सही प्लानिंग और समझदारी से निवेश करें और पाएं शानदार रिटर्न।
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
अगर आपकी नई जॉब लगी है और आप निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले कुछ जरूरी बातों को समझना बहुत ज़रूरी है। इन नियमों को ध्यान में रखकर आप अपने फाइनेंशियल गोल्स हासिल कर सकते हैं और निवेश में मुनाफा भी कमा सकते हैं। तो, ये हैं 10 Golden Rules जो पहली बार निवेश करने वालों को याद रखना चाहिए।
1. अपने गोल्स को समझें
सबसे पहले यह तय करें कि आप निवेश क्यों कर रहे हैं – जैसे घर खरीदना, बच्चों की पढ़ाई, रिटायरमेंट, या किसी और बड़े खर्च के लिए बचत। इसके बाद अपने लक्ष्यों को शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म में बांटकर निवेश के लिए सही तरीका चुनें।
2. बजट बनाएं और बचत शुरू करें
निवेश करने से पहले यह देख लें कि आपकी रोज़मर्रा की ज़रूरतें और इमरजेंसी फंड कवर हो रहे हैं या नहीं। हर महीने कुछ न कुछ पैसे बचाकर उसे निवेश में लगाएं। फाइनेंशियल रूल कहता है कि अपनी आमदनी का 20% बचाकर निवेश करना चाहिए।
3. जोखिम सहने की क्षमता समझें
हर निवेश में थोड़ा बहुत जोखिम होता है। अपनी जोखिम सहने की क्षमता जानकर ही निवेश करें। अगर आप ज्यादा जोखिम नहीं लेना चाहते, तो सुरक्षित विकल्प जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट या बॉंड्स चुन सकते हैं। यदि आपको लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न चाहिए तो म्यूचुअल फंड्स या शेयर बाजार में निवेश करें।
4. जल्दी शुरुआत करें
जितनी जल्दी आप निवेश करना शुरू करेंगे, उतना ज्यादा फायदा होगा। कंपाउंडिंग का पूरा फायदा लेने के लिए लंबी अवधि के निवेश में पैसा लगाएं। इससे आपके निवेश पर ज्यादा रिटर्न मिलेगा।
5. पोर्टफोलियो में विविधता रखें
“सारे अंडे एक टोकरी में मत रखें” – निवेश में भी यही बात लागू होती है। एक ही जगह पर निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है। अपने पैसे को विभिन्न एसेट्स जैसे गोल्ड, म्यूचुअल फंड्स, शेयर, एफडी और सरकारी स्कीम्स में बांटें।
6. लॉन्ग-टर्म निवेश करें
म्यूचुअल फंड्स जैसी मार्केट से जुड़ी योजनाओं में निवेश करते समय लॉन्ग-टर्म लक्ष्य बनाएं। शॉर्ट-टर्म बाजार की उतार-चढ़ाव से घबराएं नहीं। लंबे समय में आपको अच्छे रिटर्न मिलेंगे।
7. नियमित निवेश करें
एकमुश्त रकम लगाने की बजाय हर महीने थोड़ा-थोड़ा निवेश करें। आप SIP (सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए भी छोटे निवेश से शुरुआत कर सकते हैं और बाद में इसे बढ़ा सकते हैं।
8. सही जानकारी के साथ निवेश करें
बिना सही जानकारी के निवेश करना ठीक नहीं। किसी भी स्कीम या ऑप्शन को समझकर और उसके फायदे-नुकसान को जानकर ही निवेश करें। जहां कंफ्यूजन हो, वहां किसी विशेषज्ञ की सलाह लें।
9. इमोशन्स को कंट्रोल करें
निवेश करते समय इमोशनल न हों। बाजार में उतार-चढ़ाव होने पर घबराकर निवेश रोकने या ज्यादा लालच में आकर गलत निर्णय लेने से बचें। किसी और की बातों से प्रभावित होने की बजाय पहले जानकारी जुटाएं और फिर निवेश करें।
10. टैक्स की योजना बनाएं
निवेश करते समय टैक्स बचाने के उपायों पर भी ध्यान दें। PPF, ELSS, NPS और टैक्स सेविंग एफडी जैसे विकल्पों को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करें।
इन 10 नियमों को ध्यान में रखकर निवेश करें, और फिर देखिए कैसे आपका पैसा बढ़ता है। वही अगर आपको यह जानकारी उपयोगी लगी हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।
Q&A
Q1: पहली बार निवेश करते समय सबसे जरूरी कदम क्या है?
A: सबसे जरूरी है अपने फाइनेंशियल गोल्स को समझना और उन्हें शॉर्ट-टर्म और लॉन्ग-टर्म में बांटना। इसके बाद, सही निवेश विकल्प चुनें।
Q2: निवेश के लिए शुरुआती रकम कितनी होनी चाहिए?
A: शुरुआत में अपनी आमदनी का 20% तक बचाने और निवेश करने की कोशिश करें। आप छोटे निवेश जैसे SIP से भी शुरुआत कर सकते हैं।
Q3: क्या सभी निवेश जोखिम भरे होते हैं?
A: हर निवेश में थोड़ा-बहुत जोखिम होता है, लेकिन इसे अपनी जोखिम सहने की क्षमता के अनुसार मैनेज किया जा सकता है। फिक्स्ड डिपॉजिट और सरकारी स्कीम्स सुरक्षित विकल्प हैं।
Q4: क्या शुरुआती निवेशक शेयर बाजार में पैसा लगा सकते हैं?
A: हां, लेकिन सही जानकारी और विशेषज्ञ की सलाह के साथ। शेयर बाजार के साथ शुरुआत करने के लिए म्यूचुअल फंड्स और SIP बेहतर विकल्प हैं।
Q5: लॉन्ग-टर्म निवेश क्यों फायदेमंद है?
A: लॉन्ग-टर्म निवेश से कंपाउंडिंग का लाभ मिलता है, जिससे आपका पैसा तेजी से बढ़ता है और मार्केट के उतार-चढ़ाव का असर कम होता है।
Q6: क्या टैक्स बचाने के लिए निवेश किया जा सकता है?
A: हां, PPF, ELSS, NPS और टैक्स सेविंग FD जैसे विकल्पों में निवेश कर आप टैक्स सेविंग कर सकते हैं।
Q7: पोर्टफोलियो में विविधता क्यों जरूरी है?
A: विविधता रखने से जोखिम कम होता है और आपके निवेश पर बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ती है।
Q8: नियमित निवेश क्यों जरूरी है?
A: नियमित निवेश से आप मार्केट की उतार-चढ़ाव का फायदा उठा सकते हैं और बड़ी रकम जमा कर सकते हैं। SIP इसमें मददगार होता है।
Q9: इमोशन्स को कंट्रोल करना क्यों जरूरी है?
A: इमोशनल होकर निवेश करने से गलत फैसले हो सकते हैं। मार्केट की स्थिति का सही आंकलन करना और धैर्य रखना जरूरी है।
Q10: विशेषज्ञ की सलाह कब लेनी चाहिए?
A: जब आपको किसी निवेश विकल्प के बारे में स्पष्ट जानकारी न हो या निर्णय लेने में कठिनाई हो, तब विशेषज्ञ की सलाह लें।