कुतुब साहब की लाट से जो सड़क महरौली को जाती है, उसकी दाहिनी ओर अधम खां का मकबरा है। यह मकबरा अकबर ने अपने दूध भाई और उसकी मां माहम अंगा के लिए बनवाया था। अधम खां ने इस घमंड में कि वह बादशाह का दूध भाई हैं, आजम खां को अकबर के महल में मार डाला था। वह कत्ल करके शाही महल के दरवाजे पर जा खड़ा हुआ। बादशाह को जैसे ही इस घटना का पता लगा, वह तलवार निकालकर वहां आ पहुंचे और कातिल को बांध लिया गया और कत्ल के अपराध में उसे फसील से नीचे लुढ़का दिया गया। आजम खां रमजान की 1561 ई. को कत्ल हुआ था। फसील पर से फेंके जाने पर भी अधम खां मरा नहीं था, उसमें जान बाकी थी। बादशाह ने उसे दोबारा फिंकवाया, तब वह मरा। वह अपने मकतूल के एक दिन पहले दफन किया गया।
जब माहम अंगा को इस घटना की खबर मिली कि उसका लड़का मार दिया गया तो वह यद्यपि बीमार थी, फिर भी दिल्ली से आगरा पहुंची। उसको देखकर अकबर ने कहा कि तुम्हारे लड़के ने मेरे धर्मपिता को मार डाला था और मैंने उसकी जान ले ली। माहम ने कहा- हुजूर, आपने ठीक किया और दरबारशाही से बाहर निकल आई। इस घटना के चालीस दिन पीछे वह बेटे के गम से मर गई और अपने बेटे के साथ साथ दिल्ली में दफन की गई। अकबर ने उन दोनों के लिए मकबरा बनवा दिया।
दो ऊंची-ऊंची सीढ़ियों पर चढ़कर मकबरे का सहन मिलता है जो सड़क की सतह से 17 फुट ऊंचा है। मकबरा अठपहलू है, जिसका व्यास 100 फुट है। सहन का वह हिस्सा, जो सड़क की तरफ है, खुला हुआ है। उत्तर और पश्चिम की दीवार में, जिधर से रायपिथौरा के लिए रास्ता है, एक छोटा-सा दरवाजा है। इस प्रकार का दरवाजा दक्षिण-पश्चिम की ओर भी है, जो मकबरे के पश्चिम में कोई बीस गज के फासले पर है।
अहाते की दीवार जमीन से दस फुट ऊंची है। इस दीवार का बहुत बड़ा भाग गिर चुका है। सहन के आठों कोनों पर एक-एक बुर्जी बनी हुई है और मकबरे के गिर्द छह फुट ऊंचा कंगूरा है। मकबरा 60 फुट ऊंचा है और चबूतरे की कुर्सी 8 फुट की है। मकबरे की सारी इमारत अठपहलू है। चबूतरे पर से गुंबद की ऊंचाई 32 फुट है, जिसके आठों कोनों में हर तरफ तीन-तीन दर हैं। इन दरों के खंभे चौकोर हैं और एक के ऊपर एक पत्थर रखकर बनाए गए हैं। बाज-बाज खंभे खारे के पत्थर के बेजोड़ के एक ही पत्थर के हैं। गुंबद चूने पत्थर का बना हुआ है, जिस पर अस्तरकारी का काम है। एक तरफ ऊपर जाने का जीना है, जिसमें भूल-भुलैयां बनी हुई है। कब्र का तावीज करीब चालीस बरस पहले कोई निकालकर ले गया और वही हाल उसकी मां की कब्र का हुआ।