मिर्जापुर में इन चार किरदारों ने अपने अभियान से दर्शकों का जीता दिल

दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।

Mirzapur season 3: भैकाल, रुतबा और दहशत की कहानी मिर्जापुर इन दिनों फिर चर्चा में है।  यूपी के बाहुबलियों और उनके बल का बखान करती वेब सीरीज मिर्जापुर का तीसरा सीजन का चुका है। पिछले दोनों सीजन की तुलना में ये सीजन  थोड़ा कमजोर बताया जा रहा है। लोगों ने इस सीजन का असली आकर्षण कहानी नहीं बल्कि इसके चार अहम किरदार को बताया है।हालांकि इस सीजन में आपको मुन्ना भैया नहीं दिखेंगे जबकि कालीन भैया भी बहुत कम दिखेंगे।

गुड्डू पंडित के किरदार में अली फजल

तीसरे सीजन के पूरी कहानी का केंद्र गुड्डू भैया ही रहे हैं और सीरीज में उनका भौकाल दिखाया गया है। पहले सीजन में मुन्ना भैया, दूसरे में कालीन भैया और तीसरे में इन दोनों की गैरमौजूदगी में अब गुड्डू भैया का भौकाल दिखाया गया है। उन्हें सबसे ज्यादा स्क्रीन स्पेस भी मिली है।

 पंकज त्रिपाठी कालीन भैया के रोल में

मिर्जापुर में पंकज त्रिपाठी की सब कुछ हैं और उनके जबरा फैन्स ये भी हैं। सीरीज भी लोग उन्हीं के लिए देखते हैं। इस सीजन में उनकी एंट्री ही आधी कहानी खत्म होने के बाद होती है। हालांकि उनकी एंट्री की उत्सुकता ही इस सीरीज का असली हाइप प्वाइंट रहा है जैसे पहले दोनों सीजन लोग उन्हीं को देखने के लिए बेकरार थे इस बार भी हाल वैसा ही था। इस सीजन कालीन भैया को फिर से जीवन मिला है।

गोलू के रोल में श्वेता त्रिपाठी

गोलू का किरदार इस सीजन में सबसे ज्यादा निखरकर आया है। उनका एक्टिंग शानदार है। वो गुड्डू भैया का राइट हैंड बनी हैं और इस रोल में उन्होंने पूरी इमानदारी से काम किया है। वे इस सीजन का अहम किरदार रही हैं और एक्टिंग तो सबसे शानदार रही है।

रमाकांत पंडित की भूमिका में राजेश तैलंग  

पूरी मिर्जापुर सीरीज में सबसे समझदार किरदार रमाकांत पंडित का है। गुड्डू भैया के पिता वकील रमाकांत के रोल में राजेश तैलंग ने अपना बेस्ट दिया है। करेप्ट सिस्टम और दबंग बाहुबलियों के सामने वे चट्टान के जैसे उसूलों के साथ खड़े हैं। इस सीजन को एक बार जरूर देखना चाहिए।

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