सिम्मी ग्रेवाल लंदन में पली-बढ़ी थी उनका फिल्मों की तरफ उनका जबरदस्त रुझान था। वह एक्ट्रेस बनना चाहती थी, लेकिन यह जानकर आपको ताज्जुब होगा कि 5 साल की उम्र तक सिम्मी ग्रेवाल ने महज एक फिल्म देखी थी और उस फिल्म का नाम था आवारा।
उस फिल्म ने सिमी ग्रेवाल के दिलो-दिमाग पर इस तरह का असर डाला कि वह अभिनय की दुनिया में अपना नाम बनाने का सपना देखने लगी। सिमी को एक्टिंग का शौक था और वह अक्सर जब भी उनकी स्कूल की छुट्टियां होती थी तो पास के ही एक स्टूडियो में पहुंच जाती और वहां वह घंटो घंटो एक्टिंग क्लासेस देखती। एक्टिंग करते युवाओं को देखकर वो अपने सपने बुना करती थी।
जब सिम्मी 15 साल की हुई तो पहली बार अपने मां बाप को अपने दिल की बात बताईं। उन्होंने अपने मां-बाप को कहा कि वो बॉलीवुड में काम करना चाहती हैं। वह एक्टिंग करना चाहती हैं। एक्टिंग की बात सुनते ही मां-बाप का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया। मां बाप ने मना कर दिया। सिमी को समझाया कि पढ़ाई लिखाई पर ध्यान दें और करियर बनाएं, ना की एक्टिंग के सपने देखें।
सिमी को यह सुनकर काफी झटका लगा। उनके पैरों तले की जमीन खिसक गई। उन्हें लगा कि एक पल में ही कैसा भूचाल आ गया। जिस सपने को वह सालों से पाले बैठी हैं, उसे अचानक टूटकर बिखरता दें वह उन्हें दुख हुआ। हालांकि उन्होंने भी ठान ली थी कि वो एक्टिंग को ही अपना करियर बनाएंगी। अब हालत ये हो गई सिम्मी को अपने घर वालों से आर पार की लड़ाई लड़नी पडी। उन्होंने भूख हड़ताल शुरू कर दी। सिम्मी ने कहा कि वो तब तक खाना नहीं खाएंगी तब तक कि मां-बाप उन्हें एक्टिंग की इजाजत नहीं देते।
मां बाप भी अड़ गए थे। आखिर कब तक भूख हड़ताल करेगी। भूख लगेगी तो खाना खाएगी। लेकिन सिम्मी टस से मस नहीं हुई। आखिरकार सिम्मी की जिद के आगे मां-बाप को झुकना पड़ा उन्हें यह स्वीकार करना पड़ा किसी में एक्टिंग करें उन्होंने एक शर्त रख दे।
सिमी को 1 साल का मौका दिया कहा कि अगर 1 साल के अंदर वह कोई फिल्म साइन कर लेती है तो ठीक है और नहीं तो उसे वापस आना पड़ेगा। सिम्मी ने शर्त मंजूर कर ली और सपना पूरा करने पहुंच गईं मुंबई। सिम्मी ने न केवल बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई बल्कि कई ऐसी यादगार फिल्में की जो अजर अमर है।