गिरावट के प्रमुख कारण: अमेरिकी फेड रिजर्व से लेकर FIIs की बिकवाली तक
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
Stock Market इस हफ्ते भारतीय शेयर बाजार ने निवेशकों को बड़ा झटका दिया है । BSE सेंसेक्स ने लगातार पांच सत्रों में 4000 अंक से अधिक गिरावट देखी, जबकि NSE निफ्टी में लगभग 1200 अंकों की कमी आई । यह पिछले ढाई साल में सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट रही है । बाजार की यह मंदी कई सवालों को जन्म दे रही है, और सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिरकार क्या हो रहा है और ये ‘ अच्छे दिन’ कब लौटेंगे? आइए जानें इसके पीछे की वजहें और क्या होगा आगे ।
क्यों गिर रहा है Stock Market?
हालिया गिरावट के पीछे कई अहम कारण हैं, जो भारतीय शेयर बाजार को प्रभावित कर रहे हैं
1. अमेरिकी फेड रिजर्व का संकेत
अमेरिकी फेड रिजर्व ने हाल ही में नीतिगत ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की । हालांकि, अगले साल के लिए उसने जो संकेत दिए हैं, उससे बाजार में निराशा का माहौल है । फेड द्वारा महंगाई को नियंत्रित करने के लिए 2025 में केवल 2 कटौती की संभावना जताई गई है, जबकि पहले 4 की उम्मीद थी । इस निर्णय का भारतीय बाजार पर भी असर पड़ा है, जहां पहले से ही वैल्यूएशन और आय वृद्धि को लेकर चिंता है।
2. विदेशी निवेशकों की बिकवाली( FIIs)
विदेशी संस्थागत निवेशक( FIIs) भारतीय शेयर बाजार से अपनी पूंजी निकाल रहे हैं । पिछले चार सत्रों में उन्होंने 12,230 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं । इस बिकवाली के कारण भारतीय शेयर बाजार पर दबाव बढ़ा है, और इसकी वजह से बाजार में और गिरावट आई है । अमेरिकी डॉलर की मजबूती और वहां के बॉन्ड यील्ड्स के आकर्षण ने भारतीय बाजार में निवेश को कम कर दिया है ।
3. निफ्टी और रुपया की स्थिति
निफ्टी ने अपने 200 डे मूविंग एवरेज से नीचे गिरने के बाद निवेशकों को बेचने के लिए प्रेरित किया । साथ ही, डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोर होती स्थिति और भारत का बढ़ता व्यापार घाटा भी निवेशकों के लिए चिंता का कारण बना है ।
4. बैंकिंग और IT सेक्टर का कमजोर प्रदर्शन
बैंकिंग, IT और फाइनेंशियल सेक्टर का प्रदर्शन भी उम्मीद के अनुसार नहीं रहा, जिससे बाजार पर अतिरिक्त दबाव पड़ा है । हालांकि, कुछ बड़े बैंक स्टॉक्स जैसे ICICI बैंक और HDFC बैंक अब निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकते हैं, लेकिन विशेषज्ञों ने सावधानी बरतने की सलाह दी है ।
आगे क्या होगा? निवेशकों को क्या करना चाहिए?
मौजूदा हालात को देखते हुए, एक्सपर्ट्स का कहना है कि निवेशकों को फिलहाल सावधानी बरतनी चाहिए । हालांकि, चुनिंदा गुणवत्ता वाले स्टॉक्स पर ध्यान केंद्रित करना सही रणनीति हो सकती है । निवेशकों को स्थिरता का इंतजार करना चाहिए और बाजार में सुधार होने पर लंबी अवधि के लिए निवेश करने का सोचना चाहिए।
इसके साथ ही, भारतीय रिजर्व बैंक की फरवरी में होने वाली बैठक पर सभी की नजरें होंगी । वहीं, अमेरिकी केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती और चीन की नीतिगत स्थिति के असर से भारतीय बाजार पर कुछ राहत मिल सकती है ।
खैर शेयर बाजार में इस समय गिरावट जरूर देखी जा रही है, लेकिन ये अस्थायी हो सकता है । निवेशकों को धैर्य बनाए रखने की आवश्यकता है और सही समय पर निवेश करने की योजना बनानी चाहिए ।‘ अच्छे दिन‘ लौटने के लिए बाजार में सुधार का इंतजार करना जरूरी है ।
प्रश्नोत्तर (Q&A) सेक्शन
प्रश्न 1: भारतीय शेयर बाजार में इस हफ्ते इतनी बड़ी गिरावट क्यों देखी गई?
उत्तर: भारतीय बाजार में गिरावट का मुख्य कारण अमेरिकी फेड रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की सीमित संभावना, विदेशी निवेशकों (FIIs) की बिकवाली, निफ्टी का 200-डे मूविंग एवरेज से नीचे जाना, और रुपया कमजोर होना है।
प्रश्न 2: FIIs की बिकवाली का भारतीय बाजार पर क्या असर पड़ा है?
उत्तर: FIIs ने पिछले चार सत्रों में 12,230 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं, जिससे बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ा और सेंसेक्स व निफ्टी दोनों में गिरावट देखी गई।
प्रश्न 3: निवेशकों को मौजूदा बाजार में क्या करना चाहिए?
उत्तर: विशेषज्ञों के अनुसार, निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए। वे लंबी अवधि के लिए गुणवत्ता वाले स्टॉक्स पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं और बाजार में स्थिरता आने तक इंतजार करना बेहतर होगा।
प्रश्न 4: बैंकिंग और IT सेक्टर का प्रदर्शन कैसा रहा?
उत्तर: बैंकिंग और IT सेक्टर का प्रदर्शन कमजोर रहा। हालांकि, ICICI बैंक और HDFC बैंक जैसे कुछ बड़े स्टॉक्स निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकते हैं।
प्रश्न 5: क्या यह गिरावट स्थायी है?
उत्तर: नहीं, यह गिरावट अस्थायी हो सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में सुधार की संभावना है, और यह निवेशकों के लिए नए अवसर प्रदान कर सकता है।
प्रश्न 6: ‘अच्छे दिन‘ कब लौट सकते हैं?
उत्तर: बाजार के ‘अच्छे दिन‘ लौटने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक की अगली बैठक और अमेरिकी फेड रिजर्व के निर्णय महत्वपूर्ण होंगे। इसके अलावा, चीन की नीतियां और वैश्विक आर्थिक स्थिरता भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
प्रश्न 7: क्या यह निवेश करने का सही समय है?
उत्तर: फिलहाल, निवेशकों को धैर्य रखना चाहिए और बाजार में स्थिरता का इंतजार करना चाहिए। चुनिंदा गुणवत्ता वाले स्टॉक्स में निवेश करने का यह सही समय हो सकता है।
प्रश्न 8: रुपये की कमजोरी से भारतीय बाजार पर क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर: रुपये की कमजोरी ने भारतीय बाजार पर नकारात्मक प्रभाव डाला है, जिससे विदेशी निवेशकों के लिए भारतीय बाजार कम आकर्षक हो गया है।