पंकज त्रिपाठी ने सुनाया पटना के भूतनाथ रोड पर बारात में घुसकर फ्री में खाना खाने का किस्सा

दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।

दी लल्लनटॉप के बिहार अड्डा कार्यक्रम में अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने अपनी जिंदगी से जुड़े कई संस्मरणों को दर्शकों संग साझा किया। पटना से जुड़ी यादों के सवाल पर पंकज त्रिपाठी इमोशनल हो गए। हजारों दर्शकों के सामने रुआंसे पंकज त्रिपाठी ने पानी पीते हुए किसी तरह खुद को सम्हाला।

पंकज त्रिपाठी ने बताया कि मैं पटना से किस कदर जुड़ा हूं, यह इसी से पता चलता है कि मैं सुबह छह बजे पटना आ गया था। उसके बाद संग्रहालय गया था। 6 बजे से लेकर अभी तक चार बार रो चुका हूं। जब मैं यहां आता हूं तो उस 18 साल के बच्चे से बार-बार मिलता हूं, जो 1991 में गांव छोड़ के इस शहर में आया।

दरअसल, पंकज त्रिपाठी अपना गांव छोड़कर 1991 में पटना आए थे। बकौल पंकज पटना आने पर दलदली से लेकर पटना साइंस कॉलेज तक, विद्यापति भवन से लेकर कालिदास रंगाले तक, खजांची रोड से लेकर मखनिया कुआ, कुमरार से लेकर दानापुर तक साइकल से घूमता था। यही सब यादें हैं जो अपनी जड़ों से जोड़े रखती हैं।

पंकज त्रिपाठी ने बताया कि बिहार अड्डा के मंच पर आने से पहले उनके साथ काम कर चुके 15 कर्मचारी से होटल में उनसे मिलकर आया हूं। मैंने उसना चावल की खिचड़ी रात को खाने के लिए कहा है।

बिना न्यौता बारात में खाना खाने पहुंचना

एक सवाल के जवाब में पंकज त्रिपाठी ने कहा कि पटना प्रवास के दौरान वो भूतनाथ रोड पर शादी में जाकर खाना भी खाते थे, जहां का न्योता नहीं होता था। पंकज त्रिपाठी ने इसे एक्टिंग की सबसे बढ़िया एक्सरसाइज बताई। कहा कि आप में कॉन्फिडेंस होना चाहिए।  बारातियों को लगना चाहिए कि यह बाराती है, और सरातियों या लड़कीवालों को लगना चाहिए कि ये लड़की पक्ष से है।

बकौल पंकज त्रिपाठी बारात में प्रवेश करते ही कुछ ही समय में हम इस कदर जलवा दिखाते थे कि बाराती हम ही लगते थे। मतलब वहां के लड़के पान खिलाने लगते थे कि कहीं मेहमान रुठ ना जाए।

दोस्त को दिया कुर्ता फट गया

पंकज त्रिपाठी ने एक और किस्सा शेयर किया। बताया कि वो एक पठानी सिलाए थे। जिसे पहनकर वो घूम घूमते थे। उस समय भूतनाथ रोड में रहते थे। एक दिन एक दोस्त बोला कि वो शादी में जा रहा है। नौबतपुर शादी में बारात में पहनने के लिए पठानी चाहिए। दोस्त ने मांगा तो पंकज त्रिपाठी मना नहीं कर पाए। पठानी दे दिया उसको। अगले दिन जब दोस्त आया तो पठानी फट जाने की बात बताई। दोस्त ने कहा कि बारात में लड़ाई होने के चलते पठानी सूट फट गया, केवल पैजामा बचा।

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