पंजाब के मुख्यमंत्री ने नेहरू से की थी उनकी बहन की शिकायत
गर्वनर से राज्य सरकार के किसी खाते में बिल जोड़ने की सलाह दी
आज के नेताओं को इस तरह की बातों से सबक सीखना चाहिए। कुलदीप नैयर ने नेहरू से जुड़ा एक किस्सा अपनी किताब में लिखा है। उन्होने लिखा कि याद है कि पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री भीमसेन सच्चर एक दिन नेहरू के पास बड़ी अजीब और शर्मनाक शिकायत लेकर पहुँचे थे।
नेहरू की बहन विजयलक्ष्मी पंडित कुछ समय पहले शिमला सर्किट हाउस में ठहरी थीं और उन्होंने 2500 रुपयों का बिल नहीं चुकाया था। उन दिनों शिमला पंजाब का हिसाब था। पंजाब के गवर्नर सी. त्रिवेदी ने सच्चर को यह बिल राज्य सरकार के किसी खाते में डालने की सलाह दी थी।
लेकिन सच्चर की अन्तर्रात्मा इसे स्वीकार नहीं कर रही थी और उन्होंने यह बात नेहरू तक पहुँचा दी थी। नेहरू ने बुरा मानने की बजाय उनसे कहा कि वे यह बिल खुद चुकता कर देंगे, लेकिन पूरा बिल एक साथ चुकता करने की बजाय पाँच किश्तों में भुगतान करेंगे। इसके बाद वे अपने निजी खाते से पाँच-पाँच सौ रुपए के चेक तब तक भेजते रहे जब तक कि पूरा बिल चुकता नहीं हो गया।