एक बार पंडित जवाहर लाल नेहरू की तबियत बिगड़ गई। इंदिरा गांधी ने तीन मूर्ति (नेहरू का वास-स्थान) में नेहरू की लम्बी उम्र के लिए जाप भी करवाया था।” जाप करनेवाले दिल्ली ज्योतिषी के अनुसार इन्दिरा गांधी इस अवसर पर नेहरू की उपस्थिति दर्शाने के लिए, उनसे फोन पर बात करती रहती थीं।
कुलदीप नैयर ने अपनी किताब में लिखा है कि नेहरू की बहन विजयलक्ष्मी पंडित भी धार्मिक अनुष्ठानों के िखलाफ थीं, लेकिन ‘वे बेबस थीं। कुलदीप नैयर ने जब केन्द्रीय मंत्री गुलजारी लाल नन्दा से इस सम्बन्ध में जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि नेहरू की रजामंदी से ही महामृत्युंजय मंत्र का 1,25,000 बार जाप किया गया था, और कई बार वे खुद भी जाप के दौरान उपस्थित रहते थे।
नन्दा के अनुसार, इस जाप से नेहरू की उम्र चार-पांच वर्ष बढ़ गई थी। “नेहरू और लम्बी उम्र तक जीवित रहते, बशर्ते कि भुवनेश्वर में (दिल के दौरे से) तबीयत बिगड़ने के बाद उन्होंने एक खास व्यक्ति को कैबिनेट में न लिया होता।” नन्दा के अनुसार, ज्योतिषी की सलाह पर नेहरू ने वह नाम वापस लेने की कोशिश की थी, लेकिन तब तक उनकी सूची राष्ट्रपति तक पहुंच चुकी थी। जाहिर था कि नन्दा, लाल बहादुर शास्त्री की बात कर रहे थे। हालांकि कुलदीप नैयर का अपना खयाल था कि नन्दा की बात सही नहीं थी। अगर प्रधानमंत्री चाहते तो शपथ-ग्रहण समारोह से पहले भी सूची में फेर-बदल कर सकते थे।