ने पूछा था कि क्या यह सच है कि गत 5 पांच वर्षों के दौरान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के 50 हजार से अधिक कर्मियों ने अपनी नौकरी छोडी है? 2022 में क्या सबसे अधिक 12000 कर्मियों ने नौकरी छोडी?
इस सवाल का जवाब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने दिया। उन्होंने लोकसभा को पिछले पांच वर्षों के दौरान स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति और त्यागपत्र के जरिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और असम राइफल्स से नौकरी छोड़ने वाले कर्मियों का ब्यौरा प्रदान किया। सरकार ने बताया कि 2018 से लेकर 2022 तक CRPF के 13027 कर्मियों ने VR यानी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली जबकि 613 कर्मियों ने त्यागपत्र दिया। वहीं BSF के 21,692 कर्मियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति एवं 1861 ने त्यागपत्र दिया। ITBP के 2354 कर्मियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति एवं 811 ने त्यागपत्र दिया। यदि SSB, CISF आदि को मिला लिया जाए तो 47000 से अधिक कर्मियों ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति जबकि 6336 ने त्यागपत्र दिया।
658 कर्मियों ने की खुदकुशी
केंद्र सरकार ने लोकसभा में बताया कि 2018 से 2022 के बीच CRPF के 230, BSF के 174 ITBP 51, SSB के 65, CISF के 91 तथा AR के 47 कर्मियों ने खुदकुशी की।