अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस साल 55,12,470 सदस्यता हासिल की, जो संगठन के इतिहास में एक नई उपलब्धि है
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने इस वर्ष 55,12,470 सदस्यता का आंकड़ा पार कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस उपलब्धि ने संगठन को विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन के रूप में अपनी स्थिति और मजबूत करने में मदद की है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने इस वर्ष अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 55 लाख से अधिक सदस्यता दर्ज की है। राष्ट्रीय महामंत्री श्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने शुक्रवार को गोरखपुर में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन के दौरान इस ऐतिहासिक सदस्यता आंकड़े की घोषणा की।
शुक्ल ने कहा, “इस सफलता के पीछे हमारे कार्यकर्ताओं की कठिन मेहनत और देशभर के छात्रों का विश्वास है। अभाविप ने न केवल छात्रों के मुद्दों को प्रमुखता से उठाया है, बल्कि उनकी सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए भी कदम उठाए हैं।”
उन्होंने आगे बताया कि अभाविप ने शैक्षणिक संस्थानों में महिलाओं के सुरक्षा मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में अभाविप के कार्यों ने शैक्षणिक संस्थानों में महिलाओं को नेतृत्व की भूमिका दी है।
संस्थागत विकास और छात्रहित:
अभाविप ने देशभर के शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों के अधिकारों की रक्षा के लिए लगातार संघर्ष किया है। विशेष रूप से, संगठन ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार, छात्रों की सुरक्षा और उन्हें नेतृत्व के अवसर प्रदान करने के लिए कई पहल की हैं।
अभाविप की यह उपलब्धि संगठन की बढ़ती लोकप्रियता और उसकी छात्र समुदाय के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। आने वाले समय में यह संगठन छात्रों के अधिकारों के लिए और अधिक प्रभावी तरीके से काम करेगा।