सिफ्सी ने की फिल्मों के चयन की आधिकारिक घोषणा
देशभर में 50 स्थानों पर 40 देशों की 150 फिल्में दिखाई जाएंगी
नई दिल्ली/3 अप्रैल।
Smile International film Festival: स्माइल फाउंडेशन एवं यूरोपीय संघ (भारत में यूरोपीय संघ का प्रतिनिधिमंडल) के साथ साझेदारी में बच्चों और युवाओं के लिए वार्षिक स्माइल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (सिफ्सी) के 10वें संस्करण की मेजबानी करेगा। सिफ्सी (Smile International film Festival) ने अपने 10वें वर्ष में हाइब्रिड मॉडल में व्यवस्थित करने के लिए भारत और विदेश से फिल्मों की एक विविध सूची तैयार की है।
उद्घाटन और पुरस्कार समारोह सहित मुख्य समारोह 9-11 अप्रैल के दौरान पीएचडी हाउस, नई दिल्ली में होगा। सिफ्सी को पूरे भारत में 50 अलग-अलग स्थानों पर एक साथ आयोजित किया जाएगा,इसी के साथ ही सिफ्सी देश का सबसे बड़ा फेस्टिवल में शुमार हो जाएगा।
यूरोपीय संघ और उसके सदस्य देश जैसे जर्मनी, चेक गणराज्य और पोलैंड इस वर्ष प्रमुख देशों के रूप में केंद्र में रहेंगे। सिफ्सी (Smile International film Festival) 2024 में विभिन्न श्रेणियां होंगी जैसे अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता (फीचर और शॉर्ट्स), 70एमएम स्माइल जिसमें विश्व पैनोरमा फीचर और गैर-फीचर फिल्में शामिल होंगी, जबकि येलो कार्पेट सेगमेंट में मलयालम, गुजराती, मराठी, बंगाली, राजस्थानी, कार्बी, गढ़वाली, नेपाली तथा विविध भारतीय क्षेत्रीय सिनेमा का जश्न मनाया जाएगा।
बच्चों द्वारा बनाई गई फिल्में टेक वन में देखी जा सकती हैं और एक्स्ट्रा स्माइल्स सेंगमेंट में पुराने संस्करणों के साथ-साथ क्लासिक्स की सर्वश्रेष्ठ सिफ्सी (Smile International film Festival) फिल्मों को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
इस वर्ष कई विशेष फिल्मों में चेक गणराज्य के बाटा विश्वविद्यालय के छात्रों द्वारा बनाई गई 10 फिल्में शामिल हैं, जिन्हें भारत में चेक गणराज्य के दूतावास द्वारा प्रस्तुत किया जाएगा। टीवी स्टूडियो एनिमेटेड फिल्म्स, पोलैंड द्वारा क्यूरेट किए गए आठ क्लासिक एनिमेशन (1990/35 मिमी) पोलैंड के प्रशंसित फिल्म व्यक्तित्व श्री जेरज़ी मोस्ज़कोविज़ द्वारा पोलिश इंस्टीट्यूट नई दिल्ली के साथ प्रस्तुत किए जाएंगे।
(Smile International film Festival) में जर्मनी की आठ पुरस्कार विजेता फिल्में श्लिंगेल अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में प्रस्तुत की जाएंगी। 30 से अधिक देशों (संयुक्त राज्य अमेरिका, स्पेन, कोलंबिया, पुर्तगाल, बेल्जियम, यूक्रेन, क्रोएशिया, ग्रीस, ऑस्ट्रिया, जर्मनी, एस्टोनिया, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, चेक गणराज्य और मलेशिया सहित) के बच्चों द्वारा बनाई गई फ़िल्में प्रदर्शित की जायेंगी। इस फेस्टिवल में पर्यावरण , पारिवारिक मूल्य, समावेशन, विकलांगता, दोस्ती, कला और संस्कृति, युद्ध और शांति और कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर युवा वर्ग फिल्म प्रेमियों के लिए उपलब्ध कराए जाएंगे।
सिफ्सी (Smile International film Festival) के अध्यक्ष और स्माइल फाउंडेशन के सह-संस्थापक और कार्यकारी ट्रस्टी श्री शांतनु मिश्रा इस मौके पर कहा “मेरा मानना है कि अच्छा सिनेमा वास्तविकता को चित्रित करने और मूल्यों का अनुकरण करने के लिए सबसे शक्तिशाली माध्यम में से एक है। अच्छे सिनेमा से युवा मन में व्यक्तिगत, भावनात्मक, सामाजिक और नैतिक कर्तव्यों के बारे में चर्चा और चिंतन को प्रोत्साहित करने की शक्ति होती है, जिससे युवा वर्ग बेहतर और मजबूत व्यक्ति बन पाते हैं। सिफ्सी जैसे मंच के द्वारा हम हमारे समाज में सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन लाने में योगदान देना चाहते हैं जो युवा माइंड से ही शुरू होता है।”
सिफ्सी फेस्टिवल (Smile International film Festival) के निदेशक श्री जितेंद्र मिश्रा ने इस अवसर पर कहा, “जैसा कि हम सिफ्सी फेस्टिवल की 10वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, इस वर्ष हम देश भर में कई स्थानों पर बड़े युवा दर्शकों तक पहुंचने और अतिरिक्त सिने रंग भरने की कोशिश कर रहे हैं। हम 40 देशों की 150 फिल्मों की स्क्रीनिंग करने जा रहे हैं, इसके अलावा बच्चों और युवाओं के लिए दस अलग-अलग प्रकार के फिल्म-संबंधित इंटरैक्टिव सत्र और क्षमता निर्माण कार्यशालाएं भी मुफ्त में आयोजित करेंगे।”
सिफ्सी (Smile International film Festival) में भारत के कौने -कौने के स्कूलों और समुदायों की बड़ी भागीदारी देखने को मिलेगी। युवा, कल्पनाशील दिमागों को आकर्षित करने के लिए स्क्रीनिंग और कई कार्यक्रम निर्धारित हैं। चयनित फ़िल्में और कार्यक्रम पूरे सप्ताह के लिए फेस्टिवल के एक समर्पित सुरक्षित, जियो-अवरुद्ध आभासी मंच पर स्ट्रीम किए जाएंगे। सिफ्सी का इरादा अधिक से अधिक बच्चों और युवाओं तक पहुंचने और एक मनोरंजक और ज्ञानवर्धक प्रारूप लाने के अपने मिशन को जारी रखना है।
पिछले एक दशक की अपनी यात्रा में सिफ्सी एक ऐसा माहौल लेकर आया है जहां पेशेवर फिल्म निर्माताओं और युवा फिल्म शौकीनों ने सर्वश्रेष्ठ ऑडियो-विज़ुअल माध्यम को आगे बढ़ाया है। इस परंपरा को जीवित रखते हुए, इस वर्ष सिफ्सी दुनिया भर से 50 युवा जूरी सदस्यों के अलावा 15 देशों के 30 अंतर्राष्ट्रीय पेशेवर जूरी सदस्यों की भी मेजबानी करेगा।
सिफ्सी ‘यूरोपीय चिल्ड्रन्स फिल्म एसोसिएशन अवार्ड ( ईसीएफए ) की मेजबानी करने वाला एकमात्र गैर-यूरोपीय फेस्टिवल है और यूनेस्को द्वारा समर्थित सीआईएफईजे पुरस्कार की मेजबानी करने वाला एकमात्र भारतीय फेस्टिवल है। सिफ्सी इस वर्ष पर्यावरण, पारिवारिक मूल्यों, युद्ध और शांति, सड़क सुरक्षा जैसे व्यापक विषयों पर 10 अलग-अलग कार्यशालाएं, मास्टरक्लास और पैनल चर्चा भी आयोजित करेगा।
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