-फूड फेस्टिवल ही नहीं विदेशी पर्यटकों की भी पसंदीदा
दिल्ली में शापिंग का जिक्र आते ही चांदनी चौक, करोल बाग का नाम खुद ब खुद जुबां पर आ जाता है। करोल बाग दिल्ली के पुराने और बड़े बाजारों में से एक है। यहां ट्रडिशनल कपड़ों की खरीदारी के लिए काफी ऑप्शंस हैं। ब्रैंडेड कपड़ों और एक्सेसिरीज की भी काफी दुकानें हैं। जूलरी का सबसे बड़ा मार्केटहै। खाने-पीने के लिए ढेरों ऑप्शंस मौजूद हैं। रोड साइड बनी दुकानों में काफी अच्छे कपड़े मिल जाते हैं। इलेक्ट्रानिक्स सामानों के लिए तो गफ्फार मार्केट का कोई सानी ही नहीं है। लेकिन शापिंग संग यदि जायके का तड़का ना हो तो खरीदारी कुछ अधूरी सी लगती है। करोल बाग में शापिंग के साथ विनोद चाट भंडार का स्वाद जबरदस्त चलन में है। आलू चाट, नुडल्स और मटर कुल्चा लोगों को खूब पसंद आ रहा है। तभी तो कोई बैग, कोई अटैची भरा सामान लिए चाट व मटर कुल्चा खाते दिख जाता है।
चौथी पीढ़ी के हाथ कमान
करोल बाग की पहचान बन चुके विनोद कुमार चाट वाले कहते हैं कि उनका परिवार मूलरूप से बदांयू, उत्तर प्रदेश का है। फिलहाल परिवार खजूरी खास में रहता है। सबसे पहले उनके दादा एवं फिर पिता ग्रीन पार्क में दुकान चलाते थे। पिता रामपाल गोलगप्पे, टिक्की, दही, भल्ले पापड़ी बेचते थे। सन 2001 में परिवारर ग्रीन पार्क से यमुनापार आ गया। परिवार आया तो अपने साथ स्वाद का पिटारा भी लेकर आया और यहीं यमुनापार में कुछ समय तक लोगों को चाट का स्वाद चखाया। हालांकि बाद में करोल बाग स्थायी ठिकाना बन गया।
खुद बनाते हैं मसाले
बकौल विनोद दिल्ली में स्ट्रीट फूड के दीवानों की कमी नहीं हैं। लेकिन प्रसिद्ध वही है जिसका स्वाद यूनिक है। दुकान ने अपनी विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए प्रयासरत है। विनोद की मानें तो वो चाट के लिए मसाले भी घर पर ही बनाते हैं। यहीं उनकी खासियत भी है। मसलन, गरम मसाला, काला नमक, सफेद नमक, पीली मिर्च समेत अन्य सामान मिलाकर बेहतरीन मसाला तैयार किया जाता है। मसाला तैयार करते समय प्रत्येक सामान की निश्चित मात्रा का खासतौर पर ध्यान रखा जाता है ताकि मसाला कड़वा ना हो जाए। मसाले की वजह से ही मूंग दाल का चीला बेहतरीन स्वाद वाला बनता है।
हरी चटनी की बात ही निराली
चाट की बात हो और चटनी का जिक्र ना आए ऐसा भला कैसे हो सकता है। विनोद भी कुछ इसी सोच के साथ चटनी तैयार करते हैं। कहते हैं कि स्ट्रीट फूड के साथ चटनी का मेल बेजोड़ होता है। हम इसीलिए बेहतरीन चटनी तैयार करने की कोशिश करते हैं। हमारे यहां हरी चटनी प्रसिद्ध है जिसे लोग बार बार मांगकर खाते हैं। चटनी, धनिया, पुदीना, हरी मिर्च, अदरक, लहसुन और गरम मसाले की चटनी बनाते हैं। इस चटनी को चटपटा बनाने के लिए आमचूर भी डाला जाता है।
संजीव कपूर भी कर चुके है तारीफ
विनोद कहते हैं कि दिल्ली में होने वाले फूड फेस्टिवल में लगातार भाग लेते रहे हैं। अब तक बाबा खड़कसिंह मार्ग, जनपथ, जेएलएन स्टेडियम समेत अन्य जगहों पर हुए फूड फेस्टिवल में वो शरीक हुए हैं। कहते हैं, जनपथ पर हुए फूड फेस्टिवल में प्रसिद्ध सेफ संजीव कपूर ने भी चाट और मटर कुल्चा चखा एवं तारीफ की थी। इसके अलावा पटना आयोजित फूड फेस्टिवल में भी लोगों ने चाट व मूंग दाल का चीला काफी सराहा था। बकौल विनोद एक बार दुकान पर एक इटली की महिला आयीं।उन्होंने कहा कि फूड फेस्टिवल में सालों पहले उन्होंने चाट और चीला खाया था। सालों बाद दिल्ली आयी तो दुकान पर आकर एक बार फिर चाट और चीला खाने का मोह नहीं छोड़ पायी। विनोद कहते हैं कि विदेशी पर्यटक दुकान पर स्वाद चखने के साथ ही फोटो खींचकर भी ले जाते हैं।
दुकान–विनोद चाट भंडार
बाजार–करोल बाग
खुलने का समय–सुबह नौ बजे से रात दस बजे तक।
चाट–50 रुपये से शुरू।
नजदीकी मेट्रो स्टेशन–करोल बाग