यह मस्जिद लोदी काल की बनी मालूम होती है और उस काल की सर्वश्रेष्ठ मस्जिदों में से है। इसमें पांच दर हैं। बीच वाला औरों से अधिक चौड़ा और मुरस्सा है। छत पर तीन गुंबद हैं। प्लास्टर में पच्चीकारी का काम बनाया गया है। इसमें कुरान की आयतें लिखी हुई हैं।
यह अलाई दरवाजे के किस्म की बनी हुई है। इसमें चूनाकारी का काम है। दाखिल होने से पहले इसमें एक आलीशान गुंबद है, जो अंदर से 41 मुरब्बा फुट है और बाहर से 45 फुट है। गुंबद के चार दरवाजे हैं। अंदर जाने का द्वार उत्तर की ओर है। दूसरा मस्जिद में जाने वाले सहन का है। दो बंद हैं। ऊपर 16 आले बने हैं, जिनमें चार खुले हैं। गुंबद की छत पर जाने के लिए जीना है, जिसमें 37 सीढ़ियां हैं। गुंबद की ऊंचाई 55 फुट है।