अमेरिकी फेडरल रिजर्व की दर कटौती और विदेशी बिकवाली से भारतीय शेयर बाजार टूटा
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट आई है। पिछले 5 कारोबारी सत्रों में निवेशकों के 17 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं। इस गिरावट का असर भारतीय बाजार पर पड़ने से पहले अमेरिकी बाजारों में भी कमजोरी देखी गई थी।
शेयर बाजार में गिरावट के कारण
पिछले कुछ दिनों में अमेरिकी फेडरल रिजर्व के फैसले और डॉलर में मजबूती के चलते भारतीय शेयर बाजार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अमेरिका के फेडरल रिजर्व द्वारा 25 बेसिस प्वाइंट की ब्याज दरों में कटौती की घोषणा के बाद, अमेरिकी बाजार भी गिर गए, जिसका सीधा असर भारतीय बाजारों पर पड़ा। इसके अलावा, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FPI) द्वारा भारतीय बाजार से भारी बिकवाली की गई है, जिससे स्थिति और बिगड़ी है।
आज के कारोबार में Sensex में 1.49 प्रतिशत की गिरावट देखी गई और 1176 अंक गिरकर यह 78,041.33 अंक पर बंद हुआ। Nifty भी 320 अंक गिरकर 23,631.25 अंक पर बंद हुआ, जो कि 1.34 प्रतिशत की गिरावट है। गुरुवार को भी Sensex में 964 अंक और Nifty में 247 अंक की गिरावट दर्ज की गई थी।
गिरावट के प्रमुख कारण:
- अमेरिकी फेड का निर्णय: अमेरिकी फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती की घोषणा और अगले साल दरों में और कटौती की उम्मीदों के विपरीत, 2025 तक केवल मामूली कटौती का अनुमान।
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली: FPI द्वारा भारतीय शेयर बाजार में भारी बिकवाली, जो पिछले चार सत्रों में ₹12,000 करोड़ से अधिक के शेयर बेच चुके हैं।
- डॉलर की मजबूती और बॉन्ड यील्ड में वृद्धि: डॉलर की मजबूती और बॉन्ड यील्ड में वृद्धि के चलते भारतीय बाजार पर नकारात्मक असर पड़ा है।
बाजार का भविष्य
आने वाले कुछ दिनों में भी बाजार में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी रहने की संभावना है। अमेरिकी फेड द्वारा और दरों में कटौती की संभावना से बाजार पर दबाव बना रहेगा, साथ ही विदेशी निवेशकों की बिकवाली और डॉलर की स्थिति भी भारतीय बाजारों को प्रभावित कर सकती है।
Q&A प्रश्न और उत्तर:
Q1: अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती का भारतीय शेयर बाजार पर क्या असर पड़ा?
A1: अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की घोषणा के बाद भारतीय शेयर बाजार में गिरावट आई। इसका मुख्य कारण यह था कि अमेरिकी बाजार भी गिर गए, और भारतीय बाजार पर इसका असर पड़ा।
Q2: क्या विदेशी निवेशकों की बिकवाली ने बाजार को प्रभावित किया?
A2: हां, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FPI) द्वारा भारतीय शेयर बाजार से भारी बिकवाली की गई है, जिसके कारण बाजार में गिरावट आई। पिछले चार सत्रों में FPI ने ₹12,000 करोड़ से अधिक के शेयर बेचे हैं।
Q3: आने वाले दिनों में भारतीय शेयर बाजार का रुख कैसा रहेगा?
A3: आने वाले कुछ दिनों में भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव की संभावना बनी रहेगी। अमेरिकी फेड द्वारा और दरों में कटौती और विदेशी निवेशकों की बिकवाली से बाजार पर दबाव रहेगा।