Business Idea: चार बहनों ने शुरू किया स्टार्टअप, आप को भी प्रेरित करेगी इनकी कहानी
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
Business Idea: मेहनत और हौसला जब साथ होते हैं, तो कोई भी मुश्किल हल हो जाती है, इसका उदाहरण है नोएडा की चार बहनों की प्रेरणादायक कहानी। ये बहनें न सिर्फ अपने परिवार के आर्थिक संकट से जूझ रही थीं, बल्कि उन्होंने अपनी पढ़ाई का खर्च भी खुद उठाने का फैसला किया। नोएडा के सेक्टर-37 स्थित बॉटनिकल गार्डन बस स्टैंड के पास इनकी फूड कार्ट का नाम है ‘बेवफा वड़ा पाव’। यह नाम और इनकी संघर्ष से भरी कहानी आज एक मिसाल बन गई है।
क्यों रखा ‘बेवफा वड़ा पाव’ नाम?
इन्हें अपनी फूड कार्ट का नाम ‘बेवफा वड़ा पाव’ रखने के पीछे एक दिलचस्प कारण है। इन बहनों का कहना है कि उनके पिता विकलांग हैं, जो काम नहीं कर सकते, और मां घर संभालने के साथ-साथ काम भी करती हैं। इस स्थिति में इन बहनों ने अपने फूड कार्ट का नाम ‘बेवफा वड़ा पाव’ रखा ताकि वे यह दिखा सकें कि चाहे कोई उनका साथ दे या न दे, उनका हौंसला कभी नहीं टूटेगा। ये चाहती थीं कि उनका परिवार, जो झारखंड से नोएडा काम की तलाश में आया था, यह दिखा सके कि वे किसी से कम नहीं हैं और मुश्किलों के बावजूद आत्मनिर्भर बन सकती हैं।
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आर्थिक कठिनाइयाँ और संघर्ष
इनकी मां परिवार की जरूरतें पूरी करने की कोशिश करती हैं, लेकिन सीमित आय में घर का खर्च और चार बेटियों की पढ़ाई का खर्च निकालना काफी कठिन हो गया था। ऐसे में इन बहनों ने हिम्मत दिखाई और अपने संघर्ष को सफल बनाने के लिए ‘वड़ा पाव’ बेचने का फैसला लिया। इस फैसले ने ना केवल उनके परिवार का जीवन बदल दिया, बल्कि इन बहनों को आत्मनिर्भर बना दिया।
अनोखा ऑफर और मार्केटिंग स्ट्रेटेजी
इन बहनों ने अपनी फूड कार्ट का नाम तो ‘बेवफा वड़ा पाव’ रखा ही, साथ ही एक अनोखा ऑफर भी रखा। उन्होंने लिखा था, “प्यार में धोखा खाने वालों के लिए बड़ा पाव 20 रुपए में और प्रेमी जोड़ों के लिए 30 रुपए।” यह ऑफर ग्राहकों का ध्यान खींचने का एक मजेदार तरीका साबित हुआ और उनकी फूड कार्ट की लोकप्रियता तेजी से बढ़ी। आज यह कार्ट एक फेमस स्ट्रीट फूड जगह बन चुकी है।
कमाई और बिजनेस का तरीका
चारों बहनों ने अपने काम को सही तरीके से बांटा हुआ है। हर रोज दो बहनें फूड कार्ट पर रहती हैं, जबकि बाकी दो बहनें अपनी पढ़ाई पर ध्यान देती हैं। वे वड़ा पाव की चटनी और मसाले घर पर ही तैयार करती हैं, जिससे स्वाद में भी कोई कमी नहीं आती। इनकी रोजाना की कमाई लगभग 1,000 से 1,500 रुपए के बीच होती है, हालांकि कभी-कभी इन्हें नुकसान भी उठाना पड़ता है। खैर जो भी हो इन बहनों ने कर दिखाया हैं। यह कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर जज्बा और मेहनत हो, तो किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है।
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