दिल्ली एनसीआर के मजदूर निःशुल्क श्रमिक वाणी के नंबर 9211153555 पर 24 घंटे अपनी बात रख सकते हैं
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली
दिल्ली स्थित ग्राम वाणी कम्युनिटी मीडिया एक ऐसी संस्था है जो समुदाय के उत्थान और सजग प्रतिभागी के रूप में सूचना के आदान प्रदान के लिए समुदाय को खुद अपनी आवाज़ मोबाइल तकनीक के माध्यम से उठाने के लिए प्रेरित करती है। इसी सिलसिले की कड़ी के तौर पर 28 अगस्त, 2023 को कुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया के यूनाइटेड स्कूल ऑफ़ ऑर्गेनाइजेशन के न्यूटन हाल में कार्यशाला का आयोजन किया गया। ताकि श्रमिकों के हर वर्ग को मोबाइल तकनीक का उपयोग कर स्वयं के लिए उपयोगी जानकारी प्राप्त करने और अहम मुद्दों पर राय साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
ग्राम वाणी का एक अहम भाग मोबाइल वाणी है जो मुख्य रूप से समयदायिक मीडिया का एक भाग है। यह समुदाय को मोबाइल द्वारा एक प्लेटफार्म उपलब्ध कराता है जिससे न केवल जानकारी ली जा सकती है। बल्कि समस्या समाधान और समाज में होने वाली अच्छी बात को भी अपने मोबाइल से अपनी आवाज में रिकॉर्ड कराया जा सकता है। इसकी खासियत यह है कि आम आदमी भी समुदाय रिपोर्टर बनकर मीडिया का हिस्सा बन सकता है। ग्राम वाणी अपने प्लेटफार्म “मोबाइल वाणी” पर सरलता के साथ सफल पूर्वक अपनी बात रखने का ग्रामीणों को भरपूर अवसर देता है।
कार्यशाला में क्षमता निर्माण के लिए ग्राम वाणी के डायरेक्टर कम्युनिटी बिल्डिंग एंड एम्पावरमेंट श्री सुल्तान अहमद ने बताया कि “ग्राम वाणी का मानना है कि तकनीक तभी मानव विकास के लिए उपयोगी साबित होगी जब इसका उपयोग समाज में समान रूप से हर वर्ग का हर व्यक्ति कर पाये। ग्राम वाणी तकनीक का इस्तेमाल कर, सहभागी मीडिया प्लेटफॉर्म का विकास करती है। ताकि समुदाय इसका प्रयोग आसान और उपयोगी तरीके से कर के अपने जीवन को बेहतर बना सके”।
उन्होंने एक सर्वे का हवाला देते हुए आगे कहा कि दिल्ली एनसीआर में 90% से ज्यादा लोगों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिलती है। दिल्ली एनसीआर में न्यूनतम मजदूरी की दर 16,506 रुपए है। मगर अधिकतर लोग इससे वंचित हैं और उसके पीछे कारण यह है कि उन्हें जानकारी नहीं है। इन्हीं जानकारी को फैलाने के लिए श्रमिक वाणी लोगों को एक प्लेटफार्म दे रही है कि इस 9211153555 नंबर पर मिस कॉल देकर न केवल जानकारी ले सकते हैं बल्कि तीन नंबर का बटन दबाकर अपनी समस्या भी रिकॉर्ड कर सकते हैं गूगल के प्ले स्टोर से जाकर मोबाइल वाणी का ऐप भी डाउनलोड कर सकते हैं।
ग्राम वाणी सूचना पलटफोर्म का निर्माण करती है ताकि वह श्रमिक / नागरिक अपनी आवाज को बुलंद कर सके जिनकी आवाज अक्सर समाज और निति निर्माता तक नहीं पहुँच पाती।
कार्यशाला में आए ऐसे ही एक श्रमिक वाणी के रिपोर्टर ने बताया कि” मेरा नाम मोहसिन है मैं ई रिक्शा चलाता हूं एक दिन मेरा ₹200 का पुलिस वालों ने जबरदस्ती चालान कर दिया मैंने अपना मोबाइल निकाल कर अपनी समस्या को मोबाइल वाणी के चैनल श्रमिक वाणी पर रिकॉर्ड कर दिया और पब्लिश होने के बाद उसे अधिकारियों तक फॉरवर्ड कर दिया। जिसका असर यह हुआ कि अगले ही दिन वह पुलिस वाला मेरे पास आया और उसने मेरे पैसे मुझे वापस कर दिए। हम जैसे गरीब मजदूरों को यह पावर मोबाइल वाणी द्वारा दिया गया है जिससे ना हम केवल अपने ऊपर किए जा रहे अत्याचारों की आवाज़ उठते हैं बल्कि अपने दूसरे गरीब श्रमिकों की भी सहायता करते हैं”।
कपड़ों की सिलाई करने वाली फैक्ट्री में काम करने वाले एक दूसरे मजदूर ने बताया कि “हमारा पीएफ का पैसा नहीं मिल रहा था श्रमिक वाणी के एक सदस्य द्वारा हमारा पैसा हमें दिलाया गया उसके बाद से मैं भी श्रमिक वाणी का एक कार्यकर्ता बनकर अपना काम समुदाय में बेहतरीन लाने के लिए कर रहा हूं और अपने श्रमिक भाइयों को इसके बारे में बता रहा हूं”।
कार्यशाला के समापन पर रफी अहमद सिद्दीकी, शनि श्रीवास्तव, अमन गुप्ता, अनीस आर खान और आइला इत्यादि ने ग्राम वाणी के डायरेक्टर कम्युनिटी बिल्डिंग एंड एम्पावरमेंट श्री सुल्तान अहमद, श्रमिकों और सामुदायिक रिपोर्टर्स को धन्यवाद कहा।