ऑस्ट्रेलिया दौर से लौटने के बाद प्रेमानंद महाराज के आश्रम पहुंचे विराट कोहली

दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।

Premanand Maharaj: किसी भी सफलता के पीछे केवल मेहनत और संघर्ष नहीं होता, बल्कि उस साधना की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है जो व्यक्ति अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए करता है। हाल ही में प्रेमानंद महाराज ने क्रिकेट के सुपरस्टार विराट कोहली (Virat Kohli) और बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) से हुई मुलाकात के दौरान उनके जीवन और साधना पर गहरी चर्चा की। महाराज जी ने विराट कोहली को एक संत की तरह समझा और उनके साधना के महत्व को बताया, वहीं अनुष्का शर्मा की भक्ति और साधना को भी प्रेरणादायक बताया। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि महाराज जी ने दोनों के बारे में क्या विशेष बातें कही और कैसे इनकी साधना ने इन दोनों को न केवल जीवन में बल्कि समाज में भी एक नई दिशा दी है।

प्रेमानंद महाराज, जो एक प्रसिद्ध संत और गुरु हैं, ने विराट कोहली और अनुष्का शर्मा से अपनी मुलाकात के दौरान उनके जीवन, संघर्ष और साधना पर गहन चर्चा की। उनकी बातें न केवल इन दोनों के बारे में थीं, बल्कि एक महत्वपूर्ण संदेश भी देती थीं कि साधना और भक्ति जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए कितनी अहम होती है।

विराट कोहली की साधना और भक्ति पर प्रेमानंद महाराज के विचार

विराट कोहली, जो क्रिकेट के सबसे बड़े सितारे माने जाते हैं, उनकी सफलता में उनकी मेहनत, अनुशासन और संघर्ष के अलावा उनकी साधना का भी एक बड़ा हाथ है। महाराज जी ने विराट की साधना की सराहना करते हुए कहा, विराट कोहली की साधना और मेहनत ने न केवल उन्हें क्रिकेट के मैदान पर सफलता दिलाई, बल्कि उनके माध्यम से पूरे भारत को खुशी और आनंद का अनुभव भी हुआ है।”

प्रेमानंद महाराज ने विराट कोहली को एक संत के रूप में संबोधित करते हुए कहा, विराट कोहली का खेल केवल एक खेल नहीं है, यह एक साधना का रूप है। जब विराट खेल में जीतते हैं, तो पूरा देश आनंदित हो जाता है। उनकी साधना में भगवान की सेवा छिपी हुई है, और यही कारण है कि उनका खेल सभी के दिलों में एक खास स्थान रखता है।”

महाराज जी ने आगे कहा, कोहली की सफलता केवल उनके खेल की नहीं, बल्कि उनकी साधना और आत्मविश्वास की भी है। जब वे मैदान पर होते हैं, तो उनके हर एक कदम में भगवान का आशीर्वाद और उनकी साधना का प्रभाव दिखाई देता है। उनका जीवन और उनका संघर्ष हमें यह सिखाता है कि किसी भी कार्य में सफलता पाने के लिए निरंतर साधना और मेहनत जरूरी है।”

प्रेमानंद महाराज ने विराट के आत्मविश्वास और साधना को लेकर एक दिलचस्प विचार साझा किया। उन्होंने कहा कि विराट कोहली का आत्मविश्वास और उनका खेल सिर्फ उनकी मेहनत का परिणाम नहीं है, बल्कि उनकी साधना का भी नतीजा है। महाराज जी ने कहा, साधना के बिना कोई भी कार्य पूर्ण नहीं हो सकता, चाहे वह खेल हो, या जीवन का कोई अन्य पहलू। विराट की साधना में यह विशेषता है कि वे हर कार्य को भगवान की सेवा के रूप में देखते हैं, और यही उनकी सफलता का राज है।”

अनुष्का शर्मा की भक्ति और साधना पर प्रेमानंद महाराज के विचार

वहीं, अनुष्का शर्मा, जो बॉलीवुड की प्रमुख अभिनेत्रियों में से एक हैं, को भी प्रेमानंद महाराज ने साधना और भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। महाराज जी ने अनुष्का शर्मा के बारे में कहा, अनुष्का जी का भक्ति मार्ग पर चलना और भगवान के प्रति उनका विश्वास बहुत प्रेरणादायक है। उनका जीवन एक साधिका के रूप में देखा जा सकता है, और उनके जीवन में भगवान का प्रेम साफ झलकता है।”

महाराज जी ने अनुष्का को उनके जीवन में भक्ति के महत्व को समझाते हुए कहा, भक्ति मार्ग पर चलने से व्यक्ति की आत्मा शुद्ध होती है और जीवन में संतुलन बना रहता है। अनुष्का जी का जीवन यह दिखाता है कि कैसे एक व्यक्ति अपने पेशेवर जीवन और भक्ति को समान रूप से संतुलित कर सकता है। उनका भगवान के प्रति प्रेम और विश्वास उनके कार्यों में दिखाई देता है, और यह दूसरों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता है।”

प्रेमानंद महाराज ने यह भी कहा कि भक्ति और साधना से व्यक्ति न केवल अपने जीवन को बेहतर बना सकता है, बल्कि वह समाज में भी सकारात्मक बदलाव ला सकता है। “अनुष्का जी का जीवन इसका एक उत्तम उदाहरण है। वह न केवल अपनी फिल्मों में सफलता प्राप्त कर रही हैं, बल्कि अपनी भक्ति और साधना के माध्यम से समाज को भी सकारात्मक दिशा दे रही हैं।”

विराट कोहली और अनुष्का शर्मा की साधना में समानताएं

प्रेमानंद महाराज ने विराट कोहली और अनुष्का शर्मा के जीवन में एक समानता की भी बात की। उन्होंने कहा, “दोनों की साधना और भक्ति में एक समानता है – दोनों अपने-अपने क्षेत्र में अपने लक्ष्य के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं। विराट जहां क्रिकेट में अपनी साधना और मेहनत से भारत को गौरवान्वित करते हैं, वहीं अनुष्का भी अपनी भक्ति और साधना के माध्यम से समाज को एक सकारात्मक संदेश देती हैं।”

महाराज जी ने यह भी कहा कि साधना और भक्ति केवल किसी एक क्षेत्र में नहीं, बल्कि हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण होती है। “अगर हम अपने कार्य को भगवान की सेवा मानकर करते हैं, तो हमें जीवन में निश्चित रूप से सफलता मिलेगी। विराट और अनुष्का दोनों इस बात को भलीभांति समझते हैं, और यही उनकी सफलता का राज है।”

अभ्यास, साधना और प्रारब्ध का महत्व

प्रेमानंद महाराज ने विराट कोहली और अनुष्का शर्मा के जीवन में साधना के अलावा एक और महत्वपूर्ण पहलू पर चर्चा की, और वह था अभ्यास और प्रारब्ध का संबंध। उन्होंने कहा, “जीवन में अभ्यास और प्रारब्ध दोनों का महत्वपूर्ण स्थान होता है। विराट कोहली और अनुष्का शर्मा दोनों ने अपने-अपने क्षेत्र में कठिन अभ्यास किया है, लेकिन जीवन में प्रारब्ध का भी असर होता है।”

महाराज जी ने बताया कि अभ्यास के बावजूद कभी-कभी प्रारब्ध व्यक्ति को कठिनाइयों में डाल देता है, लेकिन यह जरूरी है कि व्यक्ति धैर्य और संतुलन बनाए रखे। “अगर हम अपने लक्ष्य में निरंतरता बनाए रखें और भगवान का नाम स्मरण करें, तो हम किसी भी स्थिति में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।”

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