दर्शक कर रहे फिल्म में विक्रांत और तापसी के एक्टिंग की तारीफ

दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।

Phir aayi haseen Dillruba Review: कोरोना के दौरान साल 2021 में फिल्म ‘हसीन दिलरुबा’ रिलीज हुई थी। जिसने खूब सफलता हासिल की थी। अब एक फिर से इसका सीक्वल फिर आई हसीन दिलरुबा धमाल मचाने के लिए आ चुकी है। जिस हसीन दिलरुबा के एक आशिक नील (हर्षवर्धन राणे) को जान गंवाना पड़ा था तो दूसरे आशिक और पति ऋषभ सक्सेना उर्फ रिशू (विक्रांत मैसी) को अपना हाथ। अब इस बार क्या – क्या होने वाला है इसे देखने के पहले यहां पढ़ लें रिव्यू…

‘फिर आई हसीन दिलरुबा’ की कैसी है कहानी?

कहानी पिछले भाग से ही आगे बढ़ती है, जहां पुलिस की आंखों में खुद को मरा हुआ साबित करने वाला रिशू अपने प्यार रानी (तापसी पन्नू) के साथ शहर से भागकर आगरा में लुका-छिपी की जिंदगी जी रहा है। रिशू और रानी हमेशा के लिए एक होने के लिए यहां अपनी पहचान छिपाकर अलग-अलग जिंदगी काट रहे हैं। इनकी कोशिश है कि वे किसी तरह विदेश रवाना हो जाएं। इधर, इस नए शहर में भी दोनों को दो नए आशिक मिलते हैं। रिशू की मकान मालकिन पूनम (भूमिका दुबे) हर वक्त जिस्मानी रिश्ता बनाने के लिए उस पर दबाव डालती है, तो सीधा साधा कंपाउंडर अभिमन्यु (सनी कौशल) रानी के प्यार में सिर से पांव तक गिरफ्तार है। हालांकि, मासूम आशिक दिखने वाले अभिमन्यु के भी अपने स्याह राज हैं।

दूसरी ओर पुलिस इनका पीछा छोडने को तैयार नहीं। अब इस केस पर एक तेज तर्रार पुलिसवाले, जो रिशू के दूर के रिश्तेदार और नील के अंकल हैं, मोंटू चाचा (जिमी शेरगिल) रानी के पीछे 24 घंटे पुलिस तैनात कर देते हैं। उनके विदेश भागने के सपने को भी चूर-चूर कर देते हैं। ऐसे में, जब रिशू को सरेंडर करने के अलावा कोई रास्ता नहीं सूझता, रानी पुलिस का ध्यान भटकाने के लिए अभिमन्यु से शादी करने जैसा बड़ा फैसला ले लेती है। अब रानी का यह फैसला उनकी जिंदगी में क्या मोड़ लाता है? क्या रिशू-रानी एक हो पाते हैं? इन सबके बारे में तो फिल्म देखकर ही पता चलेगा।

कैसा है फिल्म का स्क्रीनप्ले और डायरेक्शन?

राइटर कनिका ढिल्लन की गढ़ी रानी और रिशू की ये दुनिया लोगों को खूब पसंद है। इस बार भी कहानी आपको काफी देरी तक बांधें रखती है। जयप्रद देसाई के सधे हुए निर्देशन में कसा हुए स्क्रीनप्ले, लाल और डार्क कलर पैलेट, ‘पल्प फिक्शन’ स्टाइल का ट्रीटमेंट, काल्पनिक राइटर दिनेश पंडित के हवाले से कहे गए वन लाइनर्स और बढ़िया बैकग्राउंड स्कोर फिल्म के सस्पेंस को बनाए रखते हैं। म्यूजिक की बात करें तो ‘एक हसीना थी…’ गाने का कहानी के हिसाब से अच्छा इस्तेमाल किया गया है।

फिर एक्टिंग ने मारी बाजी

बात करें एक्टिंग की तो कातिल हसीना रानी के रूप में तापसी ने कमाल की एक्टिंग की है। विक्रांत मैसी को इस बार कम रोल मिला है पर उन्होंने उस पर भी अपना काम ईमानदारी से किया है। भोली सूरत पर गहरे राज वाले प्रेमी के रूप में सनी कौशल प्रभावित करते हैं। जिमी शेरगिल हमेशा की तरह सहज हैं। वहीं, भूमिका दुबे ने भी याद रह जाने वाली अदाकारी दिखाई है।

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