हाइलाइट्स

  • फिरोज खान ने मटका किंग से जुए की बारीकियां सीखी
  • रतन खत्री की जिंदगी पर आधारित है यह फिल्म
  • हेमा मालिनी को फिल्म में काम करवाने के लिए राजी करना था मुश्किल

सन 1975 में एक फिल्म आयी थी, जिसका नाम था धर्मात्मा (Dharmatma movie)। फिल्म के निर्देशक थे फिरोज खान (Firoz khan), गीत इंदीवर (indeevar) के थे और फिरोज खान, हेमा मालिनी (Hema malini), प्रेमनाथ (actor premnath) ने एक्टिंग की थी। इस फिल्म की कहानी एक रियल लाइफ मटका किंग रतन खत्री (Matka king Ratan Khatri) पर आधारित थी। रतन खत्री सिंधी परिवार के थे। 1947 में विभाजन के पाकिस्तान (pakistan) से मुंबई (Mumbai) आए थे। 60 के दशक में कल्याण जी भगत के साथ जुए के बिजनेस में हाथ आजमाया। उस समय तक कल्याण जी इस फील्ड में माहिर हो चुके थे। रतन इनका पूरा कारोबार संभालते थे, बाद में अपना शुरू किया। रतन ही वह शख्स थे जिन्होने मटका जुआ जैसे अवैध कारोबार को मुंबई सहित देश के अन्य हिस्सों में फैलाया था।

कैसे होता था मटका जुआ

सट्टे का कारोबार देश में गैर कानूनी है। इस कारोबार को कई तरीके से इस्तेमाल में लाया जाता रहा है। इसी में एक प्रकार है मटका जुआ। दिलचस्प बात यह थी कि न्यूयॉर्क कॉटन एक्सचेंज में कपास के दाम खुलने और बंद होने तक सट्टा लगता था। एक मटके में दामों के हिसाब से पर्चियां डाली जाती थी, फिर उन पर्चियों पर लिखे दामों पर सट्टा लगाने वाले शख्स के भाव के अनुसार जीत-हार तय की जाती थी। इसमें जीतने वाले को तय राशि का कई गुना पैसा मिल जाता था।

जुए के बारे में जानकारी ली

फिरोज खान मटका किंग के पास गए और उनसे इस कारोबार की बारीकियां सीखी। कई घंटे उन्होने रतन खत्री केे साथ गुजारे। कैसे जुआ खेला जाता है। कैसे माफिया इसे चलाते हैं। पैसों का हिसाब किताब कैसे रखा जाता है। ये सब जानने का ही असर था कि धर्मात्मा फिल्म में फिरोज खान ने अपनी एक्टिंग से छाप छोड़ी। यहां एक और कहानी आपको जाननी चाहिए और वो है हेमा मालिनी से जुड़ी। दरअसल, फिरोज खान एक तरफ धर्मात्मा फिल्म बना रहे थे तो दूसरी तरफ आने वाली फिल्म रेशमा के लिए अभिनेत्री की तलाश भी कर रहे थे। उन्हें हेमा मालिनी का काम पसंद था। उन्होने हेमा से कहा कि रेशमा में काम करना है, हालांकि रोल बहुत छोटा है। हेमा मालिनी ने हामी भर दी लेकिन कहते हैं कि उनकी मां नहीं चाहती थी कि वो कोई छोटा रोल करे। अब हेमा बहुत कशमकश में थी कि कैसे मना करें। फिरोज खान पूरा वाकया समझ गए थे। इसके पहले की हेमा इन्कार करती वो पहुंच गए और कहा कि रेशमा के रोल के लिए ना मत करना। हेमा मालिनी ने हंसते हुए हां कर दिया।

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