संसद के विशेष सत्र के पहले दिन सोमवार को भारत की आजादी के 75 साल की उपलब्धियों पर चर्चा हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले संसदीय यात्रा की शुरुआत, उपलब्धियों, अपने अनुभव, स्मृतियां साझा की। पीएम ने पुराने भवन से नए भवन में जाने को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि वे इस अवसर पर बहुत भावुक हैं। आइए इस आर्टिकल में आपको पुराने संसद भवन से जुडे दस महत्वपूर्ण तथ्य से अवगत कराते हैं। इनमें से कई तथ्यों से आप शायद अनजान होंगे।
1.निर्माण का काल: पुराने संसद भवन का निर्माण 1912 से 1927 तक चला, जब भारत ब्रिटिश शासन के अंतर्गत था।
2.डिजाइन: इसका डिज़ाइन ब्रिटिश स्थापत्यकला के अनुसार था, लेकिन इसमें अंग्रेजी गोथिक और मुग़ल वास्तुकला के प्रमुख लक्षण थे।
3. मुख्य भवन: पुराने संसद भवन में तीन मुख्य भवन होते हैं – लोक सभा, राज्य सभा, और केंद्रीय पुस्तकालय।
4. निर्माण स्थल: इसका निर्माण दिल्ली के कनॉट प्लेस क्षेत्र में हुआ था, जो भारतीय संसद के लिए चयनित किया गया था।
5. सामग्री: इस भवन का निर्माण ग्रेनाइट, सैंडस्टोन, और अन्य संरचनात्मक पत्थरों से किया गया था।
6. चंद्रमणि मुर्मू 25 साल की उम्र में सदस्य बनी थी। सबसे कम उम्र में संसद सदस्य बनीं।
7- अब तक 75 हजार से अधिक जनप्रतिनिधियों ने दोनों सदनों को मिलाकर योगदान दिया।
8-अब तक दोनों सदनों में 600 महिला सांसद सदस्य बनीं।
9-सदन में सीपीआई के इंद्रजीत गुप्ता जी सबसे लंबे समय तक 43 साल सदस्य रहे।
10- सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क 93 साल के हैं और संसद के सदस्य है। सबसे अधिक उम्र के सदस्य है।