Tesla in India : अयोध्या राम मंदिर में राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के दरम्यान ही एक ऐसी खबर आयी, जिसने कारोबारी जगत को संजीवनी प्रदान की। खबर, टेस्ला से जुड़ी है। Tesla वो कंपनी है जिसके भारत आने को लेकर कभी हां, कभी ना की खबरें आती ही रहती हैं। कभी यह भी कहा जाता है कि अभी टेस्ला को भारत आने में समय लगेगा। हालांकि, Tesla को लेकर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि वो इस कंपनी को भारत लाने को लेकर गंभीर सक्रियता से बातचीत कर रहे हैं। रेवंत रेड्डी का यह बयान उस समय आया है जब हाल ही में अडानी से लेकर बीएल एग्रो जैसी कंपनियां संग साझेदारी की है।
रेवंत रेड्डी क्या बोले?
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने कहा है कि उनकी सरकार टेस्ला को अपने राज्य में लाने के लिए बातचीत कर रही है। आप सभी जानते हैं कि टेस्ला के भारत में आने को लेकर लंबे समय से चर्चा चल रही है। तेलंगाना सरकार के पूर्व उद्योग मंत्री केटी रामा राव ने इस बाबत सोशल मीडिया पर टेस्ला के सीईओ एलन मस्क से संपर्क भी किया था। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो बिक्री के हिसाब से सबसे बड़ी कंपनी BYD ने मेघा इंडस्ट्रीज के साथ मिलकर भारत में प्रवेश करने के लिए कॉमर्स मंत्रालय में अप्लाई किया है। यह कंपनी हैदराबाद में अपना प्लांट लगाना चाह रही है। हालांकि सरकार की ओर से उसे अनुमति नहीं दी गई।
केंद्र की नई इलेक्ट्रिक वाहन पॉलिसी
केन्द्र की मोदी सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों के उत्पादन के लिए नई ईवी पॉलिसी लॉन्च की थी। केन्द्र की नई ईवी पॉलिसी कई विदेशी कार निर्माताओं को लुभाने में कामयाब साबित हो रही है। सरकार द्वारा इस पॉलिसी के तहत दिए जा रहे इंसेटिव कंपनियों को आकर्षित कर रहे हैं। यहां यह दीगर है कि टेस्ला के भारत आने को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जिस समस्या को लेकर होती है वो आयात शुल्क है। जानकारों का कहना है कि नई ईवी पॉलिसी उस समस्या का भी काफी हद तक समाधान करती है।
टेस्ला करने वाली है 3 बिलियन डॉलर का निवेश
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट की मानें तो Tesla अगामी 2 सालों में अपनी पहली कॉम्पैक्ट कार बनाने को लेकर भारत में प्रवेश करने की योजना बना रही है। कंपनी भारत में अगले कुछ सालों में 3 बिलियन डॉलर का निवेश कर सकती है। यही नहीं अगले तीन सालों में अपना पहला सेंटर भी शुरू करेगी। कहा तो यह भी जा रहा है कि टेस्ला भारत में बैटरी बनाने का प्लांट भी लगाएगी। जिसके लिए कंपनी 5 बिलियन डॉलर का निवेश कर सकती है। कंपनी आगे चलकर इसे 15 बिलियन तक ले जाएगी।