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Business idea: रोहन कश्यप की जिंदगी की कहानी आपको देगी प्रेरणा

दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।

Business idea: रोहन कश्यप की सफलता की कहानी, सपनों के पीछे भागने और जोखिम उठाने की प्रेरणा देती है। लुधियाना के साधारण परिवार से आने वाले रोहन ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से अपना ब्रांड “बर्गर बे” खड़ा किया, जो आज 100 करोड़ रुपये का एक स्ट्रीटवियर फैशन ब्रांड बन चुका है। यह ब्रांड न केवल अपने अनोखे डिज़ाइन और आकर्षक फैशन के लिए मशहूर है, बल्कि अपनी मजबूत ऑनलाइन कम्युनिटी और युवाओं के बीच लोकप्रियता के कारण भी पहचान बना चुका है।

1. नौकरी छोड़ने का साहसिक कदम

रोहन कश्यप के लिए यह सफर आसान नहीं था। पहले एक सोशल मीडिया एजेंसी में काम करने वाले रोहन को बर्गर के शौक ने एक अलग दिशा दिखाई। हालांकि, उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा मोड़ तब आया, जब उनके द्वारा शेयर किए गए स्ट्रीटवियर डिज़ाइन इंस्टाग्राम पर वायरल हो गए। इस अप्रत्याशित सफलता ने उन्हें “बर्गर बे” बनाने के लिए प्रेरित किया। पांच साल पहले, उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर इस ब्रांड को बनाने का सपना देखा था। “बर्गर बे” न केवल कपड़े बेचता है, बल्कि एक एटीट्यूड भी प्रस्तुत करता है। यह ब्रांड युवा पीढ़ी को अपनी बोल्ड और आकर्षक डिज़ाइन के साथ आकर्षित करता है, जो बेबाकी और आत्मविश्वास का प्रतीक है।

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2. ‘बर्गर बेकी खासियत

“बर्गर बे” का मॉडल पूरी तरह से डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर (D2C) है, जहां ग्राहक सीधे ऑनलाइन ब्रांड से खरीदते हैं। ब्रांड का ध्यान पर्यावरण पर भी है, क्योंकि इसके उत्पाद 50% कम पानी और पर्यावरण के अनुकूल रंगों से बनाए जाते हैं। यहां तक कि इन कपड़ों में वेगन सामग्री का भी इस्तेमाल किया जाता है। इन कपड़ों को सीमित मात्रा में तैयार किया जाता है ताकि उत्पादन में कमी और बर्बादी कम हो।

3. शार्क टैंक इंडिया का अनुभव

“बर्गर बे” ने शार्क टैंक इंडिया के सीजन 4 में भाग लिया, जहाँ यह ब्रांड शो में एक नया अध्याय जोड़ने में सफल रहा। जजों को शुरू में यह विश्वास नहीं हुआ कि यह एक स्ट्रीटवियर ब्रांड है, और वे भ्रमित थे कि कहीं यह बर्गर की दुकान तो नहीं है। हालांकि, रोहन और उनकी टीम ने अपनी मेहनत, संघर्ष, और ब्रांड की विशेषताओं को प्रभावी तरीके से पेश किया। अंत में, अनुपम मित्तल, कुणाल बहल और अमन गुप्ता ने 2 करोड़ रुपये का निवेश किया, जो 20% इक्विटी के बदले मिला।

4. जानवी सिकारिया का जुड़ाव

“बर्गर बे” के साथ जुड़ने की कहानी भी बेहद दिलचस्प है। जानवी सिकारिया पहले एक नाराज ग्राहक थीं, जिन्होंने इंस्टाग्राम पर अपना ऑर्डर न मिलने की शिकायत की थी। रोहन ने माफी मांगने के बजाय उन्हें लाइफटाइम मुफ्त सामान देने का प्रस्ताव दिया। यह प्रस्ताव बाद में एक खूबसूरत रिश्ते में बदल गया। जानवी ने न केवल रोहन से प्यार किया, बल्कि कंपनी की सह-संस्थापक बन गईं।

5. बर्बादी से बचने की कहानी

रोहन कश्यप के लिए “बर्गर बे” की शुरुआत हमेशा आसान नहीं रही। एक समय था जब उन्होंने धोखेबाज पार्टनर के साथ मिलकर 1 लाख रुपये में 33% इक्विटी बेची थी, जिससे कंपनी लगभग दिवालिया होने की कगार पर पहुंच गई थी। लेकिन अपनी पूरी जिंदगी और सपने को बचाने के लिए रोहन ने अपनी मां से 2 करोड़ रुपये उधार लेकर उस हिस्सेदारी को वापस खरीदा और अपनी कंपनी को फिर से संजीवनी दी।

6. आने वाले दिन

अब “बर्गर बे” भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी अपनी पकड़ बनाने की योजना बना रहा है। अपनी कड़ी मेहनत, संघर्ष, और स्मार्ट बिजनेस निर्णयों से रोहन कश्यप ने साबित कर दिया कि जब विश्वास और जुनून साथ हो, तो किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है। आज, बर्गर बे अपने अनोखे डिज़ाइन और मजबूत कम्युनिटी की वजह से युवाओं के दिलों में एक खास स्थान बना चुका है।

सही दिशा में करें मेहनत

रोहन कश्यप की कहानी हमें यह सिखाती है कि सफलता की कुंजी निरंतरता, जोखिम लेने की क्षमता और खुद पर विश्वास है। चाहे आप एक नौकरी छोड़कर व्यवसाय शुरू करने का सोच रहे हों या अपनी किसी विचारधारा को वास्तविकता में बदलने का सपना देख रहे हों, तो बर्गर बे का उदाहरण यह दिखाता है कि अगर हम अपने उद्देश्य के प्रति ईमानदार रहें और सही दिशा में मेहनत करें, तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है।

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