मोटापा: भारत और दुनिया के लिए एक गंभीर समस्या, प्रधानमंत्री के आह्वान का व्यापक समर्थन
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
दुनिया में मोटापा: एक वैश्विक महामारी
मोटापा अब केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए एक गंभीर समस्या बन चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, 2023 में दुनिया में 1 अरब से अधिक लोग मोटापे से ग्रसित थे। इनमें से 65 करोड़ वयस्क, 34 करोड़ किशोर और 39 मिलियन बच्चे शामिल हैं। मोटापा न केवल मधुमेह और हृदय रोगों को बढ़ावा देता है, बल्कि यह कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को भी बढ़ाता है।
भारत में मोटापे की स्थिति
भारत में मोटापा तेजी से बढ़ रहा है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5) के अनुसार, 2019-21 में 18.4% भारतीय पुरुष और 24% भारतीय महिलाएं मोटापे से ग्रसित थीं। यह संख्या पिछले एक दशक में दोगुनी हो गई है।
मोटापे से होने वाली बीमारियाँ:
- हृदय रोग: कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप बढ़ने से हृदयघात का खतरा।
- मधुमेह: मोटापा इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ाता है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज होती है।
- हाई ब्लड प्रेशर: शरीर में अतिरिक्त वसा से रक्त वाहिकाओं पर दबाव बढ़ता है।
- कैंसर: मोटापा स्तन, कोलन और किडनी कैंसर जैसी बीमारियों से जुड़ा हुआ है।
- ऑर्थोपेडिक समस्याएँ: अत्यधिक वजन से घुटनों और जोड़ों पर अधिक दबाव पड़ता है।
प्रधानमंत्री के संदेश को व्यापक समर्थन
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में मोटापे से लड़ने और तेल का उपभोग कम करने का आह्वान किया। इसे डॉक्टरों, खिलाड़ियों और विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से व्यापक समर्थन मिला है। 38वें राष्ट्रीय खेलों के उद्घाटन समारोह में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि मोटापा मधुमेह, हृदय रोग जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ा रहा है। उन्होंने भोजन में अस्वास्थ्यकर वसा और तेल को कम करने और दैनिक तेल खपत को 10% कम करने का सुझाव दिया।
अक्षय कुमार का समर्थन
अभिनेता अक्षय कुमार ने प्रधानमंत्री के संदेश की प्रशंसा करते हुए कहा:
“मैं वर्षों से यह कह रहा हूँ…प्रधानमंत्री जी ने इसे बहुत सही तरीके से कहा है। स्वास्थ्य सबसे बड़ी पूंजी है। मोटापे से लड़ने के लिए सबसे बड़े हथियार हैं:
- पर्याप्त नींद
- ताजी हवा और धूप
- कम तेल, बिना प्रोसेस्ड फूड (देशी घी सबसे अच्छा विकल्प)।”
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का समर्थन
डब्ल्यूएचओ का बयान
WHO दक्षिण-पूर्व एशिया ने प्रधानमंत्री के संदेश को दोहराते हुए कहा कि नियमित व्यायाम और संतुलित आहार अपनाने से मोटापा और गैर-संक्रामक रोगों (NCDs) जैसे मधुमेह और हृदय रोग से बचा जा सकता है।
डॉ. हर्ष महाजन (महाजन इमेजिंग एंड लैब्स)
“प्रधानमंत्री जी का आह्वान समयानुकूल है। मोटापे के खिलाफ लड़ाई में हमें तुरंत और एकजुट होकर कदम उठाने होंगे।”
डॉ. शुचिन बजाज (उजाला सिग्नस हेल्थकेयर)
“मोटापा आज भारत के लिए एक गंभीर चुनौती है। हमें इसे रोकने के लिए जागरूकता फैलाने की जरूरत है।”
समाधान: मोटापे से बचाव के उपाय
1. स्वस्थ आहार अपनाएँ
- प्रोसेस्ड फूड से बचें और ताजे फल-सब्जियों का सेवन करें।
- तेल और चीनी की खपत 10% तक कम करें।
- देशी घी और सरसों के तेल को प्राथमिकता दें।
2. नियमित व्यायाम करें
- रोजाना कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि जरूरी।
- योग, एरोबिक्स, दौड़ना और तेज चलना सबसे प्रभावी हैं।
3. नींद और तनाव प्रबंधन
- 7-8 घंटे की नींद लें।
- ध्यान और प्राणायाम तनाव को कम करने में मदद करते हैं।
प्रधानमंत्री के आह्वान के बाद मोटापा कम करने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की मुहिम को देशभर से जबरदस्त समर्थन मिला है। अगर भारत में मोटापे पर समय रहते काबू नहीं पाया गया, तो यह एक गंभीर स्वास्थ्य संकट बन सकता है। आइए, हम सभी मिलकर फिट इंडिया मूवमेंट को सफल बनाएं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएँ।