ब्रिटिश काल की दिल्ली (1857-1947 ईसवी)
यूं तो दिल्ली में ब्रिटिश हुकूमत 1857 ई. के गदर के बाद शुरू हुई, मगर उसका आगाज 1803 ई. से ही हो गया था, जब लार्ड लेक ने मुगल बादशाह शाह आलम को पटपड़ गंज की लड़ाई में मराठों के हाथों से छुड़ाया था। शाह आलम की तरफ से एक अंग्रेज रेजीडेंट प्रबंध करने के लिए नियुक्त किया गया था। सन् 1822 में रेजीडेंट की जगह एजेंट नियुक्त कर दिया गया। सन् 1842 में फिर एक एजेंसी नियुक्त की गई और दिल्ली को, जिसमें बल्लभगढ़ और झज्जर की देशी रियासतें शामिल नहीं थीं, उत्तर-पश्चिमी प्रांत की हुकूमत के मातहत कर दिया गया। सन 1857 के गदर के बाद बल्लभगढ़ और झज्जर के राजा और नवाब की रियासतों को, जिन्हें बागी करार देकर फांसी दी गई थी, दिल्ली के साथ मिलाकर पंजाब के सूबे के नीचे कर दिया गया. जहां लेफ्टिनेंट गवर्नर हुकूमत करता था। सन् 1803 से 1857 तक जिन अंग्रेजी शासकों ने दिल्ली पर हुकूमत की, उनके नाम इस प्रकार
1. सर डेविड आक्टर लोनी
2. आर. जी. सेटन
3. चार्ल्स मैटकाफ
4. सर डेविड आक्टर लोनी
5. एलेक्जेंडर रोज
6. विलियम फ्रेजर
7. चार्ल्स इलियट
8. चार्ल्स मैटकाफ
9. ई. कोलबुक
10. विलियम फ्रेजर
11. हॉकिंस
12. मार्टिन
13. विलियम फ्रेजर
14. टामस मैटकाफ
15. साइमन फ्रेजर