प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाय के बच्चे का नामकरण किया ‘दीपज्योति’

दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।

PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने अपने आवास पर एक नन्हे मेहमान का स्वागत किया। वीडियो में पीएम मोदी गाय के नवजात बछड़े को दुलराते हुए नजर आ रहे हैं और उसे ‘दीपज्योति’ नाम देने की खुशी जाहिर कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास परिसर में प्रिय गौ माता ने एक नवजात बछड़े को जन्म दिया है। इस बच्चे का नाम ‘दीपज्योति’ रखा गया है, जिसका मस्तक पर ज्योति का चिह्न है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “हमारे शास्त्रों में कहा गया है – गाव: सर्वसुख प्रदा:’। लोक कल्याण मार्ग पर प्रधानमंत्री आवास परिवार में एक नए सदस्य का शुभ आगमन हुआ है।”

वीडियो में पीएम मोदी बछड़े का तिलक करते हैं, फूलों का हार पहनाते हैं, और उसे अपनी गोद में उठाकर बगीचे में टहलाते हुए दिखाई देते हैं।

गाय पालने का महत्व और धार्मिक परंपरा

भारतीय परंपरा में गाय का विशेष स्थान

भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं में गाय को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। गाय को न केवल एक उपयोगी पशु के रूप में देखा जाता है, बल्कि इसे धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी पूजनीय माना गया है।

गाय पालने का धार्मिक महत्व:

– मोक्ष की प्राप्ति: भारतीय शास्त्रों के अनुसार, गाय पालना मोक्ष की प्राप्ति का एक तरीका माना जाता है। गाय की सेवा और देखभाल को पुण्य और आत्मा के शुद्धिकरण के लिए आवश्यक माना गया है।

– देवी-देवताओं का वास: मान्यता है कि गाय में देवी-देवताओं का वास होता है। यह उन्हें समर्पित करने से पुण्य की प्राप्ति होती है और जीवन की सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

वेदों और पुराणों में गाय का महत्व:

– ऋग्वेद: गाय को समृद्धि और आशीर्वाद की प्रतीक माना गया है। इसे ‘अघ्न्या’ (जिसे मारना नहीं चाहिए) कहा गया है।

– यजुर्वेद: गाय के दूध को जीवनदायिनी बताया गया है और इसे विशेष धार्मिक अनुष्ठानों में उपयोग किया जाता है।

– सामवेद: गाय को ‘सार्वभौम’ (सभी प्राणियों की माता) के रूप में वर्णित किया गया है।

गाय पालने की भारतीय परंपरा:
भारतीय घरों में गाय पालना एक पुरानी परंपरा है, जिसे सामाजिक और धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है। गाय की दूध, गोबर, और मूत्र का उपयोग कृषि और दैनिक जीवन के विभिन्न पहलुओं में किया जाता है। इसके अलावा, गाय की पूजा और उसकी सेवा को धार्मिक कर्तव्य माना जाता है। प्रधानमंत्री मोदी के इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय परंपराओं और धार्मिक मूल्यों के प्रति उनकी गहरी श्रद्धा और सम्मान है।
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